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तीन फेज के चुनाव में दांव पर NDA की प्रतिष्ठा, सामने है सीटिंग सीट बचाने की बड़ी चुनौती - RJD

महागठबंधन की तरफ से भी प्रचार में पूरी ताकत झोंकी गई है। बचे तीन चरणों में महागठबंधन के लिए खोने को बहुत कुछ नहीं है. लेकिन एनडीए की प्रतिष्ठा जरूर दांव पर लगी है

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Published : May 2, 2019, 10:01 PM IST

पटना: बिहार में तीन चरणों के चुनाव बचे हुए हैं. पांचवें चरण का चुनाव 6 मई को छठे चरण का 12 मई को और सातवें चरण का चुनाव 19 मई को होना है. तीनों फेज में 21 सीटों पर चुनाव होना है और अधिकांश सीट एनडीए की सीटिंग सीट है. इसलिए एनडीए ने अपने सभी बड़े स्टार प्रचारकों को चुनाव प्रचार में झोंक दिया है.

चुनाव प्रचार पर जोर

प्रधानमंत्री मुजफ्फरपुर में सभा कर चुके हैं और बक्सर में अगली सभा करेंगे. वहीं अमित शाह का बिहार में लगातार कार्यक्रम है. रोड शो भी करेंगे. गृहमंत्री राजनाथ सिंह से लेकर बीजेपी के कई बड़े नेता लगातार प्रचार में लगे हुए हैं तो वहीं नीतीश कुमार और सुशील मोदी रामविलास के साथ प्रतिदिन 4 सभाएं कर रहे हैं.

पांचवे चरण का मतदान
पांचवें चरण में सीतामढ़ी, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, सारण और हाजीपुर 5 सीटें हैं और सभी एनडीए की सीटिंग सीट है. हालांकि सीतामढ़ी रालोसपा जीती थी. जो अब एनडीए का पार्ट नहीं है. छठे चरण का चुनाव 8 सीटों पर 12 मई को होना है. छठे चरण में बाल्मीकि नगर, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, शिवहर, वैशाली, महाराजगंज, गोपालगंज और सिवान में चुनाव होना है. सभी एनडीए की सीटिंग सीट है, इसलिए यह चरण महत्वपूर्ण है.

सातवें चरण का मतदान

वहीं सातवें चरण में 19 मई को 8 सीटों पर पाटलिपुत्र, पटना साहिब, नालंदा, जहानाबाद, काराकाट, आरा, सासाराम और बक्सर में वोट डाला जाएग. सभी सीट एनडीए ने जीता था. लेकिन जहानाबाद और काराकाट रालोसपा के पास था जो महागठबंधन में है.

बीजेपी दफ्तर

शहाबुद्दीन का सिक्का लंबे समय तक चला

आने वाले चरणों को देखें तो सिवान में 2014 में बीजेपी के उम्मीदवार ओम प्रकाश यादव ने फतह हासिल की थी. लेकिन यहां शहाबुद्दीन का सिक्का लंबे समय तक चलता रहा और इस बार उनकी पत्नी मैदान में हैं. जदयू को सिवान का सीट मिला है. और जदयू ने कविता सिंह को मैदान में उतारा है. महाराजगंज में जनार्दन सिंह सिग्रीवाल एक बार फिर से मैदान में हैं. 2014 में भी जीत हासिल की थी उनके सामने प्रभुनाथ सिंह के बेटे चुनाव मैदान में हैं यहां प्रभुनाथ सिंह का सिक्का चलता रहा है.

छपरा से तेज प्रताप यादव के ससुर चुनाव मैदान में

छपरा से लालू प्रसाद यादव कई बार चुनाव जीते हैं. इस बार उनके समधी और तेज प्रताप यादव के ससुर चुनाव मैदान में हैं. पिछली बार बीजेपी के राजीव प्रताप रूडी को यहां से जीत मिली थी. वह इस बार भी मैदान में हैं. मोतिहारी की बात करें तो राधा मोहन सिंह लगातार चुनाव जीतते रहे हैं. शिवहर में भी रामादेवी लगातार जीतती रही है. दोनों फिर मैदान में हैं. नालंदा नीतीश कुमार का घर है और नीतीश कुमार के नाम पर जदयू उम्मीदवार को वोट इस बार भी मिलेगा.

