पटना: कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने आज देश के सभी खुदरा व्यापारियों के लिए एक राष्ट्रीय ई-कामर्स मार्केटप्लेस www.bharatemarket.in के जल्द ही लॉन्च करने की घोषणा की है. इस ई-कॉमर्स मार्केटप्लेस में कैट विभिन्न प्रौद्योगिकी कंपनियों की क्षमताओं को एकीकृत करेगा ताकि वे उपभोक्ताओं को उनके घर पर ही सामान की डिलीवरी करवाएं. साथ ही लॉजिस्टिक्स और सप्लाई चेन को पूरे देश में इस पोर्टल के माध्यम से इकट्ठा कर सकें.
इस ई-कॉमर्स पोर्टल में देश के खुदरा विक्रेताओं, जिन्होंने वर्षों से भारतीय उपभोक्ताओं की सेवा की है और कई मामलों में पीढ़ियों तक भी उपभोक्ताओं के साथ सम्बंध बनाये हुए हैं उनकी राष्ट्रीय स्तर पर भागीदारी होगी.
95% खुदरा व्यापारियों को जोड़ने का लक्ष्य
कैट बिहार चेयरमैन कमल नोपानी, अध्यक्ष अशोक कुमार वर्मा व महासचिव डॉ. रमेश गांधी ने कहा कि पूरे देश में दूरदराज के क्षेत्रों में भी आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति में व्यापारियों की शानदार भूमिका को मंजूरी देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में किए गए तीन ट्वीट्स में व्यापारियों के योगदान को सराहा. कैट ने पीएम के डिजिटल इंडिया और डिजिटल भुगतान के दृष्टिकोण को अमली जामा पहनाने के लिए वाणिज्य मंत्रालय के डीपीआईआईटी के शुरूआती सहयोग से राष्ट्रीय ई मार्केटप्लेस में भारत के 95% खुदरा व्यापारियों को जोड़ने का बीड़ा उठाया है.
नहीं होगा विदेशी हस्तक्षेप
इसमें जुड़ने वाले व्यापारी इस पोर्टल के शेयरधारक भी होंगे और यह पोर्टल व्यापारियों द्वारा, व्यापारियों का और व्यापारियों एवं उपभोक्ताओं का ही होगा, जिसमें किसी भी प्रकार का विदेशी हस्तक्षेप नहीं होगा. व्यापारियों को ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर लाने के लिए प्रत्येक व्यापारी को बोर्ड पर शेयरधारक होगा.
किराना दुकानों को जोड़ने का प्रयास
कैट बिहार अध्यक्ष अशोक कुमार वर्मा ने कहा कि प्रवीण खंडेलवाल ने आज एक वीडियो प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए बताया कि पोर्टल डीपीआईआईटी के विभिन्न अनुभवों का एक उप-उत्पाद है. इसके अंतर्गत कैट ने डीपीआईआईटी के साथ काम करते हुए लॉकडाउन की अवधि के दौरान देश भर में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सफलतापूर्वक सुनिश्चित की है. डीपीएआईआईटी के तहत स्टार्टअप इंडिया डिवीजन ने उपभोक्ताओं द्वारा ऑनलाइन ऑर्डर करने के लिए स्थानीय किराना स्टोरों की मदद कर सप्लाई चेन में काम करने वाली विभिन्न कंपनियों और स्टार्टअप्स के प्रयासों को जोड़ लिया है.
90 शहरों के लिए प्लान तैयार
कैट बिहार संरक्षक शशी शेखर रस्तोगी, टी. आर. गांधी व कोषाध्यक्ष अरूण कुमार गुप्ता ने बताया कि कैट ने पहले इस कार्यक्रम को पायलट के रूप में शुरू किया. इसमें शुरूआत में 6 शहरों में आवश्यक वस्तुओं का वितरण किया गया, जिसमें प्रयागराज, गोरखपुर, वाराणसी, लखनऊ, कानपुर और बेंगलुरु शहर शामिल थे. अब बिहार समेत सभी शहरों में रिटेलर्स और उपभोक्ताओं का जबरदस्त सहयोग मिला है. इससे उत्साहित होकर फिलहाल पिछले दो हफ्तों में यह 90 से अधिक शहरों तक पहुंच गया है. कैट डीपीआईआईटी के सक्रिय समर्थन और मार्गदर्शन के लिए बहुत आभारी है, क्योंकि लॉकडाउन में देश के विभिन्न शहरों में लोगों को आवश्यक वस्तुओं के वितरण में उनका महत्वपूर्ण सहयोग मिला है.
एक क्लिक पर बाजू वाली दुकान से आएगा सामान
कैट महानगर अध्यक्ष प्रिंस कुमार राजू व सचिव संजय बरनवाल ने कहा कि डीपीआईआईटी के शुरुआती समर्थन के साथ देश भर के व्यापारी एक बार फिर से भारतीय उपभोक्ताओं की सेवा करेंगे. युवा भारत की बदलती प्राथमिकताओं को ध्यान में रखते हुए सभी पड़ोस की दुकानों को ऑनलाइन व्यापार से जोड़ेंगे. लोग जल्द ही एक बटन के क्लिक पर अपने फोन पर अपनी आवश्यकता के अनुसार कुछ भी ऑर्डर कर सकते हैं. इसे कम समय के अंदर पड़ोस की दुकान से प्राप्त कर सकते हैं. पोर्टल की संपूर्ण लॉजिस्टिक प्रणाली, सभी सुरक्षा और स्वच्छता आवश्यकताओं का कड़ाई से पालन करेगी. व्यापारी, उनके कर्मचारी और सभी वितरण वाले व्यक्ति अपनी सुरक्षा के लिए हमेशा अरोग्य सेतु ऐप का उपयोग करेंगे.
ई-मार्केट पोर्टल ला सकता है बड़ी क्रांति
कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया ने कहा कि व्यापारियों और उपभोक्ताओं के लिए कैट के नेतृत्व वाला राष्ट्रीय ई -मार्केट पोर्टल देश के रिटेल व्यापार में एक बड़ी क्रांति लाएगा. इस पोर्टल से जुड़ने वाले व्यापारी इस मार्केटप्लेस के एक हिस्से के मालिक होंगे और पोर्टल में दुनिया में सबसे बड़ा ई-कॉमर्स पोर्टल बनने की क्षमता है. इसका मिशन भारत की पारंपरिक स्व-संगठित व्यापारिकता को डिजिटल तकनीक से जोड़ कर निर्माता से लेकर अंतिम उपभोक्ता तक सामान पहुंचाने की जिम्मेदारी होगी. देश के कस्टमर्स को पूर्ण विकल्प और अधिकतम सुविधा प्रदान करना इस पोर्टल का मुख्य उद्देश्य है. इसकी खासियत यह है कि पोर्टल का सारा डाटा भारत में ही रहेगा.
क्यों खास है यह पोर्टल?
प्रमुख समाज सेवी व कैट सदस्य मुकेश नंदन ने बताया कि इस पोर्टल की विशेषता यह है कि एक ही पोर्टल पर ग्राहक हर प्रकार का सामान खरीद सकते हैं. बिकने वाले सामान पर कोई भी शुल्क नहीं लगेगा और व्यापारियों की ई- दुकानें बिना किसी शुल्क के बनाई जाएंगी. कोई भी उपभोक्ता अपने निकटतम रिटेलर से सामान खरीद सकेगा, जिसकी डिलीवरी तुरंत की जायेगी. अन्य पोर्टलों की अपेक्षा इस पोर्टल में सामान की गुणवत्ता, कीमत और डिलीवरी बहुत ही कम समय में होगी.