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पटना: पेयजल आपूर्ति को लेकर नगर निगम की तैयारी, हर घर पहुंचाएंगे शुध्द पानी

नगर निगम के सशक्त स्थाई समिति के सदस्य ने कहा कि पानी की गुणवत्ता में कमी है उसको लेकर निगम हर संभव शुद्ध पानी पिलाने का प्रयास कर रही है. शुद्ध पानी के लिए पटना में लगभग हर घर 77 पंप लगाने की योजना है. यह काम 7 से 8 महीने के अंदर पूरा हो जाएगा.

शुध्द पानी के लिए नगर निगम की तैयारी
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Published : Nov 19, 2019, 6:25 PM IST

पटना: राजधानी वासियों के लिए पेयजल आपूर्ति को लेकर नगर निगम नई शुरुआत करने जा रहा है. मुख्यमंत्री के सात निश्चय योजना के तहत 'हर घर नल का जल' से शुद्ध पानी के तहत नगर निगम ने काम शुरू कर दिया है. इसको लेकर निगम के सशक्त स्थाई समिति के सदस्य इंद्रदीप चंद्रवंशी ने कहा कि 6 से 8 महीने के अंदर पटनावासियों को शुद्ध पानी पीने को मिलेगा.

पानी की शुद्धता में पटना 10वें स्थान पर
बता दें कि जब से भारतीय मानक ब्यूरो ने देश के विभिन्न शहरों के पानी के नमूने की जांच की है. साथ ही पानी की गुणवत्ता पर सवाल खड़े किए हैं. तब से हर तरफ शुद्ध पानी पीने की चर्चा शुरू हो रही है. भारतीय मानक ब्यूरो के अनुसार पानी की शुद्धता के मामले में पटना को दसवां स्थान मिला है. पानी की शुद्धता को लेकर पटना में भी अब चर्चा होनी शुरू हो गई है. ऐसे में सवाल उठता है कि जल आपूर्ति परिषद जो पटना नगर निगम के पास है वह पटना वासियों तक शुद्ध पानी कैसे मुहैया कराएगा.

शुध्द पानी के लिए नगर निगम की तैयारी

'हर घर तक पहुंचाएंगे शुद्ध पानी'
नगर निगम के सशक्त स्थाई समिति के सदस्य ने कहा कि पानी की गुणवत्ता में कमी है उसको लेकर निगम हर संभव शुद्ध पानी पिलाने की कोशिश कर रहे हैं. शुद्ध पानी के लिए पटना में लगभग हर घर 77 पंप लगाने की योजना है. यह काम 7 से 8 महीने के अंदर पूरा हो जाएगा. जिसके लिए लगभग पटना शहर में 193 योजनाएं पाइप लाइन विस्तार के लिए कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि शुद्ध पानी के लिए निगम लगभग 700 से 800 फीट नीचे से पानी निकालकर प्यूरीफाई कर लोगों को अच्छी क्वालिटी का पानी पाइप लाइन के जरिए घर तक पहुंचाएंगे.

कमी के आधार पर की जाएगी जांच
इंद्रदीप चंद्रवंशी ने बताया कि पटना नगर निगम के जल आपूर्ति पाइप की जो योजना पहले से बनी थी वह सारा पाइप खराब हो चुका है और एक बार फिर से नए सिरे से पाइप बिछाया जाएगा. पानी की गुणवत्ता में कमी आ जाने के कारण नगर निगम ने एक बार फिर से जलापूर्ति को लेकर बिहार लोक सेवा अभियंत्रण विभाग के पानी की जांच के लिए अभियंत्रण विभाग के पास भेजा है. कुछ दिनों में ही रिपोर्ट आ जाएगी की हमारे पानी की गुणवत्ता में कितनी कमी है उसके आधार पर हम आगे की कार्रवाई भी करेंगे.

