पटना: वीआईपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार के पशुपालन मंत्री मुकेश सहनी ने बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के फोन आने के बाद अपने फैसले पर यू-टर्न ले लिया है. पहले वो विधान परिषद के 2 सीटों पर हो रहे उपचुनाव में नामांकन के लिए तैयार नहीं थे. फुल टर्म एमएलसी बनना चाहते थे. लेकिन अब सोमवार को नामांकन करेंगे.
बिहार में विधान परिषद की 2 सीटों पर चुनावी प्रक्रिया चल रही है. जिन 2 सीटों के लिए चुनावी प्रक्रिया चल रही है. एक सुशील मोदी के राज्यसभा जाने के कारण खाली हुआ है, तो वहीं दूसरा विनोद नारायण झा के विधायक बनने के कारण खाली हुआ है. 2 सीटों में से एक का कार्यकाल 2022 में समाप्त हो रहा है, तो दूसरे का कार्यकाल 2024 में खत्म हो रहा है.
![मुकेश सहनी ने फेसबुक पर दी जानकारी](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/10278473_757_10278473_1610898639945.png)
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बीजेपी ने एक सीट के लिए शाहनवाज हुसैन के नाम की घोषणा कर दी है, जबकि दूसरी सीट मुकेश सहनी के लिए छोड़ दिया. लेकिन मुकेश सहनी फुल टर्म के लिए एमएलसी बनना चाहते थे. इसलिए पहले बीजेपी नेताओं को मना कर दिया था, इसकी जानकारी उनके मुख्य प्रवक्ता राजीव मिश्रा ने दी थी. लेकिन केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के फोन आने के बाद मुकेश सहनी सोमवार को नामांकन करने के लिए राजी हो गए हैं और इसकी जानकारी खुद फेसबुक पर भी दी है.
अशोक चौधरी को करना होगा इंतजार
विधान परिषद के दोनों सीटों का चुनाव 28 जनवरी को होना है और नामांकन की अंतिम तिथि 18 जनवरी है. बीजेपी ओर से दोनों सीटों पर फैसला होने के बाद अब तय हो गया कि अशोक चौधरी को फिलहाल इंतजार करना होगा.