नई दिल्ली : रेलवे बोर्ड में सूचना एवं प्रचार के कार्यकारी निदेशक दिलीप कुमार ने रविवार को बताया कि शनिवार को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ के कारणों का पता लगाने के लिए दो सदस्यीय उच्च स्तरीय समिति गठित की गई है. अब तक प्राप्त इस जानकारी के मुताबिक, इस भगदड़ में करीब 18 लोगों की मौत हो गई है.
दिलीप कुमार ने कहा कि मामले की जांच के लिए दो सदस्यीय उच्च स्तरीय समिति गठित की गई है. कुमार ने कहा कि कि स्थिति अब नियंत्रण में है और यात्रियों को विशेष ट्रेनों में बिठाया गया है. स्टेशन पर सामान्य ट्रेन यातायात भी बहाल हो गई है.
कुमार के अनुसार, स्टेशन पर यात्रियों की असामान्य रूप से अधिक संख्या थी, जिसके कारण रेलवे को भीड़ को नियंत्रित करने के लिए चार अतिरिक्त विशेष ट्रेनें चलानी पड़ीं. दुर्भाग्य से, यात्रियों की अधिक संख्या के कारण अफरा-तफरी की स्थिति पैदा हो गई, जिसमें लोगों के बेहोश होने और अस्पताल में भर्ती होने की खबरें आईं. स्थिति पर नियंत्रण पाने के लिए रेलवे स्टेशन में प्रवेश को अस्थायी रूप से अवरुद्ध कर दिया गया.
इससे पहले, घटना के जवाब में, केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भगदड़ जैसी स्थिति पैदा करने वाली परिस्थितियों की जांच के लिए उच्च स्तरीय जांच का आदेश दिया. जांच में घटना के कारणों की पहचान की जाएगी और भविष्य में ऐसी स्थितियों को रोकने के उपाय सुझाए जाएंगे. रेल मंत्रालय के अनुसार कि दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर रेलवे द्वारा उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं.
रात करीब 10 बजे नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म 13 और 14 पर यात्रियों की अचानक और अभूतपूर्व भीड़ उमड़ने से अफरा-तफरी की स्थिति पैदा हो गई. भीड़ बढ़ने पर कुछ यात्री बेहोश हो गए, जिससे भगदड़ की अफवाह फैल गई, जिससे भीड़ में दहशत और बढ़ गई.
रेल मंत्रालय के अनुसार कि आज रात करीब 10 बजे नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर प्लेटफॉर्म 13 और 14 के पास अप्रत्याशित भीड़ की स्थिति पैदा हो गई. प्लेटफॉर्म पर मौजूद कुछ यात्री अचानक हुई भीड़ के कारण बेहोश हो गए, जिससे भगदड़ जैसी स्थिति की अफवाह फैल गई. इससे दहशत फैल गई. भीड़भाड़ को कम करने के लिए उत्तर रेलवे ने तुरंत कार्रवाई की. फंसे हुए यात्रियों को निकालने के लिए चार विशेष ट्रेनें तुरंत तैनात की गईं, जिससे भीड़ कम हो गई.
इस बीच, रेलवे सुरक्षा बल (RPF) और दिल्ली पुलिस ने मिलकर चिकित्सा सहायता प्रदान की, बेहोश और घायल यात्रियों को इलाज के लिए नजदीकी अस्पतालों में पहुंचाया. बाद में भीड़ को कम करके स्थिति को नियंत्रित किया गया. उत्तर रेलवे ने अप्रत्याशित अचानक हुई भीड़ को निकालने के लिए तुरंत चार विशेष ट्रेनें चलाईं. अब भीड़ कम हो गई है.