ETV Bharat / state

'नीतीश और शाह का एक मंच पर आना, बिहार विधानसभा चुनाव के लिए बेहतर संकेत'

दिल्ली विधानसभा चुनाव में पहली बार बीजेपी का जेडीयू के साथ गठबंधन हुआ है. वहीं, नीतीश कुमार अमित शाह के साथ पहली बार मंच शेयर कर रहे हैं. जिसे जेडीयू बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर बेहतर संकेत मान रही है. जेडीयू का मानना है कि बिहार में एनडीए 200 से अधिक सीट जीतेगी.

author img

By

Published : Feb 2, 2020, 1:41 PM IST

patna
नीतीश और अमित शाह

पटना: दिल्ली विधानसभा चुनाव प्रचार में जेडीयू और बीजेपी के नेताओं ने अपनी पूरी ताकत लगा रखी है. पहली बार नीतीश कुमार अमित शाह के साथ चुनाव प्रचार में कूदे हैं. इस पर विपक्ष निशाना साधते हुए इसे नीतीश कुमार की मजबूरी बता रही है. लेकिन जेडीयू विधायक अशोक कुमार सिंह इसे गठबंधन के कार्यकर्ताओं के लिए बेहतर संदेश बता रहे हैं.

जेडीयू विधायक अशोक कुमार सिंह ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि विपक्ष में नेता को लेकर सवाल उठ रहे हैं. तेजस्वी यादव को कोई नेता मानने के लिए तैयार नहीं है. महागठबंधन के दल अपनी-अपनी डफली बजा रहे हैं. ऐसे में बीजेपी और जेडीयू नेताओं की एकजुटता से अच्छा मैसेज गया है और बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए 200 से अधिक सीटों पर जीत हासिल करेगी. नीतीश कुमार के नेतृत्व में फिर से बिहार में सरकार बनेगी.

patna
जेडीयू विधायक अशोक कुमार सिंह

एक मंच पर शाह-नीतीश
बता दें कि इससे पहले नीतीश कुमार अमित शाह के साथ मंच शेयर करने से बचते रहे हैं. यहां तक कि 2019 में लोकसभा के चुनाव में भी अमित शाह के साथ किसी मंच पर नीतीश कुमार नहीं दिखे थे. दिल्ली विधानसभा चुनाव में पहली बार जेडीयू का बीजेपी के साथ गठबंधन हुआ है. इससे पहले अमित शाह नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुके हैं.

ईटीवी भारत संवाददाता की रिपोर्ट

सीट शेयरिंग में अहम होगा शाह की भूमिका
नीतीश कुमार और अमित शाह के बीच लगातार हाल के महीनों में नजदीकियां बढ़ी है. बिहार विधानसभा चुनाव में सीटों का बंटवारा भी होना है और उसमें भी अमित शाह की भूमिका अहम होगी. लेकिन नीतीश कुमार अल्प संख्यक वोटों को लेकर अमित शाह के साथ मंच शेयर करने से बचते रहे हैं. इसको लेकर विपक्ष फिलहाल हमलावर है.

पटना: दिल्ली विधानसभा चुनाव प्रचार में जेडीयू और बीजेपी के नेताओं ने अपनी पूरी ताकत लगा रखी है. पहली बार नीतीश कुमार अमित शाह के साथ चुनाव प्रचार में कूदे हैं. इस पर विपक्ष निशाना साधते हुए इसे नीतीश कुमार की मजबूरी बता रही है. लेकिन जेडीयू विधायक अशोक कुमार सिंह इसे गठबंधन के कार्यकर्ताओं के लिए बेहतर संदेश बता रहे हैं.

जेडीयू विधायक अशोक कुमार सिंह ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि विपक्ष में नेता को लेकर सवाल उठ रहे हैं. तेजस्वी यादव को कोई नेता मानने के लिए तैयार नहीं है. महागठबंधन के दल अपनी-अपनी डफली बजा रहे हैं. ऐसे में बीजेपी और जेडीयू नेताओं की एकजुटता से अच्छा मैसेज गया है और बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए 200 से अधिक सीटों पर जीत हासिल करेगी. नीतीश कुमार के नेतृत्व में फिर से बिहार में सरकार बनेगी.

patna
जेडीयू विधायक अशोक कुमार सिंह

एक मंच पर शाह-नीतीश
बता दें कि इससे पहले नीतीश कुमार अमित शाह के साथ मंच शेयर करने से बचते रहे हैं. यहां तक कि 2019 में लोकसभा के चुनाव में भी अमित शाह के साथ किसी मंच पर नीतीश कुमार नहीं दिखे थे. दिल्ली विधानसभा चुनाव में पहली बार जेडीयू का बीजेपी के साथ गठबंधन हुआ है. इससे पहले अमित शाह नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुके हैं.

