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JDU से BJP में गए दिग्गजों का कटा टिकट, नीतीश की जिद के आगे नहीं हुआ समझौता

जदयू से गए कई दिग्गजों को बीजेपी भी टिकट नहीं दिया है.सीएम नीतीश कुमार के आगे बीजेपी को झुकना पड़ा.

सम्राट चौधरी
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Published : Mar 23, 2019, 6:27 PM IST

पटना: बिहार में महागठबंधन और एनडीएदोनों में सीटों के बंटवारे को लेकर घमासान मचा हुआ है. एक तरफ महागठबंधन में शामिल सभी दल टिकट के मसले पर समझौते को अब तक पूरी तरह तैयार नहीं हैं. वहीं, जदयू से बीजेपी में गए कई दिग्गजों को लेकर एनडीए में भी पेंच फंसगया था. लेकिन सीएम नीतीश कुमार के आगे बीजेपी को झुकना पड़ा.

जेडीयू से सम्राट चौधरी और नीतीश मिश्रा ने बीजेपी का हाथ थाम लिया था. बीजेपी ने दोनों को पार्टी का उपाध्यक्ष बना दिया.कयास लगाया जा रहा था कि इस लोकसभा चुनाव में बीजेपी दोनों को दिकट देगी. लेकिन जेडीयू इनको लेकर समझौता करने को तैयार नहीं था. जदयू के आगे बीजेपी को पीछे हटना पड़ा. वहीं, पुतुल सिंह और रेणु कुशवाहा को भी इसी फार्मूला के वजह से बीजेपी से टिकट नहीं मिल सका.

राजद प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने कहा कि नीतीश का यही अंदाज रहा है. जदयू से गए बीजेपी में कई दिग्गजों को नीतीश कुमार कीवजह से टिकट नहीं मिला. लालू यादव ने मेरा नाम मंत्री सूची में भेजा था. लेकिन नीतीश कुमार ने ही मेरे नाम को हटा दिया था. नीतीश कुमार एक शातिर नेता हैं. नीतीश कुमार ने सम्राट चौधरी ,नीतीश मिश्रा ,पुतुल सिंह जैसे नेताओं से एक तरीके से बदला लेने का काम किया है.

एनडीए के टिकट मुद्दों पर बयानबाजी

बीजेपी का यह अंदरूनी मामला है

वहीं, भाजपा उपाध्यक्ष मिथिलेश तिवारी ने कहा कि एनडीए में प्रधानमंत्री पद के लिए बीजेपी के ही प्रत्याशी हैं. एनडीए में शामिल सभी दल इसका समर्थन दे रहे हैं. टिकट मिलना और कटना बीजेपी का अंदरूनी मामला है. बीजेपी के लिए यह मुद्दा नहीं है. पार्टी के लिए यह छोटी बात है.

पटना: बिहार में महागठबंधन और एनडीएदोनों में सीटों के बंटवारे को लेकर घमासान मचा हुआ है. एक तरफ महागठबंधन में शामिल सभी दल टिकट के मसले पर समझौते को अब तक पूरी तरह तैयार नहीं हैं. वहीं, जदयू से बीजेपी में गए कई दिग्गजों को लेकर एनडीए में भी पेंच फंसगया था. लेकिन सीएम नीतीश कुमार के आगे बीजेपी को झुकना पड़ा.

जेडीयू से सम्राट चौधरी और नीतीश मिश्रा ने बीजेपी का हाथ थाम लिया था. बीजेपी ने दोनों को पार्टी का उपाध्यक्ष बना दिया.कयास लगाया जा रहा था कि इस लोकसभा चुनाव में बीजेपी दोनों को दिकट देगी. लेकिन जेडीयू इनको लेकर समझौता करने को तैयार नहीं था. जदयू के आगे बीजेपी को पीछे हटना पड़ा. वहीं, पुतुल सिंह और रेणु कुशवाहा को भी इसी फार्मूला के वजह से बीजेपी से टिकट नहीं मिल सका.

राजद प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने कहा कि नीतीश का यही अंदाज रहा है. जदयू से गए बीजेपी में कई दिग्गजों को नीतीश कुमार कीवजह से टिकट नहीं मिला. लालू यादव ने मेरा नाम मंत्री सूची में भेजा था. लेकिन नीतीश कुमार ने ही मेरे नाम को हटा दिया था. नीतीश कुमार एक शातिर नेता हैं. नीतीश कुमार ने सम्राट चौधरी ,नीतीश मिश्रा ,पुतुल सिंह जैसे नेताओं से एक तरीके से बदला लेने का काम किया है.

