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BJP ने कहा- तेजस्वी का पद खतरे में है, RJD का पलटवार

मॉनसून सत्र की समाप्ति के बाद सियासत फिर से गर्म हो गयी. सत्तापक्ष तेजस्वी यादव के गायब रहने पर हमलावर है वही राजद बचाव में उतरी है. इस सत्र में नेता प्रतिपक्ष के गैर मौजूदगी में कई महत्वपूर्ण विधेयक पास हुए.

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Published : Jul 27, 2019, 8:36 AM IST

Updated : Jul 27, 2019, 8:53 AM IST

तेजस्वी पर कोहराम

पटना: बिहार विधानसभा का मॉनसून सत्र समाप्त हो गया. इस मॉनसून सत्र में नेता प्रतिपक्ष का गायब रहना चर्चा का विषय रहा. तेजस्वी यादव के गायब रहने पर सत्तापक्ष का मानना है कि उनकी कुर्सी खतरे में है. जबकि विपक्ष अपने नेता का बचाव कर रहा है.

मॉनसून सत्र खत्म होते पी तेजस्वी पर सियासत शुरू

मॉनसून सत्र 28 जून से 26 जुलाई तक चला. सत्र की समाप्ति होते ही सियासत का दौर भी शुरू हो गया. नेता प्रतिपक्ष सत्ता पक्ष के निशाने पर हैं. संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार ने तेजस्वी के सदन से नदारद रहने पर उनकी कुर्सी को खतरे में बताया. वही मंत्री विजय सिन्हा के मुताबिक, तेजस्वी के गायब रहने के कारण इस बार सदन शान्तिपूर्ण ढंग से चला है.

minister shrawan kumar in bihar legislative
संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार

तेजस्वी के गायब रहने पर राजद की सफाई
जबकि दूसरी तरफ राजद के विधायक इस पर सफाई देते नजर आए. राजद विधायक भोला यादव ने बताया कि सदन गरीबों के पैसे से चलता है. विपक्ष जब सदन को चलने नहीं देता है तब विपक्ष पर गरीबों के पैसे की बर्बादी का आरोप लगता है. इस कारण सकारात्मक सोच के साथ सदन चलाने में मदद करते रहे. इस सत्र में 28 जून को दोनों सदनों में 9 विधयकों का विवरण सदन पटल पर रखा गया. वहीं जन नायकों के निधन, चमकी बुखार से सैकड़ों मासूम बच्चों की मौत पर शोक प्रस्ताव भी रखा गया. जबकि लू से हुई लोगों की मौत पर सदन में श्रद्धांजलि भी दी गई.

rjd mla bhola yadav in bihar legislative
सफाई देते राजद विधायक भोला यादव

छह विधेयकों को मिली मंजूरी
इस बार मानसून सत्र में छह विधेयकों को मंजूरी मिली. इसमें बिहार विद्यालय परीक्षा समिति विधेयक 2019, बिहार तकनीकी सेवा आयोग संशोधन विधेयक 2019, बिहार मोटर वाहन करारोपण संशोधन विधेयक 2019, बिहार विनियोग अधिकार विधेयक 2019, बिहार विनियोग संख्या तीन विधेयक 2019 और बिहार विनियोग संख्या दो विधायक 2019 शामिल है.

सदन का लेखा-जोखा

  • मानसून सत्र में इस बार 21 बैठकें हुई.
  • 1 जुलाई को एईएस पर हुई विशेष चर्चा, स्वास्थ्य मंत्री के बाद मुख्यमंत्री ने विस्तारपूर्वक स्थिति को स्पष्ट किया.
  • 3 से 18 जुलाई तक विभागों के बजट पर हुई चर्चा हुई और बजट की सदन से अनुमति भी ली गई.
  • 18 जुलाई को गृह विभाग के बजट पर चर्चा के बाद मुख्यमंत्री ने जवाब दिया.
  • सत्र में प्राप्त हुए प्रश्नों की संख्या 3488, 2795 प्रश्न स्वीकृत.
  • स्वीकृत प्रश्नों में 37 अल्प सूचित 2419 तारांकित और 339 प्रश्न अतारांकित.
  • सदन में 343 प्रश्नों का मिला उत्तर जबकि1509 प्रश्नों का उत्तर ऑनलाइन के माध्यम से हुए प्राप्त.
  • सत्र में कुल 376 ध्यानकर्षण सूचनाएं प्राप्त हुई जिसमें 34 स्वीकृत हुए. 69 सूचनाओं को लिखित उत्तर के लिए संबंधित विभाग को भेजा गया.
  • 754 आवेदन हुए प्राप्त जिसमें 728 स्वीकृत और 427 याचिकाएं प्राप्त जिनमें 335 स्वीकृत की गई.
  • 227 गैर सरकारी संकल्प सूचना पर हुई चर्चा.
  • 2 जुलाई को सबसे ज्यादा 53 प्रश्नों का मिला उत्तर.
  • नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव सदन से गायब रहने का बनाया रिकॉर्ड.

