पटना(बिहटा): बिहार राज्य में बाढ़ आपदा के दौरान लोगों के मदद में जुटे एनडीआरएफ के बचावकर्मियों का अलग-अलग मानवीय चेहरा नजर आ रहा है. एनडीआरएफ के बचावकर्मी बाढ़ आपदा में फंसे लोगों को दिन-रात मदद पहुंचा रहे हैं. साथ ही महिलाएं, बच्चों और बुजुर्गों को बाढ़ प्रभावित इलाके से रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रहे हैं.
वहीं, बाढ़ प्रभावित लोगों के बीच राहत सामग्री वितरण करने में जिला प्रशासन की भी मदद कर रहे हैं. राज्य मेडिकल टीमों को बाढ़-ग्रस्त इलाकों में पहुंचा रहे हैं ताकि जरूरत के अनुसार लोगों को चिकित्सा सहायता मुहैया हो सके.
बाढ़ प्रभावित इलाके में लगी NDRF की टीम
रेस्क्यू ऑपेरशन के दौरान बाढ़ प्रभावित लोगों को कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव हेतु एनडीआरएफ की ओर से सावधानी बरतने के बारे में जागरूक भी किया जा रहा है. साथ ही उन्हें मास्क पहनने की सलाह दी जा रही है. 9वीं बटालियन एनडीआरएफ के बचावकर्मी दरभंगा के बहादुरपुर प्रखण्ड में एक अलग अंदाज में नजर आए.
जिला प्रशासन के समन्वय से एनडीआरएफ के कार्मी रेस्क्यू बोटों से बिजली सुविधा बहाल में जुटे राज्य के बिजली विभाग के कर्मचारियों को बहादुरपुर प्रखण्ड में स्थित बाढ़ प्रभावित देकुली पावर ग्रिड और आसपास के इलाकों में मदद करते हुए नजर आए.
7,700 से अधिक लोगों की बचायी जान
बिहटा में स्थित 9वीं बटालियन एनडीआरएफ के कमान्डेंट विजय सिन्हा ने बताया कि राज्य सरकार की मांग पर वर्तमान में एनडीआरएफ की कुल 21 टीमें बिहार के विभिन्न बाढ़ प्रभावित जिलों में मुस्तैदी से तैनात हैं. बुधवार को एनडीआरएफ की टीमें मुजफ्फरपुर जिले के मुसहरी और बांद्रा प्रखण्ड, सारण के पानापुर और तरैया प्रखण्ड के बाढ़ग्रस्त ग्रमीण इलाकों में जिला प्रशासन के समन्वय से रेस्क्यू ऑपेरशन चलाया.
राज्य के दरभंगा, गोपालगंज, सारण, मुजफ्फरपुर, पूर्वी चम्पारण, पश्चिम चम्पारण और सुपौल जिलों में रेस्क्यू ऑपेरशन चलाकर एनडीआरएफ के बचावकर्मियों ने अब तक 7,700 से अधिक लोगों और सैकड़ों पशुओं को बाढ़ प्रभावित इलाकों से निकालकर सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया है.