पाटलिपुत्र में लड़ाई दिलचस्प

पाटलिपुत्र में लड़ाई इस बार भी दिलचस्प है. मीसा भारती फिर चुनाव मैदान में हैं पिछली बार बीजेपी के रामकृपाल यादव ने उन्हें हराया था. इस बार भी रामकृपाल यादव उनके सामने हैं. तो वहीं पटना साहिब बीजेपी का गढ़ है. इस बार केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं उनके सामने शत्रुघ्न सिन्हा है जो पिछली बार बीजेपी से जीते थे.

जेडीयू प्रवक्ता ने क्या कहा

जदयू प्रवक्ता डॉक्टर सुनील के अनुसार बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में पीएम नरेंद्र मोदी के सहयोग से जो विकास के कार्य किए गए हैं. जनता उसी पर वोट कर रही है. आने वाले चरण में भी एनडीए के पक्ष में जनता अपना वोट देगी. महागठबंधन का खाता तक नहीं खुलेगा.

आरजेडी नेता उदय नारायण चौधरी की राय
वहीं पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और आरजेडी नेता उदय नारायण चौधरी का कहना है महागठबंधन के पक्ष में अंडरकरेंट है. जदयू के विकास के दावे पर उदय चौधरी ने कहा कि सृजन घोटाला का विकास हुआ है.

पटना: बिहार में तीन चरणों के चुनाव बचे हुए हैं. पांचवें चरण का चुनाव 6 मई को छठे चरण का 12 मई को और सातवें चरण का चुनाव 19 मई को होना है. तीनों फेज में 21 सीटों पर चुनाव होना है और अधिकांश सीट एनडीए की सीटिंग सीट है. इसलिए एनडीए ने अपने सभी बड़े स्टार प्रचारकों को चुनाव प्रचार में झोंक दिया है.

चुनाव प्रचार पर जोर

प्रधानमंत्री मुजफ्फरपुर में सभा कर चुके हैं और बक्सर में अगली सभा करेंगे. वहीं अमित शाह का बिहार में लगातार कार्यक्रम है. रोड शो भी करेंगे. गृहमंत्री राजनाथ सिंह से लेकर बीजेपी के कई बड़े नेता लगातार प्रचार में लगे हुए हैं तो वहीं नीतीश कुमार और सुशील मोदी रामविलास के साथ प्रतिदिन 4 सभाएं कर रहे हैं.

पांचवे चरण का मतदान
पांचवें चरण में सीतामढ़ी, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, सारण और हाजीपुर 5 सीटें हैं और सभी एनडीए की सीटिंग सीट है. हालांकि सीतामढ़ी रालोसपा जीती थी. जो अब एनडीए का पार्ट नहीं है. छठे चरण का चुनाव 8 सीटों पर 12 मई को होना है. छठे चरण में बाल्मीकि नगर, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, शिवहर, वैशाली, महाराजगंज, गोपालगंज और सिवान में चुनाव होना है. सभी एनडीए की सीटिंग सीट है, इसलिए यह चरण महत्वपूर्ण है.

सातवें चरण का मतदान

वहीं सातवें चरण में 19 मई को 8 सीटों पर पाटलिपुत्र, पटना साहिब, नालंदा, जहानाबाद, काराकाट, आरा, सासाराम और बक्सर में वोट डाला जाएग. सभी सीट एनडीए ने जीता था. लेकिन जहानाबाद और काराकाट रालोसपा के पास था जो महागठबंधन में है.

