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जेल में बंद बाहुबली विधायक अनंत सिंह का 'सिम कार्ड' उगलेगा राज, बेऊर जेल से जब्त हुआ था मोबाइल

बेऊर जेल में छापा मारने के बाद जो सामान बरामद हुए उससे बाहुबली विधायक अनंत सिंह की मुश्किलें बढ़ गईं हैं. छापे के दौरान अनंत सिंह की बैरक से मोबाइल और सिम कार्ड जब्त हुए थे. पुलिस अब ये जानने की कोशिश कर रही है कि अनंत सिंह जेल के अंदर रहकर किन-किन लोगों के संपर्क में रहते थे. जल्द ही सीडीआर यानी कॉल रिकॉर्ड डेटा से सारी जानकारी पुलिस महकमे को मिल जाएगी. पढ़ें पूरी रिपोर्ट-

बाहुबली विधायक अनंत सिंह
बाहुबली विधायक अनंत सिंह
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Published : Apr 9, 2022, 12:18 PM IST

पटना : राजधानी पटना स्थित बेऊर जेल में बंद मोकामा के बाहुबली विधायक अनंत सिंह (Mokama MLA Anant Singh) मुश्किलों में घिरते नजर आ रहे हैं. जेल के अंदर छापे (Raid In Beur Jail) के दौरान उनके वार्ड से मोबाइल और सिम बरामद (Recovering Sim Card from Beur Jail Ward) हुई है. जिसका कॉल रिकॉर्ड डेटा यानी CDR के जरिए ये पता लगाने की कोशिश की जाएगी कि अनंत सिंह इस दौरान किससे और क्या बातें करते थे. साथ ही जेल के अंदर रहते हुए ये कैसे संभव हो पाया कि एक अंडर ट्रायल कैदी कैसे फोन का इस्तेमाल कर रहा है. इसकी जांच जेल प्रशासन की ओर से दी जानी है. सूचना मिलने तक अभी जेलर ने डीएम को रिपोर्ट नहीं सौंपी है. लेकिन संभव है कि आज दोपहर बाद तक सीडीआर मिल जाए.

ये भी पढ़ें- बेऊर जेल में बंद अनंत सिंह के पास से मोबाइल बरामद, वार्डन सस्पेंड.. जेल अधीक्षक को कारण बताओ नोटिस

सिम कार्ड उगलेगा राज: जेल में जब्त मोबाइल और सिम कार्ड बरामद होने के बाद से ही पुलिस और खुफिया तंत्र ये जानने की कोशिश में जुटा है कि अनंत सिंह जेल में रहते हुए किस किस से बात करते थे. उनके बात करने का मकसद क्या था. खास बात ये है कि मिनी सिम Key Pad मोबाइल फोन में लगा था. इसे लगाने के लिए मास्टर होल्डर का इस्तेमाल किया गया था. आम तौर पर मिनी सिम एंड्रायड फोन में इस्तेमाल होता है. की-पैड वाले फोन में बड़े सिम यूज होते हैं. इससे यह शक जाहिर होता है कि जेल के अंदर एंड्रायड फोन का भी इस्तेमाल हो रहा था. पटना पुलिस इस बिंदु पर जांच कर रही है.

मोबाइल फोन से किससे हुई बातें: जेल सूत्रों की मानें तो जब्त हुए मोबाइल से कई लोगों से बातचीत हुई थीं. फोन में भी नंबर सेव नहीं मिले. कॉल करने के बाद बड़ी ही सफाई से सभी नंबर डिलीट कर दिए गये थे. पुलिस अब सीडीआर यानी 'कॉल डाटा रिकॉर्ड' निकालकर ये देखना चाहती है कि आखिर वो कौन लोग हैं जिससे अनंत सिंह संपर्क में थे. सेल के अंदर कैसे अनंत सिंह बात करते थे ये बिना जेल प्रशासन की मिलीभगत के संभव भी नहीं था. इस पहलू पर जेलर खुद जांच रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं.

डीएम को जांच रिपोर्ट का इंतजार : इस पूरे मामले की जांच बेऊर जेल के अधीक्षक जितेंद्र कुमार कर रहे हैं. उन्होंने जेलर व मुख्य वार्डन से स्पष्टीकरण भी मांगा था. स्पष्टीकरण का जबाव भी मिल गया है और जेल अधीक्षक पूरे मामले की समीक्षा के बाद अपनी रिपोर्ट जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह को सौंप देंगे. लेकिन शुक्रवार तक जिलाधिकारी को अपनी रिपोर्ट नहीं सौंपी थी. डीएम चंद्रशेखर सिंह को जांच रिपोर्ट का इंतजार है. गौरतलब है कि अनंत सिंह के वार्ड से एक मोबाइल सहित जेल से 6 मोबाइल नंबर बरामद किये गए थे. साथ ही दो सेवादार की जगह है 9 सेवादार से सेवा करवायी जा रही थी, जिस पर जेल प्रशासन से स्पष्टीकरण मांगा गया. साथ ही कक्षपाल को निलंबित कर दिया गया. पटना डीएम चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि समय बदलकर जेल में छापेमारी की गई और विधायक अनंत सिंह के कक्ष से एक मोबाइल फोन सिम के साथ बरामद किया गया था.

