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Patna News: 'सरकार दे सुरक्षा नहीं तो सड़क पर उतरकर करेंगे आंदोलन'.. मुखिया महासंघ की हुंकार

पटना में मुखिया महासंघ की बैठक (Mukhiya Mahasangh Meeting In Patna) हुई. जिसमें जनप्रतिनिधियों ने बिहार सरकार से अपनी सुरक्षा की मांग की. महासंघ के अध्यक्ष ने कहा कि सूबे में लगातार हो रही मुखिया की हत्या से हमलोगों में दहशत है. सरकार जल्द से सुरक्षा हमलोगों को प्रदान करे नहीं तो सड़क पर उतर कर आंदोलन करेंगे. पढे़ं पूरी खबर..

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Published : Feb 10, 2023, 8:53 PM IST

सुरक्षा की मांग को लेकर मुखिया महासंघ की आपातकालीन बैठक
सुरक्षा की मांग को लेकर मुखिया महासंघ की आपातकालीन बैठक
मुखिया महासंघ की बैठक

पटना: बिहार में हाल के दिनों में गोपालगंज और बेगूसराय में मुखिया की हत्या (Murder Of Mukhiya In Begusarai) हुई है. इसको लेकर जनप्रतिनिधियों में दहशत का माहौल है. इसी को लेकर आज 10 फरवरी को बिहार मुखिया महासंघ ने पटना के दरोगा राय पथ में एक आपातकालीन बैठक कर सरकार से सुरक्षा की मांग की है. प्रदेश भर से आए मुखिया ने साफ-साफ कहा कि सरकार अगर हमलोग को सुरक्षा मुहैया नहीं करवाएगी तो सबसे पहले ग्राम विकास के जो कार्य हमारे जिम्मे है, उसे ठप्प करेंगे.

ये भी पढे़ं- सिवान में मुखियापति की हत्या के बाद बिफरे नेता प्रतिपक्ष, कहा-बिहार में जंगल राज के बाद गुंडा राज

मुखिया महासंघ की बैठक : बैठक में मौजूद मुखिया महासंघ के अध्यक्ष मिथिलेश राय ने कहा कि लगातार पंचायत प्रतिनिधि की हत्या बिहार में हो रही है. और प्रशासन मूकदर्शक बनकर बैठा है. हाल में बेगूसराय में मुखिया की हत्या हुई है. कल यानी 9 फरवरी को गोपालगंज के थावे में मुखिया की हत्या कर दी गई. बिहार में जो पंचायत प्रतिनिधि हैं, वह कहां से सुरक्षित है?. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इसके बारे में सोचना ही होगा. उन्होंने कहा कि हम मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री से मांग करते हैं जितना जल्द हो सके जो भी पंचायत प्रतिनिधि हैं, उन्हें सुरक्षा मुहैया करवाया जाए.

"लगातार पंचायत प्रतिनिधियों के अधिकारों में कटौती की जा रही है. केंद्र और राज्य सरकार दोनों मिलकर पंचायत प्रतिनिधि के अधिकार में कटौती कर रहा है. और कहीं न कहीं मुखिया महासंघ इसे बर्दाश्त नहीं करेगा. जिस तरह के हालात अभी बने हुए हैं और जिस तरह से अधिकारी निर्माण कर रहे हैं. वह पंचायत के विकास के लिए अच्छा नहीं है. राज्य और केंद्र सरकार कहती है कि पंचायतों को सशक्त बनाया जाएगा लेकिन अगर इस तरह मुखिया की हत्या होती रही, इस तरह पंचायत प्रतिनिधि के अधिकारों में कटौती होती रही तो किस तरह बिहार के पंचायत का विकास हो पाएगा." - मिथिलेश राय, अध्यक्ष, बिहार मुखिया महासंघ

सरकार से सुरक्षा की मांग : मुखिया महासंघ की बात सरकार नहीं मानेगी तो निश्चित तौर पर एक और बैठक पूरे प्रदेश के मुखिया में लेंगे और सुरक्षा की मांग को लेकर आंदोलन करेंगे. आपको बता दें कि बिहार में 8000 से ज्यादा पंचायत है और सभी पंचायत में प्रतिनिधि के रूप में मुखिया चुने गए हैं. मुखिया महासंघ का साफ-साफ कहना है कि अभी तक बिहार में 1 दर्जन से ज्यादा मुखिया की हत्या हो गई है.

