पटना: बिहार सरकार के पशुपालन मंत्री और वीआईपी पार्टी के नेता मुकेश सहनी अचानक से राजभवन में राज्यपाल से मुलाकात करने पहुंच जाते हैं और पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा बाहर ये अफवाह उड़ा दी जाती है कि मुकेश सहनी मंत्री पद से इस्तीफा देने जा रहे हैं.
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''जब इस्तीफा देने की बात होगी तो वह सबको बता कर इस्तीफा देंगे. मगर अभी इस्तीफा देने की बातें विपक्ष की तरफ से साजिश है. प्रदेश में एनडीए की सरकार काफी मजबूती से सही तरीके से चल रही है और प्रदेश में विकास से जुड़ी योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए प्रतिबद्ध है''- मुकेश सहनी, कैबिनेट मंत्री बिहार
इस्तीफा देने की खबर अफवाह
अफवाह ये उड़ाई गई कि बिहार के निषाद समाज को केंद्र सरकार ने अनुसूचित जाति में शामिल करने से इनकार किया है, ऐसे में केंद्र सरकार के इस फैसले से मुकेश सहनी नाराज चल रहे हैं. राजभवन के सामने मीडिया का जमावड़ा भी हो गया. मुकेश सहनी राज्यपाल से मिलकर निकलने के बाद बोले कि इस्तीफा देने की खबरें झूठी और अफवाह है. वो निषाद समाज से जुड़े कुछ मुद्दों को लेकर राज्यपाल से मिलने पहुंचे थे.
सहनी ने राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन
मुकेश सहनी ने कहा कि उन्होंने राज्यपाल से मुलाकात कर प्रदेश के निषाद समुदाय को अनुसूचित जाति में शामिल करने के लिए एक ज्ञापन सौंपा है और इस ज्ञापन के माध्यम से बताया है कि दूसरे प्रदेशों में निषाद समुदाय को ये हक है और उन्हें वाजिब आरक्षण प्राप्त हो रहा है. मगर प्रदेश के निषाद समुदाय के लोग अपने हक से वंचित रह रहे हैं.
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राज्यपाल ने सहनी को दिया आश्वासन
उन्होंने बताया कि राज्यपाल की तरफ से इस मसले पर सकारात्मक आश्वासन मिला है. राज्यपाल ने उन्हें आश्वस्त किया है कि उनकी बातों को वह गंभीरता से लेते हुए केंद्र तक पहुंचाएंगे. मुकेश सहनी ने कहा कि आज वो जिस मुकाम पर पहुंचे हैं, वह सिर्फ निषाद समुदाय के सहयोग के बदौलत संभव हुआ है. ऐसे में वह निषाद समुदाय के उत्थान के लिए निरंतर कार्य करते रहेंगे.