पटना: बिहार में आज से वन महोत्सव शुरू हो गया है. 15 दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम में सूबे में एक करोड़ पौधा लगाने का लक्ष्य रखा गया है. कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने राजधानी स्थित वेटरनरी कॉलेज मैदान में की. इस दौरान बड़ी संख्या में स्कूली बच्चों ने भी भाग लिया.
मिशन मोड में लगाए जाएंगे पौधे
वन महोत्सव के जरिए बिहार में एक करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है. वहीं, पचास लाख से अधिक पौधे सरकार ने मिशन मोड में लगाने का लक्ष्य रखा है. 15 दिनों तक यह कार्यक्रम रोजाना पटना और आसपास में आयोजित होगा, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में कोई एक मंत्री हिस्सा लेंगे. पटना में इसके तहत 1 लाख पौधारोपण किया जायेगा.
छात्रों ने लिया पौधा संरक्षण का संकल्प
कार्यक्रम के दौरान कई स्कूलों के बच्चे इस समारोह में भाग लेने पहुंचे. इस दौरान स्कूली छात्रों ने पौधा संरक्षण का संकल्प लेते हुए कहा कि ये सरकार की अच्छी पहल है. सरकार के प्रयासों से बिहार में हरित आवरण बढ़ा है. इससे बिहार में ग्रीन बेल्ट का विस्तार होगा.
ग्रीन कवर को 17 प्रतिशत करने की कोशिश
इस महोत्सव का मुख्य मकसद बिहार में अधिक से अधिक पौधरोपण करना है. अभियन के तहत सड़क किनारे और नहरों के किनारे पौधरोपण किया जाएगा. पौधों की सुरक्षा के लिए सुरक्षा घेरा भी लगाया जाएगा. भारतीय वन सर्वेक्षण संस्थान के अनुसार बिहार का ग्रीन कवर फिलहाल 15 फीसदी है, जिसे बढ़ाकर 17 प्रतिशत करने की कवायद चल रही है. गौरतलब है कि इस महोत्सव का आयोजन देश में साल 1950 से ही हो रहा है. कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य वन संरक्षण, पौधारोपण और लोगों को पौधों के प्रति जागरूक करना है.
बापू सभागार में मुख्य समारोह का आयोजन
9 अगस्त को बिहार पृथ्वी दिवस के अवसर पर इस कार्यक्रम का मुख्य समारोह पटना के बापू सभागार में होगा. इसके माध्यम से स्कूली छात्रों को इस अभियान से जोड़ने की कोशिश होगी. इसमें राज्य के सभी प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों के बच्चे पृथ्वी को बचाने का संकल्प लेंगे.