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पटना : राजधानी पटना स्थित बेऊर जेल में बंद मोकामा के बाहुबली विधायक अनंत सिंह (Mokama MLA Anant Singh) मुश्किलों में घिरते नजर आ रहे हैं. जेल के अंदर छापे (Raid In Beur Jail) के दौरान उनके वार्ड से मोबाइल और सिम बरामद (Recovering Sim Card from Beur Jail Ward) हुई है. जिसका कॉल रिकॉर्ड डेटा यानी CDR के जरिए ये पता लगाने की कोशिश की जाएगी कि अनंत सिंह इस दौरान किससे और क्या बातें करते थे. साथ ही जेल के अंदर रहते हुए ये कैसे संभव हो पाया कि एक अंडर ट्रायल कैदी कैसे फोन का इस्तेमाल कर रहा है. इसकी जांच जेल प्रशासन की ओर से दी जानी है. सूचना मिलने तक अभी जेलर ने डीएम को रिपोर्ट नहीं सौंपी है. लेकिन संभव है कि आज दोपहर बाद तक सीडीआर मिल जाए.

ये भी पढ़ें- बेऊर जेल में बंद अनंत सिंह के पास से मोबाइल बरामद, वार्डन सस्पेंड.. जेल अधीक्षक को कारण बताओ नोटिस

सिम कार्ड उगलेगा राज: जेल में जब्त मोबाइल और सिम कार्ड बरामद होने के बाद से ही पुलिस और खुफिया तंत्र ये जानने की कोशिश में जुटा है कि अनंत सिंह जेल में रहते हुए किस किस से बात करते थे. उनके बात करने का मकसद क्या था. खास बात ये है कि मिनी सिम Key Pad मोबाइल फोन में लगा था. इसे लगाने के लिए मास्टर होल्डर का इस्तेमाल किया गया था. आम तौर पर मिनी सिम एंड्रायड फोन में इस्तेमाल होता है. की-पैड वाले फोन में बड़े सिम यूज होते हैं. इससे यह शक जाहिर होता है कि जेल के अंदर एंड्रायड फोन का भी इस्तेमाल हो रहा था. पटना पुलिस इस बिंदु पर जांच कर रही है.

मोबाइल फोन से किससे हुई बातें: जेल सूत्रों की मानें तो जब्त हुए मोबाइल से कई लोगों से बातचीत हुई थीं. फोन में भी नंबर सेव नहीं मिले. कॉल करने के बाद बड़ी ही सफाई से सभी नंबर डिलीट कर दिए गये थे. पुलिस अब सीडीआर यानी 'कॉल डाटा रिकॉर्ड' निकालकर ये देखना चाहती है कि आखिर वो कौन लोग हैं जिससे अनंत सिंह संपर्क में थे. सेल के अंदर कैसे अनंत सिंह बात करते थे ये बिना जेल प्रशासन की मिलीभगत के संभव भी नहीं था. इस पहलू पर जेलर खुद जांच रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं.

डीएम को जांच रिपोर्ट का इंतजार : इस पूरे मामले की जांच बेऊर जेल के अधीक्षक जितेंद्र कुमार कर रहे हैं. उन्होंने जेलर व मुख्य वार्डन से स्पष्टीकरण भी मांगा था. स्पष्टीकरण का जबाव भी मिल गया है और जेल अधीक्षक पूरे मामले की समीक्षा के बाद अपनी रिपोर्ट जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह को सौंप देंगे. लेकिन शुक्रवार तक जिलाधिकारी को अपनी रिपोर्ट नहीं सौंपी थी. डीएम चंद्रशेखर सिंह को जांच रिपोर्ट का इंतजार है. गौरतलब है कि अनंत सिंह के वार्ड से एक मोबाइल सहित जेल से 6 मोबाइल नंबर बरामद किये गए थे. साथ ही दो सेवादार की जगह है 9 सेवादार से सेवा करवायी जा रही थी, जिस पर जेल प्रशासन से स्पष्टीकरण मांगा गया. साथ ही कक्षपाल को निलंबित कर दिया गया. पटना डीएम चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि समय बदलकर जेल में छापेमारी की गई और विधायक अनंत सिंह के कक्ष से एक मोबाइल फोन सिम के साथ बरामद किया गया था.

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