पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अब्दुल बारी सिद्दीकी से मुलाकात करने के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है. कई तरह के कयास लगाये जा रहे हैं. आरजेडी के वरिष्ठ नेता भाई वीरेंद्र ने इसे शिष्टाचार मुलाकात बताया है. उन्होंने कहा कि राजनीति में कुछ भी असंभव नहीं है. यदि समान विचारधारा के लोग एक साथ आते हैं तो यह अच्छी बात होगी. बता दें कि नीतीश कुमार बाढ़ पीड़ितों के लिए किये जा रहे राहत कार्यों का जायजा लेने दरभंगा गए थे. इसी क्रम में उन्होंने अब्दुल बारी सिद्दीकी से मुलाकात की.
आरजेडी नेता भाई वीरेंद्र ने कहा कि सिद्दीकी कद्दावर नेता हैं. पार्टी की उनके ऊपर बड़ी जिम्मेदारी है. नीतीश कुमार के साथ 1974 से उनका दोस्ताना संबंध है. इसलिए सीएम ने उनसे मुलाकात की. ऐसे में सिद्दीकी साहब पर उंगली उठाना गलत होगा. उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि सभी सेक्युलर फोर्सेज एक साथ आएं. इसके लिये हमेशा से प्रयास किया गया है.
मुलाकात पर सियासी हलचल तेज
बहरहाल, नीतीश कुमार पहले भी आरजेडी के कई मुस्लिम नेताओं पर डोरे डाल चुके हैं. बागी फातमी ने तो जदयू में शामिल होने की घोषणा भी कर दी है. नीतीश कुमार को लगता है कि महागठबंधन से अलग होने के बाद से ही मुस्लिम वोट बैंक नाराज है. इसलिए मुस्लिमों को साथ लाने के लिए प्रयास कर रहे हैं. अब्दुल बारी सिद्दीकी से मुलाकात उसी दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है.