पटना : बिहार की राजधानी पटना से सटे मसौढ़ी सिविल कोर्ट में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया. यहां मामलों के निपटारे के लिए दो बेंच का गठन किया गया है. पहले बेंच पर प्रथम श्रेणी के न्यायिक दंडाधिकारी उपेंद्र साह और दूसरे बेंच पर न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी ललन कुमार रजक थे. अदालत में काम के बढ़ते बोझ को कम करने और लोगों को सस्ता, सुलभ और त्वरित न्याय देने के लिए राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया जा रहा है.
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लोक अदालत का लाभ उठाने की अपील : लोक अदालत के कई तरह के फायदे हैं. इसमें किसी भी प्रकार की फीस नहीं देनी पड़ती है. राष्ट्रीय लोक अदालत में खास तौर पर बैंकिंग से जुड़े विवाद जैसे होम लोन एवं कई अन्य लोन दूसरे किस्म के कार्य सिविल केस, जमीन के कब्जे, बिजली बिल, गाड़ी के चलान व अन्य कई तरह के मामलों की सुनवाई होती है. न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी ललन रजक ने आम जनों से अपील की है कि लोक अदालत के माध्यम से आप अपने-अपने मामलों का निष्पादन कराएं और इसका लाभ उठाएं.
"राष्ट्रीय लोक अदालत के द्वारा आम जनों को त्वरित सस्ता और सुलभ न्याय मिल जाता है. लोक अदालत को लेकर जिला विधिक सेवा प्राधिकार का उद्देश्य समाज के अंतिम व्यक्ति तक कानून का लाभ पहुंचाना है". - उपेंद्र साह, मुंसिफ सह प्रथम न्यायिक दंडाधिकारी , सिविल कोर्ट मसौढ़ी
ऑन द स्पाॅट होता है फैसला : राष्ट्रीय लोक अदालत में फैसला भी ऑन द स्पॉट होता है. मसौढी सिविल कोर्ट में आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में इंश्योरेंस कंपनी, विभिन्न बैंक, न्यायिक अधिकारी, टेलीफोन विभाग, बिजली विभाग, अंचल, प्रखंड, मद्य निषेध विभाग, नाप तौल विभाग आदि के लोग शामिल रहे. ज्यादातर कर्ज एवं लोन को लेकर बैंक सेटेलमेंट की भीड़ रही. इसके अलावा बिजली बिल और आपसी समझौते की भीड़ लगी रही.