एनडीए के टिकट मुद्दों पर बयानबाजी

बीजेपी का यह अंदरूनी मामला है

वहीं, भाजपा उपाध्यक्ष मिथिलेश तिवारी ने कहा कि एनडीए में प्रधानमंत्री पद के लिए बीजेपी के ही प्रत्याशी हैं. एनडीए में शामिल सभी दल इसका समर्थन दे रहे हैं. टिकट मिलना और कटना बीजेपी का अंदरूनी मामला है. बीजेपी के लिए यह मुद्दा नहीं है. पार्टी के लिए यह छोटी बात है.

Intro:मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने प्लान में सफल हो चुके हैं बीजेपी को जेडीयू के ज़िद के आगे आखिरकार पीछे हटना पड़ा और भाजपा के उपाध्यक्ष को भी बेटिकट होना पड़ा l वैसे नेता जो जेडीयू के में से भाजपा में आए थे उन्हें निराशा हाथ लगी है लोकतंत्र के महापर्व में भाजपा के कुछ कद्दावर नेताओं को चुनाव लड़ने से महरूम कर दिया गया है l


Body:ईटीवी भारत में पहले ही इस बात का खुलासा कर दिया था कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भाजपा के दो उपाध्यक्ष और लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने देना चाहते हैं इस बात को लेकर दोनों दलों के अंदर लंबा विवाद चला और आखिरकार पूर्व मंत्री सम्राट चौधरी और पूर्व मंत्री नीतीश मिश्रा को लोकसभा की टिकट नहीं मिली

आपको बता दें कि दोनों नेता जेडीयू से भाजपा में आए हैं जीतन राम मांझी और नीतीश कुमार के बीच सत्ता को लेकर जब संघर्ष हुआ था तो उस दौरान दोनों नेताओं ने जीतन राम मांझी का साथ दिया था उसके बाद दोनों नेता भाजपा खेमे में आ गए और भारतीय जनता पार्टी ने दोनों नेताओं को पार्टी का उपाध्यक्ष पद से नवाजा बिहार भाजपा के कोर टीम में नीतीश मिश्रा और सम्राट चौधरी का नाम शामिल है सूत्र बताते हैं कि भाजपा ने दोनों के नाम पर काफी समय तक अड़ियल रुख अपनाया था लेकिन जेडीयू के जिद के आगे पार्टी को पीछे हटना पड़ा


Conclusion:नीतीश मिश्रा सम्राट चौधरी के अलावा 2 महिला नेत्री भी हैं जिन्हें नीतीश कुमार का कोप भाजन बनना पड़ा भाजपा की एक और उपाध्यक्ष पुतुल सिंह और वरिष्ठ नेत्री रेणु कुशवाहा तो भी वे टिकट होना पड़ा अला के पुतुल सिंह निर्दलीय बांका से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही हैं गौरतलब है कि सम्राट चौधरी नीतीश मिश्रा रेणु कुशवाहा तीनों नीतीश कैबिनेट में मंत्री रह चुके हैं और पुतुल सिंह भाभी जेडीयू से गहरा रिश्ता रहा है तो तुम सिम के पति दिवंगत दिग्विजय सिंह के नीतीश कुमार से काफी करीबी रिश्ते थे l
टिकट नहीं मिलने वालों के चेहरे पर मायूसी है भाजपा के दो उपाध्यक्ष सम्राट चौधरी और नीतीश मिश्रा को अब और लंबा इंतजार करना पड़ेगा सम्राट चौधरी से ईटीवी भारत संवाददाता ने जब पूछा कि क्या नीतीश कुमार के दबाव के चलते आप को टिकट नहीं मिली तो उनका कहना था कि ऐसी कोई बात नहीं है भाजपा अपने फैसले खुद लेती है किसी का जवाब भाजपा के ऊपर नहीं होता है l
भाजपा के दूसरे उपाध्यक्ष मिथिलेश तिवारी ने कहा कि हमारे नेता प्रधानमंत्री पद के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं और सब लोग उन्हें समर्थन दे रहे हैं इसलिए किसे टिकट मिलता है और किसे नहीं मिलता है या छोटी बात हैl
राजद के मुख्य प्रवक्ता भाई बिरेंद्र ने कहा कि नीतीश का अंदाज यही है अपने दुश्मनों से इसी तरीके से वह बदला लेते हैं भाई बिरेंद्र ने कहा कि नीतीश कुमार ने मुझे भी मंत्री नहीं बनने दिया था जबकि लालू यादव ने मेरा नाम सूची में भेजा था राजद नेता ने कहा कि सम्राट चौधरी नितेश मिश्रा पुतुल सिंह जैसे नेताओं से नीतीश कुमार ने एक तरीके से बदला लेने का काम किया है l
आपको बता दें कि ईटीवी भारत में पहले ही इस खबर को प्रकाशित किया था जिसमें यह बताया जाता है कि नीतीश कुमार भाजपा के तीन उपाध्यक्ष को बेटिकट करना चाहते हैं
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