पटना: नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने बिहार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा (resign from the post of Chief Minister) दे दिया है. अब वो आरजेडी के साथ मिल कर नई सरकार बनाएंगे. इससे पहले मंगलवार सुबह जेडीयू विधायकों और सांसदों की बैठक हुई जिसके बाद नीतीश कुमार ने बीजेपी का साथ तोड़कर महागठबंधन के संग जाने का ऐलान (Mahagathbandhan in Bihar) किया. इसके बाद, नीतीश कुमार ने राज्यपाल फागू चौहान से मिल कर अपना त्यागपत्र सौंपा. नीतीश जब राजभवन पहुंचे तो उसके बीच समर्थकों की भारी भीड़ 'जिंदाबाद' के नारे लगा रही थी.
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नीतीश बने महागठबंधन के नेता: राजनीति हलचलों के चलते राजभवन के साथ-साथ राबड़ी देवी के आवास 10 सर्कुलर रोड पर भी भारी भीड़ देखी गई. भारी भीड़ के कारण पटना पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए उन दोनों जगहों पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिए हैं. नीतीश कुमार को महागठबंधन का नेता चुन लिया गया है. नेता चुनने के बाद नीतीश कुमार ने कहा है कि अब वे नई शुरुआत करने जा रहे हैं. अभी इस समय नीतीश, तेजस्वी यादव के साथ राजभवन के लिए निकल गए हैं.
राबड़ी देवी से नीतीश ने कही ये बात: इससे पहले, बिहार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने और एनडीए छोड़ने के बाद नीतीश कुमार पार्टी नेता तेजस्वी यादव और महागठबंधन के अन्य नेताओं से मुलाकात करने के लिए आरजेडी नेता राबड़ी देवी के आवास पर गए. इस दौरान सभी ने आगे की रणनीति पर चर्चा की. नीतीश कुमार के साथ जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह भी मौजूद रहे. इस बीच, सूत्रों की माने तो बैठक के दौरान नीतीश कुमार ने आरजेडी नेता राबड़ी देवी से कहा कि '2017 में जो हुआ उसे भूल जाइए और एक नया अध्याय शुरू कीजिए.'
''बिहार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने से पहले हमने पार्टी के हर विधायक, एमएलसी और सांसद के साथ चर्चा की है. हमारी पार्टी जदयू राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) से बाहर आ गई है. राज्यपाल फागू चौहान के साथ बैठक के दौरान हमने बिहार में महागठबंधन की मदद से नई सरकार बनाने का भी दावा किया है. मैंने उन्हें विधायकों की लिस्ट भी सौंपी है''- नीतीश कुमार, महागठबंधन के चुने गए नेता