पटनाः बिहार सरकार ने सुशांत सिंह आत्महत्या मामले में सीबीआई जांच की अनुशंसा कर दी है. सीबीआई जांच की मांग मानसून सत्र में भी जोरदार ढंग से उठाया गया. हालांकि, जेडीयू नेता और नीतीश कैबिनेट के मंत्री जय कुमार सिंह का कहना है कि इसे राजनीतिक चश्मे से देखने की जरूरत नहीं है. सुशांत सिंह सभी के चहेते थे. सभी लोग न्याय के लिए लगे हैं. जय कुमार सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार ने इस मामले में किसी को दबाव बनाने का मौका ही नहीं दिया.
सीएम नीतीश की पहल पर मुंबई गई पुलिस
सुशांत सिंह राजपुत केस मामले में सीएम नीतीश कुमार की पहल पर एफआईआर दर्ज कर जांच टीम को मुंबई भेजा गया. लेकिन मुंबई पुलिस ने कोई सहयोग नहीं किया. जांच में नेतृत्व करने के लिए बिहार पुलिस ने आईपीएस अधिकारी को मुंबई भेजा. हालांकि, स्थानीय पुलिस के इशारे पर उन्हे क्वॉरेंटाइन कर दिया गया. ऐसे में नीतीश कुमार के लिए सुशांत सिंह का मामला चुनावी साल में प्रतिष्ठा का विषय बन गया था. ऐसे हालात में सीएम ने पहले कहा कि अगर सुशांत के पिता सीबीआई जांच की मांग करेंगे तो सरकार इसकी अनुशंसा करेगी. परिवार की तरफ से सीबीआई जांच की मांग करते ही मुख्यमंत्री ने अनुशंसा करने में तनिक भी देरी नहीं की. वहीं, अब जेडीयू सुशांत सिंह मामले में पूरी क्रेडिट लेने की कोशिश में जुटी है.
बिहार के सभी दलों ने किया था सीबीआई जांच की मांग
सुशांत सिंह मामले में आरजेडी की तरफ से भी लगातार सीबीआई जांच की मांग की जा रही थी. बीजेपी के कई नेताओं ने भी सीबीआई जांच की मांग की. वहीं, लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सीबीआई जांच के लिए दो बार पत्र भी लिखा. जेडीयू कोटे के मंत्री भी सीबीआई जांच की मांग में पीछे नहीं थे. जय कुमार सिंह और महेश्वर हजारी लगातार सीबीआई जांच की मांग कर रहे थे. पटना के ज्ञान भवन में हुए 1 दिन के मानसून सत्र में भी सुशांत सिंह मामले की सीबीआई जांच मांग उठी थी. तेजस्वी यादव ने तो यहां तक कहा था कि आरजेडी पहली पार्टी है जो सीबीआई जांच की मांग सबसे पहले की थी. उस दौरान नीतीश कुमार की ओर से फैसला नहीं लेने पर तंज भी कसा था.
नीतीश ने की सीबीआई जांच की अनुशंसा
बता दें कि सीबीआई जांच को लेकर विपक्ष ने डबल इंजन की सरकार की दुहाई भी दी थी. कई नेताओं ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव पास कराने की मांग भी की. विधानसभा में किसी तरह की घोषणा नहीं हुई लेकिन नीतीश कुमार ने अनुशंसा कर एक बार फिर से बिहार की राजनीति में लीड लेने की कोशिश की है. सीबीआई अनुशंसा का बिहार विधानसभा चुनाव पर कितना असर पड़ेगा यह तो देखने वाली बात है. ऐसे में सबकी नजर अब केंद्र सरकार पर है. सीबीआई जांच को लेकर क्या फैसला करती है और यदि सीबीआई जांच होता है तो उसमें क्या कुछ खुलासा होता है.