ईटीवी भारत संवाददाता की रिपोर्ट

सीट शेयरिंग में अहम होगा शाह की भूमिका
नीतीश कुमार और अमित शाह के बीच लगातार हाल के महीनों में नजदीकियां बढ़ी है. बिहार विधानसभा चुनाव में सीटों का बंटवारा भी होना है और उसमें भी अमित शाह की भूमिका अहम होगी. लेकिन नीतीश कुमार अल्प संख्यक वोटों को लेकर अमित शाह के साथ मंच शेयर करने से बचते रहे हैं. इसको लेकर विपक्ष फिलहाल हमलावर है.

Intro:पटना-- दिल्ली विधानसभा चुनाव में पहली बार जदयू का तालमेल हुआ है और नीतीश कुमार अमित शाह के साथ पहली बार मंच शेयर कर रहे हैं। इसको लेकर विपक्ष निशाना साधा रहा है । लेकिन जदयू का कहना है एनडीए के दोनों प्रमुख दलों के शीर्ष नेता के एक मंच पर आने से कार्यकर्ताओं को एक अच्छा मैसेज गया है । और बिहार में एनडीए 200 से अधिक सीट लाकर फिर से नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार बनाएगी।


Body: विपक्ष के निशाने पर जदयू का करार जवाब--
दिल्ली विधानसभा चुनाव प्रचार में जदयू और बीजेपी के नेता अपनी पूरी ताकत लगा रखी है पहली बार नीतीश कुमार अमित शाह के साथ चुनाव प्रचार में कूदे हैं। और इसी को लेकर विपक्ष लगातार निशाना साध रहा है। और इसे नीतीश कुमार की मजबूरी बताने की कोशिश भी कर रहा है लेकिन जदयू के विधायक अशोक कुमार सिंह का कहना है दोनों दलों के शीर्ष नेता के एक मंच पर आने से कार्यकर्ताओं में अच्छा मैसेज जा रहा है। जदयू विधायक का कहना है कि विपक्ष में तो नेता को लेकर ही सवाल उठ रहे हैं । तेजस्वी यादव को कोई नेता मानने के लिए तैयार नहीं है। महागठबंधन के दल अपनी-अपनी डफली बजा रहे हैं। ऐसे में बीजेपी और जदयू नेताओं की एकजुटता से अच्छा मैसेज गया है और बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए 200 से अधिक सीटों पर जीत हासिल कर नीतीश कुमार के नेतृत्व में फिर से सरकार बनाएगी।
बाईट-- अशोक कुमार सिंह, जदयू विधायक


Conclusion: विपक्ष को हमला करने का मिला मुद्दा---
पहले नीतीश कुमार अमित शाह के साथ मंच शेयर करने से बचते रहे हैं। यहां तक कि 2019 में लोकसभा के चुनाव में भी अमित शाह के साथ किसी मंच पर नीतीश कुमार नहीं दिखे थे। लेकिन दिल्ली में पहली बार जदयू का बीजेपी के साथ गठबंधन हुआ है । और अमित शाह ने ही सबसे पहले नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में चुनाव लड़ने की घोषणा की थी । नीतीश कुमार और अमित शाह के बीच लगातार हाल के महीनों में नजदीकियां बढ़ी है। अभी बिहार विधानसभा चुनाव में सीटों का बंटवारा भी होना है और उसमें भी अमित शाह की भूमिका अहम होगी । लेकिन नीतीश कुमार मुस्लिम वोटों को लेकर जिस प्रकार से पहले अमित शाह के साथ मंच शेयर करने से बचते रहे हैं, इसको लेकर विपक्ष को फिलहाल हमला करने का एक बड़ा मुद्दा जरूर मिल गया है।
अविनाश, पटना।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.