पटना: हाल के दिनों में पीएमसीएच में स्पाइन की बेहद संवेदनशील सर्जरी को अंजाम दिया गया है. ऑर्थोपेडिक स्पाइन सर्जन डॉ महेश प्रसाद की यूनिट में इस सर्जरी को सफलतापूर्वक अंजाम दिया गया है, जिसमें मेडिकल कॉलेज संस्थान के कई पीजी स्टूडेंट्स भी शामिल रहे.
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PMCH में सबसे संवेदनशील स्पाइन सर्जरी: इस सर्जरी के सफलतापूर्वक संपन्न होने के बाद डॉक्टर महेश प्रसाद ने बताया कि 58 वर्षीय सोहन राय (बदला हुआ नाम) के रीढ़ के सबसे ऊपरी हिस्से सी 1- सी2 के बीच टीबी हो गया था. इसकी वजह से मरीज पूरी तरह बिस्तर पकड़ चुका था और यह हिस्सा बेहद संवेदनशील माना जाता है.
"मरीज टीबी की दवा कभी खाता था तो कभी बंद कर देता था, जिससे बीमारी और भी अधिक जटिल हो गई. मरीज दरभंगा का है इसलिए पहले दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में उसने दिखाया जिसके बाद उसे वहां से पीएमसीएच रेफर कर दिया गया. पीएमसीएच में वह एडमिट हुआ जहां बीते 15 दिनों से वह इलाजरत था."- महेश प्रसाद, चिकित्सक
रीढ़ के सबसे ऊपरी हिस्से सी1- सी2 के बीच टीबी: डॉक्टर महेश प्रसाद ने बताया कि गुरूवार को उसका स्पाइन या रीढ़ का ऑपरेशन कर संक्रमित हिस्से को हटाया गया. उसका एंटेरियर सर्वाइकल प्लांटिंग और बोन ग्राफ्टिंग किया गया. उन्होंने कहा कि पीएमसीएच के इतिहास में अबतक इस तरह की सर्जरी नहीं हुई थी और यह रेयर सर्जरी है. ऐसा इसलिए क्योंकि संक्रमित हिस्सा हाई लेवल र्विटब्रा सी1-सी2 के बीच टीबी था.
2 घंटे से अधिक समय तक चला ऑपरेशन: डॉक्टरों के अनुसार यह हिस्सा स्पाइन का सबसे संवेदनशील होता है. इस सर्जरी को करने में लगभग 2 घंटे से अधिक का समय लगा है. पीएमसीएच में स्नातकोत्तर कर रहे मेडिकल के विद्यार्थियों के लिए यह बहुत की महत्वपूर्ण ट्रेनिंग रहा. उन्हें पूरी उम्मीद है कि मरीज जल्द ही कुछ महीनों में पूर्व की तरह चलने-फिरने लगेगा.
सर्जरी की टीम में ये लोग रहे शामिल: सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल होने के नाते पीएमसीएच में इस सर्जरी के लिए और मरीज के पूरे इलाज का एक भी रुपया खर्च नहीं हुआ है. मरीज दरभंगा के बिरौल इलाके का रहनेवाला है. इस सर्जरी में डॉ रजनीश, डॉ अनिरुद्ध, डॉ मनीष रंजन, एनेस्थीसिया की टीम और पीजी स्टूडेंट शामिल रहे.