पटना: राजधानी वासियों के लिए पेयजल आपूर्ति को लेकर नगर निगम नई शुरुआत करने जा रहा है. मुख्यमंत्री के सात निश्चय योजना के तहत 'हर घर नल का जल' से शुद्ध पानी के तहत नगर निगम ने काम शुरू कर दिया है. इसको लेकर निगम के सशक्त स्थाई समिति के सदस्य इंद्रदीप चंद्रवंशी ने कहा कि 6 से 8 महीने के अंदर पटनावासियों को शुद्ध पानी पीने को मिलेगा.

पानी की शुद्धता में पटना 10वें स्थान पर
बता दें कि जब से भारतीय मानक ब्यूरो ने देश के विभिन्न शहरों के पानी के नमूने की जांच की है. साथ ही पानी की गुणवत्ता पर सवाल खड़े किए हैं. तब से हर तरफ शुद्ध पानी पीने की चर्चा शुरू हो रही है. भारतीय मानक ब्यूरो के अनुसार पानी की शुद्धता के मामले में पटना को दसवां स्थान मिला है. पानी की शुद्धता को लेकर पटना में भी अब चर्चा होनी शुरू हो गई है. ऐसे में सवाल उठता है कि जल आपूर्ति परिषद जो पटना नगर निगम के पास है वह पटना वासियों तक शुद्ध पानी कैसे मुहैया कराएगा.

शुध्द पानी के लिए नगर निगम की तैयारी

'हर घर तक पहुंचाएंगे शुद्ध पानी'
नगर निगम के सशक्त स्थाई समिति के सदस्य ने कहा कि पानी की गुणवत्ता में कमी है उसको लेकर निगम हर संभव शुद्ध पानी पिलाने की कोशिश कर रहे हैं. शुद्ध पानी के लिए पटना में लगभग हर घर 77 पंप लगाने की योजना है. यह काम 7 से 8 महीने के अंदर पूरा हो जाएगा. जिसके लिए लगभग पटना शहर में 193 योजनाएं पाइप लाइन विस्तार के लिए कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि शुद्ध पानी के लिए निगम लगभग 700 से 800 फीट नीचे से पानी निकालकर प्यूरीफाई कर लोगों को अच्छी क्वालिटी का पानी पाइप लाइन के जरिए घर तक पहुंचाएंगे.

कमी के आधार पर की जाएगी जांच
इंद्रदीप चंद्रवंशी ने बताया कि पटना नगर निगम के जल आपूर्ति पाइप की जो योजना पहले से बनी थी वह सारा पाइप खराब हो चुका है और एक बार फिर से नए सिरे से पाइप बिछाया जाएगा. पानी की गुणवत्ता में कमी आ जाने के कारण नगर निगम ने एक बार फिर से जलापूर्ति को लेकर बिहार लोक सेवा अभियंत्रण विभाग के पानी की जांच के लिए अभियंत्रण विभाग के पास भेजा है. कुछ दिनों में ही रिपोर्ट आ जाएगी की हमारे पानी की गुणवत्ता में कितनी कमी है उसके आधार पर हम आगे की कार्रवाई भी करेंगे.

Intro:छः से आठ महीनों के अन्दर पटना वासियों को मिलेगा शुद्ध पानी नगर निगम कर रहा है तैयारी..मुख्यमंत्री की सात निश्च्य योजना के तहत हर घर नल का जल से लोगो को मिल सकेगा गुणवत्ता युक्त पानी--निगम का दावा ro से भी शुद्ध पानी पिलाये गे


