पटनाः जदयू सांसद सुनील कुमार पिंटू ने पटना में तेली समाज की महत्वपूर्ण बैठक की. बैठक में बीजेपी और अन्य दलों के तेली समाज से जुड़े नेता शामिल हुए. जदयू सांसद ने पार्टी लाइन से अलग हटकर यह बैठक की है और दावा किया है कि तेली समाज की आबादी बिहार में 5% से अधिक है, जबकि जातीय गणना की रिपोर्ट में केवल 2.81% दिखाई गयी है. बैठक में सुनील कुमार पिंटू के तेवर से साफ लग रहा है कि तेली समाज नीतीश कुमार के लिए सिर दर्द बनने वाले हैं.
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बैठक में शामिल हुए 19 जिलों लोगः बता दें कि इससे पहले उपेंद्र कुशवाहा की तरफ से भी कुशवाहा समाज की बैठक कर आंदोलन की घोषणा की गई है, तो वहीं जदयू सांसद के तरफ से तेली समाज की बैठक कर ब्लॉक स्तर पर आंकड़ा तैयार करने का फैसला लिया गया है और उसके बाद फिर मुख्यमंत्री से मिलने की तैयारी है. जदयू सांसद सुनील कुमार पिंटू का कहना है कि आज की बैठक में 19 जिलों के तेली समाज के लोग शामिल हुए. सुनील कुमार पिंटू का दावा है कि बिहार में 5% से अधिक तेली साहू समाज की आबादी है जबकि जातीय गणना की रिपोर्ट में 2.81 प्रतिशत दिखाया गया है.
"तेली समाज की बैठक में तय किया गया कि ब्लॉक स्तर पर आंकड़ा तैयार किया जाएगा और एक डेलिगेट्स मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उन आंकड़ों को लेकर मिलेगा. अगर मुख्यमंत्री तेली समाज की बात नहीं सुनेंगे तो फिर आगे समाज की बैठक में फैसला लिया जाएगा. पार्टी नेतृत्व इस मामले को देखेगा"- सुनील कुमार पिंटू, सांसद, जेडीयू
'कई विधानसभा में तेली समाज का प्रभाव': उन्होंने कहा कि सीतामढ़ी, शिवहर, नवादा, गया सहित कई जिलों में बहुत बड़ी संख्या में तेली समाज के लोग हैं. शिवहर में तो 6 विधानसभा में तेली समाज का प्रभाव है तीन में तो विधायक भी हैं, पार्टी लाइन से अलग जाकर बैठक करने के सवाल पर सुनील कुमार पिंटू ने कहा कि हम पार्टी लाइन से अलग जाकर बैठक नहीं कर रहे हैं हमने जातीय गणना की रिपोर्ट को खारिज नहीं किया है. हम तो अपनी समाज की बात रख रहे हैं. मंत्री संजय झा के बयान पर सुनील कुमार पिंटू ने कहा कि हम जदयू से टिकट मांगने नहीं गए थे. नीतीश कुमार ने अमित शाह से बात कर मुझे टिकट दिया था.
तेली समाज की नाराजगी होगी जेडीयू की मुश्किलः बिहार में तेली साहू समाज की बड़ी आबादी सीतामढ़ी शिवहर नवादा मुजफ्फरपुर पश्चिम चंपारण पूर्वी चंपारण गया जैसे जिलों में रहती है. बिहार में सुनील कुमार पिंटू सीतामढ़ी के जदयू के सांसद हैं और तेली समाज से ही आते हैं तेली समाज के संयोजक भी हैं. वहीं तेली समाज के कई विधायक भी है. लोकसभा चुनाव में भी बिहार के एक दर्जन जिलों में तेली समाज असर डालेगा. तेली समाज में नाराजगी हुई तो जदयू के लिए इस समाज का वोट पाना मुश्किल होगा, ऐसे जदयू सांसद सुनील कुमार पिंटू पार्टी लाइन से अलग जाकर किसी तरह की बात नहीं करने दावा कर रहे हैं लेकिन जदयू नेताओं के बयान से साफ है कि सुनील कुमार पिंटू बीजेपी के इशारे पर काम कर रहे हैं.