बीजेपी दफ्तर

शहाबुद्दीन का सिक्का लंबे समय तक चला

आने वाले चरणों को देखें तो सिवान में 2014 में बीजेपी के उम्मीदवार ओम प्रकाश यादव ने फतह हासिल की थी. लेकिन यहां शहाबुद्दीन का सिक्का लंबे समय तक चलता रहा और इस बार उनकी पत्नी मैदान में हैं. जदयू को सिवान का सीट मिला है. और जदयू ने कविता सिंह को मैदान में उतारा है. महाराजगंज में जनार्दन सिंह सिग्रीवाल एक बार फिर से मैदान में हैं. 2014 में भी जीत हासिल की थी उनके सामने प्रभुनाथ सिंह के बेटे चुनाव मैदान में हैं यहां प्रभुनाथ सिंह का सिक्का चलता रहा है.

छपरा से तेज प्रताप यादव के ससुर चुनाव मैदान में

छपरा से लालू प्रसाद यादव कई बार चुनाव जीते हैं. इस बार उनके समधी और तेज प्रताप यादव के ससुर चुनाव मैदान में हैं. पिछली बार बीजेपी के राजीव प्रताप रूडी को यहां से जीत मिली थी. वह इस बार भी मैदान में हैं. मोतिहारी की बात करें तो राधा मोहन सिंह लगातार चुनाव जीतते रहे हैं. शिवहर में भी रामादेवी लगातार जीतती रही है. दोनों फिर मैदान में हैं. नालंदा नीतीश कुमार का घर है और नीतीश कुमार के नाम पर जदयू उम्मीदवार को वोट इस बार भी मिलेगा.

पाटलिपुत्र में लड़ाई दिलचस्प

पाटलिपुत्र में लड़ाई इस बार भी दिलचस्प है. मीसा भारती फिर चुनाव मैदान में हैं पिछली बार बीजेपी के रामकृपाल यादव ने उन्हें हराया था. इस बार भी रामकृपाल यादव उनके सामने हैं. तो वहीं पटना साहिब बीजेपी का गढ़ है. इस बार केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं उनके सामने शत्रुघ्न सिन्हा है जो पिछली बार बीजेपी से जीते थे.

जेडीयू प्रवक्ता ने क्या कहा

जदयू प्रवक्ता डॉक्टर सुनील के अनुसार बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में पीएम नरेंद्र मोदी के सहयोग से जो विकास के कार्य किए गए हैं. जनता उसी पर वोट कर रही है. आने वाले चरण में भी एनडीए के पक्ष में जनता अपना वोट देगी. महागठबंधन का खाता तक नहीं खुलेगा.

आरजेडी नेता उदय नारायण चौधरी की राय
वहीं पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और आरजेडी नेता उदय नारायण चौधरी का कहना है महागठबंधन के पक्ष में अंडरकरेंट है. जदयू के विकास के दावे पर उदय चौधरी ने कहा कि सृजन घोटाला का विकास हुआ है.

Intro:पटना-- बिहार में तीन चरणों का चुनाव शेष है ।पांचवें चरण का चुनाव 6 मई को छठे चरण का 12 मई को और सातवें चरण का चुनाव 19 मई को होना हैं । तीनों फेज में 21 सीटों पर चुनाव होना है और अधिकांश सीट एनडीए का सीटिंग सीट है। इसलिए एनडीए ने अपने सभी बड़े स्टार प्रचारकों को चुनाव प्रचार में झोंक दिया है प्रधानमंत्री मुजफ्फरपुर में सभा कर चुके हैं और बक्सर में अगली सभा करेंगे । वहीं अमित शाह का बिहार में लगातार कार्यक्रम है रोड शो भी करेंगे। गृह मंत्री राजनाथ सिंह से लेकर बीजेपी के कई बड़े नेता लगातार प्रचार में लगे हुए हैं तो वहीं नीतीश कुमार और सुशील मोदी रामविलास के साथ प्रतिदिन 4 सभाएं कर रहे हैं।