व्यवस्थित ढंग से चला सदन
गौरतलब है कि सदन के अंदर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तू-तू मैं-मैं भी हुआ. चमकी बुखार को लेकर आरजेडी और कांग्रेस के सदस्यों ने स्वास्थ्य मंत्री के उत्तर का बहिष्कार भी किया. हालांकि कुल मिलाकर सदन की कार्यवाही व्यवस्थित ढंग से चली.

पटना: बिहार विधानसभा का मॉनसून सत्र समाप्त हो गया. इस मॉनसून सत्र में नेता प्रतिपक्ष का गायब रहना चर्चा का विषय रहा. तेजस्वी यादव के गायब रहने पर सत्तापक्ष का मानना है कि उनकी कुर्सी खतरे में है. जबकि विपक्ष अपने नेता का बचाव कर रहा है.

मॉनसून सत्र खत्म होते पी तेजस्वी पर सियासत शुरू

मॉनसून सत्र 28 जून से 26 जुलाई तक चला. सत्र की समाप्ति होते ही सियासत का दौर भी शुरू हो गया. नेता प्रतिपक्ष सत्ता पक्ष के निशाने पर हैं. संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार ने तेजस्वी के सदन से नदारद रहने पर उनकी कुर्सी को खतरे में बताया. वही मंत्री विजय सिन्हा के मुताबिक, तेजस्वी के गायब रहने के कारण इस बार सदन शान्तिपूर्ण ढंग से चला है.

minister shrawan kumar in bihar legislative
संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार

तेजस्वी के गायब रहने पर राजद की सफाई
जबकि दूसरी तरफ राजद के विधायक इस पर सफाई देते नजर आए. राजद विधायक भोला यादव ने बताया कि सदन गरीबों के पैसे से चलता है. विपक्ष जब सदन को चलने नहीं देता है तब विपक्ष पर गरीबों के पैसे की बर्बादी का आरोप लगता है. इस कारण सकारात्मक सोच के साथ सदन चलाने में मदद करते रहे. इस सत्र में 28 जून को दोनों सदनों में 9 विधयकों का विवरण सदन पटल पर रखा गया. वहीं जन नायकों के निधन, चमकी बुखार से सैकड़ों मासूम बच्चों की मौत पर शोक प्रस्ताव भी रखा गया. जबकि लू से हुई लोगों की मौत पर सदन में श्रद्धांजलि भी दी गई.

rjd mla bhola yadav in bihar legislative
सफाई देते राजद विधायक भोला यादव

छह विधेयकों को मिली मंजूरी
इस बार मानसून सत्र में छह विधेयकों को मंजूरी मिली. इसमें बिहार विद्यालय परीक्षा समिति विधेयक 2019, बिहार तकनीकी सेवा आयोग संशोधन विधेयक 2019, बिहार मोटर वाहन करारोपण संशोधन विधेयक 2019, बिहार विनियोग अधिकार विधेयक 2019, बिहार विनियोग संख्या तीन विधेयक 2019 और बिहार विनियोग संख्या दो विधायक 2019 शामिल है.

सदन का लेखा-जोखा

  • मानसून सत्र में इस बार 21 बैठकें हुई.
  • 1 जुलाई को एईएस पर हुई विशेष चर्चा, स्वास्थ्य मंत्री के बाद मुख्यमंत्री ने विस्तारपूर्वक स्थिति को स्पष्ट किया.
  • 3 से 18 जुलाई तक विभागों के बजट पर हुई चर्चा हुई और बजट की सदन से अनुमति भी ली गई.
  • 18 जुलाई को गृह विभाग के बजट पर चर्चा के बाद मुख्यमंत्री ने जवाब दिया.
  • सत्र में प्राप्त हुए प्रश्नों की संख्या 3488, 2795 प्रश्न स्वीकृत.
  • स्वीकृत प्रश्नों में 37 अल्प सूचित 2419 तारांकित और 339 प्रश्न अतारांकित.
  • सदन में 343 प्रश्नों का मिला उत्तर जबकि1509 प्रश्नों का उत्तर ऑनलाइन के माध्यम से हुए प्राप्त.
  • सत्र में कुल 376 ध्यानकर्षण सूचनाएं प्राप्त हुई जिसमें 34 स्वीकृत हुए. 69 सूचनाओं को लिखित उत्तर के लिए संबंधित विभाग को भेजा गया.
  • 754 आवेदन हुए प्राप्त जिसमें 728 स्वीकृत और 427 याचिकाएं प्राप्त जिनमें 335 स्वीकृत की गई.
  • 227 गैर सरकारी संकल्प सूचना पर हुई चर्चा.
  • 2 जुलाई को सबसे ज्यादा 53 प्रश्नों का मिला उत्तर.
  • नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव सदन से गायब रहने का बनाया रिकॉर्ड.

