पटना: देश में तीसरी लहर में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. प्रदेश ( Third Wave Of Corona Bihar) में भी मामले काफी बढ़ गए हैं. इसे देखते हुए पटना जंक्शन (Third Wave Of Corona In Patna) पर मरीजों की जांच फिर से शुरू की गई है. केरल, महाराष्ट्र या अन्य राज्यों से आने वाले यात्रियों की ज्यादा से ज्यादा जांच हो सके इसके लिए जांच टीम को बैठाया गया है. लेकिन जांच की धीमी रफ्तार को लेकर सवाल खड़े किए जा रहे हैं.
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बिहार में कोरोना (Corona In Bihar) के तीसरी लहर से निपटने को लेकर इस बार तैयारी पुख्ता की जा रही है. पटना में बाहर से आने वालों पर सख्त निगरानी रखी जा रही है. पटना रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट पर कोविड जांच में तेजी लायी गई है. लेकिन पटना जंक्शन पर कोविड जांच का आंकड़ों पर सवाल खड़े हो रहे हैं. पटना जंक्शन पूर्व मध्यरेल का सबसे व्यस्तम रेलवे स्टेशन है. हजारों नही बल्कि लाखो लोग यात्रा के लिए जंक्शन पर पहुंचते हैं. लेकिन शुक्रवार की सुबह 8 बजे से 4 बजे तक मात्र 97 जांच ही किए गए, जिसमें 12 संक्रमित मिले हैं.
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बता दें कि, पटना जंक्शन के गेट नंबर-3 के पास एंटीजन किट से स्वास्थयकर्मी यात्रियों की जांच कर रहे हैं. यात्रियों के शत-प्रतिशत जांच के लिए जिला प्रशासन ने सुरक्षा बलों की तैनाती कर दी है. गेट नंबर-3 के पास कोविड-19 जांच के लिए काउंटर लगा हुआ है. वहीं अन्य तीन गेट से यात्री चकमा देकर निकल जा रहे हैं.
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पटना जंक्शन पर प्रतिदिन लाखों यात्री पहुंचते हैं लेकिन जांच का आंकड़ा कम होने से सवाल खड़े हो रहे हैं. जंक्शन पर लापरवाही साफ देखने को मिल रही है. जहां जांच काउंटर बनाया गया है, वहीं दो गेट हैं. एक गेट पर स्वास्थ्यकर्मी लोगों की जांच कर रहे हैं, तो दूसरे गेट से लोग धड़ल्ले से बाहर निकल रहे हैं. उन्हें रोकने-टोकने वाला कोई नहीं है.
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पटना जंक्शन पर जांच कर रहे स्वास्थ्य कर्मी मनोज कुमार ने बताया कि, 4:00 बजे तक 97 लोगों के टेस्ट किए गए हैं. जिसमें 12 संक्रमित पाए गए हैं और संक्रमित लोगों को होम क्वारंटाइन की सलाह दी जा रही है. लेकिन संक्रमितों को जिस तरह से छोड़ दिया जा रहा है उससे कोरोना संक्रमण का खतरा और बढ़ गया है.
"जो लोग बाहर प्रदेश से लौट रहे हैं अपनी इच्छा से जांच कराने के लिए काउंटर पर पहुंच रहे हैं. उनकी जांच की जा रही है. पुलिस प्रशासन से कोई मदद नहीं मिल रही है. इसी का नतीजा है कि जांच का आंकड़ा बहुत कम है."- संतोष कुमार, स्वास्थकर्मी
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जो यात्री पटना जंक्शन पर पॉजिटिव पाए गए हैं, वे जंक्शन से बस, ऑटो या अन्य किसी माध्यम से अपने घरों की ओर रवाना हो चुके हैं. इस दौरान भी संक्रमितों को कॉन्टेक्ट में कई लोग आ चुके हैं. ऐसे में आशंका व्यक्त की जा रही है कि, कई लोग उनके संपर्क में आएंगे तो शायद वह लोग भी संक्रमित हो सकते हैं.
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