पटना : जगन्नाथ मिश्रा के राजकीय सम्मान के दौरान बिहार पुलिस की रायफल से गोली नहीं निकलने के बाद से पुलिस महकमे को शर्मिंदगी का सामना करना पड़ रहा है. इस मामले में पुलिसकर्मियों के खिलाफ अब कार्रवाई करने की तैयारी की जा रही है. वहीं इस मामले पर जगन्नाथ मिश्रा के परिजनों ने सरकार से अनुरोध किया है कि पुलिसकर्मियों के खिलाफ कोई भी कार्रवाई नहीं की जाए.
सलामी देते वक्त नहीं निकली थी एक भी गोली
दरअसल दिवंगत जगन्नाथ मिश्रा के राजकीय सम्मान के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मौजूदगी में सलामी देते वक्त रायफल से गोली नहीं निकली थी. जिसके बाद मीडिया में इस घटना को लेकर जमकर फजीहत हुई. स्वर्गीय जगन्नाथ मिश्रा के भतीजे राजीव मिश्रा ने कहा है कि वह कभी किसी को दंडित करने की कोशिश नहीं करते थे. लोगों को समझाकर उनकी गलती को माफ कर देते थे.
कई विशिष्ट अतिथि थे मौजूद
उन्होंने कहा कि इसलिए सरकार और प्रशासन को भी इस मामले को तवज्जो ना देते हुए, किसी पुलिस पदाधिकारी के खिलाफ कार्यवाई नहीं करनी चाहिए. बता दें कि सुपौल में पुलिस के जवानों ने पूर्व सीएम को राजकीय सलामी देने के लिए हवा में बंदूकें तो उठाईं थी लेकिन उनकी किसी भी बंदूक से गोली नहीं निकली. सुपौल में स्वर्गीय जगन्नाथ मिश्रा को स्टेट ऑनर देने के वक्त बिहार के कई विशिष्ट अतिथि मौजूद थे.
सुपौल के बलुआ में किया गया था अंतिम संस्कार
बता दें कि 82 वर्ष के डॉ. जगन्नाथ मिश्रा का निधन सोमवार को हुआ था. मंगलवार को उनका पार्थिव शरीर पटना के शास्त्री नगर स्थित आवास पर रखा गया था. यहां लोगों ने बड़ी संख्या में उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की थी. वहीं, बुधवार को उनके पैतृक गांव सुपौल के बलुआ में राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया था.