पटना: राजधानी के आयुर्वेदिक कॉलेज अस्पताल में एक नई पहल की शुरुआत की जा रही है. यहां मरीजों से सरकार फीडबैक लेने जा रही है. दरअसल, आयुर्वेदिक कॉलेज अस्पताल इलाज कराने आए मरीजों से इलाज के बारे में, अस्पताल के संसाधन, इलाज की प्रक्रिया, डॉक्टरों का व्यवहार, दवाइयों का मिलना आदि इन सभी बिंदुओं पर फीडबैक लेगी.
बताया जाता है कि आयुर्वेद के प्रति लोगों के अंदर रुची बढ़ाने और आयुर्वेद को लेकर जो भ्रांतियां है, उसे दूर करने को लेकर एक नई पहल की जा रही है. अस्पताल में इलाज कराने आए मरीजों को एक फॉर्म फिलअप करने के लिए दिया जाएगा. उस फॉर्म में मरीज का नाम, पता, मोबाइल नंबर के अलावा कुछ बिंदुओं पर सवाल पर क्लिक करना होगा. जिसमें डॉक्टरों का व्यवहार, अस्पताल में मरीजों की सुविधा, दवाइयों का मिलना, इलाज में कमी आदि बातें वर्णित रहेगी.
आयुर्वेदिक अस्पताल कॉलेज के प्राचार्य ने दी जानकारी
आयुर्वेदिक अस्पताल कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर डॉक्टर दिनेश्वर प्रसाद ने ईटीवी भारत को बताया कि आयुर्वेद के प्रति लोगों का नजरिया बदलना और उसकी भ्रांतियां को जागरूक करने के ख्याल से मरीजों के बीच एक फीडबैक लिया जा रहा है. अस्पताल में अगर कोई कमी है या फिर अस्पताल में इलाज से संबंधित कोई शिकायत हो, डॉक्टरों के व्यवहार से कोई शिकायत हो, इलाज से लोग कितने संतुष्ट हैं, या नहीं है, इन सारे बिंदुओं पर फार्म को भरकर उसे कलेक्ट करना है. उसके बाद सारे फॉर्म को आयुष विभाग में भेजा जाएगा.
आयुर्वेदिक कॉलेज अस्पताल पटना से इस पहल की शुरुआत
बताया जाता है कि सबसे पहले आयुर्वेदिक कॉलेज अस्पताल पटना से इस पहल की शुरुआत की जा रही है. उसके बाद बिहार के तमाम आयुर्वेदिक कॉलेज अस्पताल में इसकी शुरुआत की जाएगी. फीडबैक के आधार पर अस्पताल प्रशासन कमियों को दूर करेंगे और मरीजों के अनुसार बदलाव लाने का प्रयास करेंगे.