पटना: कोरोना के दूसरे लहर के बीच ईटीवी भारत की टीम राजधानी पटना के दीघा हाट में जायजा लेने पहुंची. यहां निरीक्षण करने पर पाया गया कि हजारों की भीड़ में इक्का-दुक्का लोग ही मास्क लगाये हुए थे.
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कोरोना गाइडलाइंस का नहीं हो रहा पालन
राजधानी पटना में 110 दिनों के बाद 267 लोग करोना संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं. जबकि बिहार में साढ़े छह सौ से ज्यादा लोग इस बीमारी से संक्रमित पाए गए.
पटना नगर निगम के वार्ड एक के दीघा हाट का जब ईटीवी भारत ने जायजा लिया तो पाया कि लोग यहां नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं. दीघा हाट पटना के सभी बड़े हाटों में से एक है. सुबह से लेकर रात के करीब 10 बजे तक यहां खूब भीड़ होती है.
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लोगों मे जागरूकता का अभाव
राजधानी पटना में शुक्रवार को 267 करोना के संक्रमित मरीज पाए गए थे. इसके वाबजूद यहां के लोगों में कोई जागरूकता नहीं दिखाई दी. घनी आबादी होने के चलते पहले फेज में सैकड़ों लोग कोरोना संक्रमित मिले थे. साथ ही आधा दर्जन से ज्यादा लोगों की मौत भी हुई थी. फिर भी लोग लापरवाह बने हुए हैं.
बैरिकेडिंग लगाने की तैयारी
दीघा, दानापुर और गांधी मैदान को जोड़ने में महत्वपूर्ण कड़ी का काम करता है. ऐसे में अगर यहां करोना विस्फोट होता है तो जिला प्रशासन बैरिकेडिंग करने का काम करेगी. ऐसे में सड़क मार्ग अवरुद्ध होने पर पटना से दानापुर, मनेर, बिहटा आवाजाही करने वाले लोगों को भारी परेशानी उठानी पड़ेगी.
बहरहाल, पटना के शास्त्री नगर, बोरिंग रोड, राजेंद्र नगर, पत्रकार नगर में करोना मे भारी इजाफा को देखते हुए इन क्षेत्रों में जिला प्रशासन द्वारा जल्दी ही बैरिकेडिंग लगाने का कार्य किया जाएगा.