पटना: बिहार विधानसभा चुनाव के पहले एनडीए में सीट बंटवारे को लेकर दबाव की राजनीति चरम पर है. एक तरफ चिराग पासवान जहां दबाव की राजनीति कर रहे हैं. तो वहीं, जेडीयू ने चुप्पी साध रखा है. लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान लगातार बिहार सरकार और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कार्यकाल पर सवाल खड़ा कर रहे हैं. अब तो उन्होंने यह भी कह दिया है कि बीजेपी को बड़े भाई की भूमिका में रहना चाहिए.
चिराग पासवान और उनकी पार्टी लगातार 143 सीटों पर उम्मीदवार उतारने की बात कह रहे हैं. हालांकि सारी लड़ाई सीटों के बंटवारे को लेकर है. 2015 में एलजेपी 42 सीटों पर चुनाव लड़ी थी, जिसमें 2 सीट ही जीत पाई थी और BJP 157 सीटों पर लड़ी थी और 53 सीट जीत पाई थी. वहीं, जेडीयू को 101 में से महज 71 सीट मिला था.
क्या कहते हैं बीजेपी प्रवक्ता संजय टाइगर
बीजेपी प्रवक्ता और पूर्व विधायक संजय टाइगर की माने तो एनडीए एकजुट है. उनका कहना है कि जिस तरह से लोकसभा चुनाव में पलक झपकते ही सीटों का बंटवारा कर लिया गया था. ठीक उसी प्रकार विधानसभा चुनाव के सीटों के बंटवारे को लेकर शीर्ष नेतृत्व जल्द ही सीटों का बंटवारा कर लेंगे. तो वहीं, जेडीयू नेता अजय आलोक ने लोजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि युवा राष्ट्रीय अध्यक्ष और लोजपा का भविष्य इस बार जनता तय करेगी.
सीट बंटवारे को लेकर एनडीए में विवाद नहीं
लोजपा के विधायक राजू तिवारी ने कहा 'गठबंधन में रहना है और किसके साथ चुनाव लड़ना है. इसके लिए पार्टी के नेता और कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान को अधिकृत किया है. वहीं तय करेंगे लोजपा किसके साथ चुनाव लड़ेगी. लोजपा जिस गठबंधन के साथ चुनाव लड़ेगी. सरकार उसी की बनेगी. हालांकि लोजपा विधायक राजू तिवारी की माने तो एनडीए गठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर कोई विवाद नहीं है.