सुरक्षा के लिए बंदूक के लाइसेंस दिए जाएंगे: जबकि इससे पहले जो सरकार थी उन्होंने कहा था कि मुखिया की सुरक्षा के लिए बंदूक के लाइसेंस दिए जाएंगे. सरकार उस बात पर अमल कर रही नहीं रही है. बिहार मुखिया महासंघ अध्यक्ष मिथिलेश राय ने कहा कि हम सरकार से यह भी मांग करेंगे कि हमलोगों की सुरक्षा के लिए बंदूक का लाइसेंस जल्द से जल्द दिया जाए. अगर सरकार हमारी मांगों को नहीं मानती है तो निश्चित तौर पर मुखिया महासंघ द्वारा आंदोलन की तैयारी की जाएगी.

मुखिया महासंघ की बैठक

पटना: बिहार में हाल के दिनों में गोपालगंज और बेगूसराय में मुखिया की हत्या (Murder Of Mukhiya In Begusarai) हुई है. इसको लेकर जनप्रतिनिधियों में दहशत का माहौल है. इसी को लेकर आज 10 फरवरी को बिहार मुखिया महासंघ ने पटना के दरोगा राय पथ में एक आपातकालीन बैठक कर सरकार से सुरक्षा की मांग की है. प्रदेश भर से आए मुखिया ने साफ-साफ कहा कि सरकार अगर हमलोग को सुरक्षा मुहैया नहीं करवाएगी तो सबसे पहले ग्राम विकास के जो कार्य हमारे जिम्मे है, उसे ठप्प करेंगे.

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मुखिया महासंघ की बैठक : बैठक में मौजूद मुखिया महासंघ के अध्यक्ष मिथिलेश राय ने कहा कि लगातार पंचायत प्रतिनिधि की हत्या बिहार में हो रही है. और प्रशासन मूकदर्शक बनकर बैठा है. हाल में बेगूसराय में मुखिया की हत्या हुई है. कल यानी 9 फरवरी को गोपालगंज के थावे में मुखिया की हत्या कर दी गई. बिहार में जो पंचायत प्रतिनिधि हैं, वह कहां से सुरक्षित है?. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इसके बारे में सोचना ही होगा. उन्होंने कहा कि हम मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री से मांग करते हैं जितना जल्द हो सके जो भी पंचायत प्रतिनिधि हैं, उन्हें सुरक्षा मुहैया करवाया जाए.

"लगातार पंचायत प्रतिनिधियों के अधिकारों में कटौती की जा रही है. केंद्र और राज्य सरकार दोनों मिलकर पंचायत प्रतिनिधि के अधिकार में कटौती कर रहा है. और कहीं न कहीं मुखिया महासंघ इसे बर्दाश्त नहीं करेगा. जिस तरह के हालात अभी बने हुए हैं और जिस तरह से अधिकारी निर्माण कर रहे हैं. वह पंचायत के विकास के लिए अच्छा नहीं है. राज्य और केंद्र सरकार कहती है कि पंचायतों को सशक्त बनाया जाएगा लेकिन अगर इस तरह मुखिया की हत्या होती रही, इस तरह पंचायत प्रतिनिधि के अधिकारों में कटौती होती रही तो किस तरह बिहार के पंचायत का विकास हो पाएगा." - मिथिलेश राय, अध्यक्ष, बिहार मुखिया महासंघ

सरकार से सुरक्षा की मांग : मुखिया महासंघ की बात सरकार नहीं मानेगी तो निश्चित तौर पर एक और बैठक पूरे प्रदेश के मुखिया में लेंगे और सुरक्षा की मांग को लेकर आंदोलन करेंगे. आपको बता दें कि बिहार में 8000 से ज्यादा पंचायत है और सभी पंचायत में प्रतिनिधि के रूप में मुखिया चुने गए हैं. मुखिया महासंघ का साफ-साफ कहना है कि अभी तक बिहार में 1 दर्जन से ज्यादा मुखिया की हत्या हो गई है.

सुरक्षा के लिए बंदूक के लाइसेंस दिए जाएंगे: जबकि इससे पहले जो सरकार थी उन्होंने कहा था कि मुखिया की सुरक्षा के लिए बंदूक के लाइसेंस दिए जाएंगे. सरकार उस बात पर अमल कर रही नहीं रही है. बिहार मुखिया महासंघ अध्यक्ष मिथिलेश राय ने कहा कि हम सरकार से यह भी मांग करेंगे कि हमलोगों की सुरक्षा के लिए बंदूक का लाइसेंस जल्द से जल्द दिया जाए. अगर सरकार हमारी मांगों को नहीं मानती है तो निश्चित तौर पर मुखिया महासंघ द्वारा आंदोलन की तैयारी की जाएगी.

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