Body: पांचवें चरण में सीतामढ़ी, मधुबनी मुजफ्फरपुर, सारण और हाजीपुर 5 सीट है और सभी एनडीए का सीटिंग सीट है हालांकि सीतामढ़ी रालोसपा जीती थी जो अब एनडीए का पार्ट नहीं है। छठे चरण का चुनाव 8 सीटों पर 12 मई को होना है । छठे चरण में बाल्मीकि नगर, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, शिवहर, वैशाली, महाराजगंज, गोपालगंज और सिवान में चुनाव होना है। सभी एनडीए का सीटिंग सीट है इसलिए यह चरण महत्वपूर्ण है। तो वहीं सातवें चरण में 19 मई को 8 सीटों पाटलिपुत्र,पटना साहिब , नालंदा, जहानाबाद, काराकाट,आरा, सासाराम और बक्सर में वोट डाला जाएगा। सभी सीट एन डी ए ने जीता था।लेकिन जहानाबाद और काराकाट रालोसपा के पास था जो महागठबंधन में है।
आने वाले चरणों को देखें तो सिवान में 2014 में बीजेपी के उम्मीदवार ओम प्रकाश यादव ने फतह हासिल की थी लेकिन यहां शहाबुद्दीन का सिक्का लंबे समय तक चलता रहा और इस बार उनकी पत्नी मैदान में हैं जदयू को सिवान का सीट मिला है और जदयू ने कविता सिंह को मैदान में उतारा है। महाराजगंज में जनार्दन सिंह सिग्रीवाल एक बार फिर से मैदान में है 2014 में भी जीत हासिल की थी उनके सामने प्रभुनाथ सिंह के बेटे चुनाव मैदान में हैं यहां प्रभुनाथ सिंह का सिक्का चलता रहा है छपरा से लालू प्रसाद यादव कई बार चुनाव जीते हैं इस बार उनके समधी और तेज प्रताप यादव के ससुर चुनाव मैदान में हैं पिछली बार बीजेपी के राजीव प्रताप रूडी को यहां से जीत मिली थी इस बार भी मैदान में है। मोतिहारी की बात करें तो राधा मोहन सिंह लगातार चुनाव जीतते रहे हैं शिवहर में भी रामादेवी लगातार जीतती रही है दोनों फिर मैदान में हैं। नालंदा नीतीश कुमार का घर है और नीतीश कुमार के नाम पर जदयू उम्मीदवार को वोट इस बार भी मिलेगा। पाटलिपुत्र में लड़ाई इस बार भी दिलचस्प है। मीसा भारती फिर चुनाव मैदान में हैं पिछली बार बीजेपी के रामकृपाल यादव ने उन्हें हराया था इस बार भी रामकृपाल यादव उनके सामने हैं तो वहीं पटना साहिब बीजेपी का गढ़ है इस बार केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं उनके सामने शत्रुघ्न सिन्हा है जो पिछली बार बीजेपी से जीते थे।
जदयू प्रवक्ता डॉक्टर सुनील के अनुसार बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में पीएम नरेंद्र मोदी के सहयोग से जो विकास के कार्य किए गए हैं जनता उसी पर वोट कर रही है आने वाले चरण में भी एन डी ए के पक्ष में जनता अपना वोट देगी। महागठबंधन का खाता तक नहीं खुलेगा।
बाईट--सुनील कुमार सिंह, जदयू प्रवक्ता
वहीं पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और आरजेडी नेता उदय नारायण चौधरी का कहना है महागठबंधन के पक्ष में अंडरकरेंट है। जदयू के विकास के दावे पर उदय चौधरी ने कहा कि सृजन घोटाला का विकास हुआ है।
बाईट--उदय नारायण चौधरी, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष।


Conclusion:महागठबंधन की तरफ से भी प्रचार में पूरी ताकत झोंकी गई है। बचे तीन चरणों में महागठबंधन के लिए खोने को बहुत कुछ नहीं है लेकिन एनडीए की प्रतिष्ठा जरूर दांव पर लगी है देखना है 21 सीटों में से एनडीए कितना सीट बचा पाता है।
अविनाश, पटना।
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