Body:पटना-- जब से भारतीय मानक ब्यूरो ने देश के विभिन्न शहरों के पानी के नमूने की जांच की है और पानी की गुणवत्ता पर सवाल खड़े किए हैं तब से हर तरफ शुद्ध पानी पीने की चर्चा शुरू हो गई है। भारतीय मानक ब्यूरो के अनुसार पानी की शुद्धता के मामले में पटना का दसवां स्थान प्राप्त हुआ है। पानी की शुद्धता को लेकर पटना में भी अब चर्चा होना शुरू हो गया है ऐसे में सवाल उठता है कि जल आपूर्ति परिषद जो पटना नगर निगम के पास है वह पटना वासियों को शुद्ध पानी कैसे पिलाया जाए निगम क्या कर रहा है तैयारी, मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत हर घर नल का जल से शुद्ध पानी कब तक मिलेगा इसको लेकर नगर निगम के सशक्त स्थाई समिति के सदस्य इंद्रदीप चंद्रवंशी ने कहा कि बहुत जल्द ही यानी 6 से 8 महीने के अंदर पटना वासियों को शुद्ध पानी पीने को मिलेगा इसको लेकर निगम बड़े स्तर पर तैयारी कर रहा है।

नगर निगम के सशक्त स्थाई समिति के सदस्य ने कहा कि निगम को पहले से ही पता था कि पानी की गुणवत्ता में कमी है उसको लेकर निगम हर संभव शुद्ध पानी पिलाने का प्रयास कर रही है शुद्ध पानी के लिए पटना में लगभग हर 77 पंप लगाने की निगम के तरफ से योजना बनी है। और यह काम 7 से 8 महीने के अंदर पूरा हो जाएगा। मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत हर घर नल काजल की योजना के तहत लगभग पटना शहर में 193 योजनाएं पाइप लाइन विस्तार के लिए कर रहे हैं। इंद्रदीप चंद्रवंशी ने कहा कि शुद्ध पानी के लिए निगम लगभग 7 00से 800 फीट नीचे से पानी निकालकर रिफाइन कर कर लोगों को अच्छी क्वालिटी का पानी पाइप लाइन के द्वारा घर तक पहुंचाएगा।
ro के सप्लाई पानी के प्रति लोगों को जो प्रचलन बढ़ रहा है उसको भी लेकर निगम तत्पर है लोगों को जागरूक करेगा कि सरकार के द्वारा सप्लाई पानी भी आरो के पानी से शुद्ध है तब जाकर शायद लोगों में जागरुकता आएगी।

नगर निगम के सशक्त स्थाई समिति के सदस्य प्रदीप चंद्रवंशी ने बताया कि पटना नगर निगम के जल आपूर्ति पाइप की जो योजना पहले से बनी थी वह सारा पाइप खराब हो चुका है और एक बार फिर से नए सिरे से पाइप बिछाया जाएगा क्योंकि मुख्यमंत्री के सात निश्चय योजना के तहत हर घर नल का जल पहुंच जाएगा तो पटना के पानी की गुणवत्ता के रैंकिंग में भी सुधार होगा और लोग शुद्ध पानी पी सकेंगे। इसके साथ ही पटना के पानी में आर्सेनिक की मात्रा होती है उसको भी लेकर एक ठोस निर्णय बनाएंगे ताकि लोगों को आर्सेनिक मुक्त पानी मिल सके।

पानी की गुणवत्ता में कमी आ जाने के कारण सतर्क में आया नगर निगम ने एक बार फिर से जलापूर्ति को लेकर बिहार लोक सेवा अभियंत्रण विभाग के पानी की जांच के लिए अभियंत्रण विभाग के पास भेजा है कुछ दिनों में ही रिपोर्ट आ जाएगी की हमारे पानी की गुणवत्ता में कितनी कमी है उसके आधार पर हम आगे की करवाई भी करेंगे।

बाइट-- इंद्रदीप चंद्रवंशी,सशक्त स्थाई समिति सदस्य पटना नगर निगम




Conclusion: भद पीटने के बाद ही सरकार जागती है और अब जागने के बाद काम में कितनी तत्परता दिखती है यह तो समय आने पर पता चलेगा तत्काल पटना बासी ऊपर बायु प्रदूषण और नीचे जल प्रदूषण के बीच में पिसते रहें।

अरविन्द राठौड़ पटना
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