पटनाः फुलवारी शरीफ (Phulwari Sharif) स्थित इमारते शरिया के अमीर यानी अध्यक्ष का चुनाव (Election Of President) होना है. पूर्व अध्यक्ष वली रहमानी की मौत पिछले साल कोरोना से होने के बाद यह सीट खाली है. इसको लेकर राजद के राज्यसभा सांसद अशफाक करीम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इमारते शरिया से जुड़े वोटरों से अपील की है कि चुनाव की नौबत नहीं आने दें.
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सांसद अशफाक करीम ने कहा कि किसी एक नाम पर सर्वसम्मति जताकर उन्हें अध्यक्ष चुन लें. उन्होंने कहा कि इमारते शरिया बिहार बंगाल और झारखंड का एक प्रमुख केंद्र रहा है और इसके मुखिया के चुनाव में विवाद उचित नहीं है. सांसद ने ये भी कहा कि इमारते शरिया के कन्वीनर के रूप में मैं यही अपील करने के लिए आज मीडिया के सामने आया हूं.
अशफाक करीम ने कहा कि इमारते शरिया का पूरा भारत में नाम है और वली रहमानी के इंतेकाल का बाद ये पद 3 महीने से ज्यादा खाली नहीं रह सकता है. कोरोना के कारण चुनाव में देर हुई है. 9 अक्टूबर को चुनाव होना है. हम चाहते हैं कि जो उम्मीदवार हैं वो भी इसके बारे में सोंचे और सर्वसम्मति से निर्णय लें. इससे इमारतें शरिया का मान बना रहे. इसको लेकर हम अपने स्तर से भी कोशिश कर रहे हैं.
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बता दें कि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के जनरल सेक्रेटरी और मुस्लिमों के बड़े धर्मगुरु मौलाना रहमानी का 3 अप्रैल को निधन हो गया था. मौलाना वली रहमानी ने पटना के पारस अस्पताल के आईसीयू वार्ड में आखिरी सांस ली थी. उनके इंतेकाल के बाद इमारते शरिया फुलवारीशरीफ के अमीर चुनाव कोरोना के कारण अब तक नहीं हो सका है. 9 अक्टूबर को चुनाव होना है. लेकिन अब तक अमीर के नाम पर सहमती नहीं बन पाई है.