पटना: पटना के तमाम चौक चौराहों पर 'रोजगार मतलब नीतीश सरकार' के स्लोगन के साथ पोस्टर नजर आ रहे हैं. पोस्टर में सरकार यह बता रही है कि बिहार में रोजगार की बहार है और शिक्षक नियुक्ति में बिहार लगातार इतिहास रच रहा है. वहीं इस पोस्टर से उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर दोनों गायब हैं.
पोस्टर के जरिए क्रेडिट लेने की होड़: पोस्टर के जरिए शिक्षा विभाग की ओर से इस बात का प्रचार प्रसार किया जा रहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में शिक्षा व्यवस्था के सुदृढ़ीकरण के लिए राज्य सरकार लगातार अपने कदम बढ़ा रही है. नीतीश सरकार की उपलब्धियां बताते हुए शिक्षा विभाग बता रहा है कि साल 2006-07 से साल 2018-19 तक कुल 319700 पंचायत, प्रखंड और नगर शिक्षकों का नियोजन हुआ है.
शिक्षकों की बहाली का खूब हो रहा प्रचार! : दिसम्बर 2023 में BPSC से चयनित 1 लाख 23 हजार 108 शिक्षक बहाल हुए. 13 जनवरी 2024 को 94 हजार 52 शिक्षकों को नियुक्ति-पत्र दिया जायेगा. वर्ष 2005 में छात्र-शिक्षक अनुपात 65:1 था, जो अब सुधरकर 35:1 हो गया है. प्रारंभिक विद्यालयों में शिक्षक नियुक्ति में वर्ष 2006 से महिलाओं के लिए 50% आरक्षण का प्रावधान है.
आज नियुक्ति पत्र सौंपेंगे नीतीश: बता दें कि शनिवार को गांधी मैदान में 3:00 बजे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया के दूसरे चरण के तहत 96823 बीपीएससी परीक्षा उत्तीर्ण शिक्षक अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र सौंपेंगे. गांधी मैदान में प्रदेश के 16 जिलों से करीब 26000 शिक्षक अभ्यर्थी पहुंच रहे हैं, जिन्हें सामूहिक रूप से नियुक्ति पत्र सौंपा जाएगा.
बजट में बढ़ोत्तरी को भी बताया गया: साल 2022 में 42000 प्रारंभिक शिक्षक नियुक्त हुए हैं. इसके अलावा दिसंबर 2023 में बीपीएससी से चयनित 123108 शिक्षक बहाल हुए और फिर अब 13 जनवरी को 94052 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दिया जाएगा. इसमें यह भी बताया रहा है कि नीतीश कुमार के सरकार में आने के बाद साल 2005-06 में शिक्षा विभाग का बजट जो 4261 करोड़ था, अब यह बढ़कर 56382 करोड़ हो गया है. बजट का सबसे बड़ा भाग लगभग 18 प्रतिशत शिक्षा पर खर्च किया जा रहा है.
इससे पहले भी जेडीयू ने ली थी क्रेडिट लेने की कोशिश: इससे पहले भी जब बिहार लोक सेवा आयोग की ओर से ली गई शिक्षक भर्ती परीक्षा के सफल अभ्यर्थियों को पटना के गांधी मैदान में नीतीश कुमार ने नियुक्ति पत्र दिया था तो पूरा क्रेडिट खुद लेने की कोशिश की थी. परीक्षा में कुल 1,20,336 नए शिक्षक बहाल हुए थे. 25 हजार शिक्षक को गांधी मैदान में सीएम ने और अन्य को उनके ही जिलों में ही नियुक्ति पत्र दिए गए थे. उस वक्त लगाए गए पोस्टर से भी तेजस्वी गायब थे.
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