पटना: बिहार विधानसभा का मॉनसून सत्र समाप्त हो गया. इस मॉनसून सत्र में नेता प्रतिपक्ष का गायब रहना चर्चा का विषय रहा. तेजस्वी यादव के गायब रहने पर सत्तापक्ष का मानना है कि उनकी कुर्सी खतरे में है. जबकि विपक्ष अपने नेता का बचाव कर रहा है.
मॉनसून सत्र 28 जून से 26 जुलाई तक चला. सत्र की समाप्ति होते ही सियासत का दौर भी शुरू हो गया. नेता प्रतिपक्ष सत्ता पक्ष के निशाने पर हैं. संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार ने तेजस्वी के सदन से नदारद रहने पर उनकी कुर्सी को खतरे में बताया. वही मंत्री विजय सिन्हा के मुताबिक, तेजस्वी के गायब रहने के कारण इस बार सदन शान्तिपूर्ण ढंग से चला है.
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तेजस्वी के गायब रहने पर राजद की सफाई
जबकि दूसरी तरफ राजद के विधायक इस पर सफाई देते नजर आए. राजद विधायक भोला यादव ने बताया कि सदन गरीबों के पैसे से चलता है. विपक्ष जब सदन को चलने नहीं देता है तब विपक्ष पर गरीबों के पैसे की बर्बादी का आरोप लगता है. इस कारण सकारात्मक सोच के साथ सदन चलाने में मदद करते रहे. इस सत्र में 28 जून को दोनों सदनों में 9 विधयकों का विवरण सदन पटल पर रखा गया. वहीं जन नायकों के निधन, चमकी बुखार से सैकड़ों मासूम बच्चों की मौत पर शोक प्रस्ताव भी रखा गया. जबकि लू से हुई लोगों की मौत पर सदन में श्रद्धांजलि भी दी गई.
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छह विधेयकों को मिली मंजूरी
इस बार मानसून सत्र में छह विधेयकों को मंजूरी मिली. इसमें बिहार विद्यालय परीक्षा समिति विधेयक 2019, बिहार तकनीकी सेवा आयोग संशोधन विधेयक 2019, बिहार मोटर वाहन करारोपण संशोधन विधेयक 2019, बिहार विनियोग अधिकार विधेयक 2019, बिहार विनियोग संख्या तीन विधेयक 2019 और बिहार विनियोग संख्या दो विधायक 2019 शामिल है.
सदन का लेखा-जोखा
- मानसून सत्र में इस बार 21 बैठकें हुई.
- 1 जुलाई को एईएस पर हुई विशेष चर्चा, स्वास्थ्य मंत्री के बाद मुख्यमंत्री ने विस्तारपूर्वक स्थिति को स्पष्ट किया.
- 3 से 18 जुलाई तक विभागों के बजट पर हुई चर्चा हुई और बजट की सदन से अनुमति भी ली गई.
- 18 जुलाई को गृह विभाग के बजट पर चर्चा के बाद मुख्यमंत्री ने जवाब दिया.
- सत्र में प्राप्त हुए प्रश्नों की संख्या 3488, 2795 प्रश्न स्वीकृत.
- स्वीकृत प्रश्नों में 37 अल्प सूचित 2419 तारांकित और 339 प्रश्न अतारांकित.
- सदन में 343 प्रश्नों का मिला उत्तर जबकि1509 प्रश्नों का उत्तर ऑनलाइन के माध्यम से हुए प्राप्त.
- सत्र में कुल 376 ध्यानकर्षण सूचनाएं प्राप्त हुई जिसमें 34 स्वीकृत हुए. 69 सूचनाओं को लिखित उत्तर के लिए संबंधित विभाग को भेजा गया.
- 754 आवेदन हुए प्राप्त जिसमें 728 स्वीकृत और 427 याचिकाएं प्राप्त जिनमें 335 स्वीकृत की गई.
- 227 गैर सरकारी संकल्प सूचना पर हुई चर्चा.
- 2 जुलाई को सबसे ज्यादा 53 प्रश्नों का मिला उत्तर.
- नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव सदन से गायब रहने का बनाया रिकॉर्ड.
व्यवस्थित ढंग से चला सदन
गौरतलब है कि सदन के अंदर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तू-तू मैं-मैं भी हुआ. चमकी बुखार को लेकर आरजेडी और कांग्रेस के सदस्यों ने स्वास्थ्य मंत्री के उत्तर का बहिष्कार भी किया. हालांकि कुल मिलाकर सदन की कार्यवाही व्यवस्थित ढंग से चली.