व्यवस्थित ढंग से चला सदन
गौरतलब है कि सदन के अंदर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तू-तू मैं-मैं भी हुआ. चमकी बुखार को लेकर आरजेडी और कांग्रेस के सदस्यों ने स्वास्थ्य मंत्री के उत्तर का बहिष्कार भी किया. हालांकि कुल मिलाकर सदन की कार्यवाही व्यवस्थित ढंग से चली.

Intro:पटना-- बिहार विधानसभा का मानसून सत्र 28 जून से 26 जुलाई तक चला । मानसून सत्र की समाप्ति के बाद अब सियासत शुरू हो गई है जहां नेता प्रतिपक्ष कि नहीं आने पर लगातार निशाना साधा जा रहा है वहीं सत्ता पक्ष कह रही है कि नेता प्रतिपक्ष के नहीं आने के कारण ही सदन व्यवस्थित ढंग से चला । संसदीय कार्य मंत्री तो कह रहे हैं नेता प्रतिपक्ष का पद ही खतरे में है वहीं आरजेडी के नेता सफाई दे रहे हैं गरीबों के पैसे से चलता है और विपक्ष जब सदन को चलने नहीं देता है तब कहा जाता है कि विपक्ष गरीबों के पैसे की बर्बादी कर रहा है हम लोग सकारात्मक सोच के साथ सदन चलाने में मदद करते रहे ।
बाइट्स-- भोला यादव आरजेडी विधायक
राजेंद्र राम आरजेडी विधायक
विजय सिन्हा बीजेपी मंत्री
श्रवण कुमार संसदीय कार्य मंत्री
पेश है खास रिपोर्ट---


Body: मानसून सत्र में इस बार 21 बैठकें हुई। 28 जून को दोनों सदनों में 9 विधयकों का विवरण सदन पटल पर रखा गया। कुल 10 जन नायकों के निधन के साथ चमकी बुखार से मुजफ्फरपुर और अन्य जिलों में सैकड़ों मासूम बच्चों की मौत पर शोक प्रस्ताव भी रखा गया तो वहीं प्राकृतिक आपदा गर्मी लू से मरने वाले लोगों की आत्मा की शांति के लिए श्रद्धांजलि भी दी गई।
1 जुलाई को ए ईएस पर विशेष चर्चा हुई और स्वास्थ्य मंत्री के बाद मुख्यमंत्री ने विस्तारपूर्वक स्थिति को स्पष्ट किया।
3 जुलाई से 18 जुलाई तक विभागों के बजट पर चर्चा हुई और बजट की सदन से अनुमति भी लिया गया ।
18 जुलाई को गृह विभाग के बजट पर चर्चा के बाद मुख्यमंत्री ने जवाब भी दिया।
मानसून सत्र में छह विधेयकों को मंजूरी मिली। जिन विधायकों को मंजूरी मिली उसमें बिहार विद्यालय परीक्षा समिति विधेयक 2019, बिहार तकनीकी सेवा आयोग संशोधन विधेयक 2019, बिहार मोटर वाहन करारोपण संशोधन विधेयक 2019, बिहार विनियोग अधिकार विधेयक 2019, बिहार विनियोग संख्या तीन विधेयक 2019 और बिहार विनियोग संख्या दो विधायक 2019।


Conclusion: इस सत्र के दौरान 3488 प्रश्न प्राप्त हुए जिनमें 2795 प्रश्न स्वीकृत किए गए स्वीकृत प्रश्नों में 37 अल्प सूचित 2419 तारांकित और 339 प्रश्न अ तारांकित थे। सदन में 343 प्रश्नों का उत्तर हुआ 1509 प्रश्नों के उत्तर ऑनलाइन के माध्यम से प्राप्त हुए ।
सत्र में कुल 376 ध्यानकर्षण सूचनाएं प्राप्त हुई जिसमें 34 स्वीकृत हुए 69 सूचनाओं को लिखित उत्तर के लिए संबंधित विभाग को भेजा गया।
मानसून सत्र में 754 आवेदन प्राप्त हुए जिसमें 728 स्वीकृत हुए और 427 याचिकाएं प्राप्त हुई जिनमें 335 स्वीकृत की गई ।
सत्र में कुल 227 गैर सरकारी संकल्प सूचना पर भी चर्चा हुई। सत्र के दौरान सबसे खास बात 12 जुलाई को 53 प्रश्नों का उत्तर हुआ जो एक मिसाल बना। वहीं नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव सदन से गायब रह कर भी एक रिकॉर्ड बनाया। सदन के अंदर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तू तू मैं मैं भी हुआ। चमकी बुखार को लेकर आरजेडी और कांग्रेस के सदस्यों ने स्वास्थ्य मंत्री के उत्तर का बहिष्कार भी किया है ।लेकिन कुल मिलाकर सदन की कार्यवाही व्यवस्थित ढंग से चली।
अविनाश, पटना।
Last Updated : Jul 27, 2019, 8:53 AM IST
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