पटना: राजधानी पटना का चर्चित मोना रॉय हत्याकांड (Mona Rai Murder Case) का खुलासा सिटी एसपी सेंट्रल अम्बरीष राहुल ने कर दिया है. 12 अक्टूबर की शाम दो बाइक सवार अपराधियों ने पटना के राजीव नगर थाना क्षेत्र के दाम नगरी मोर के नजदीक स्थित मोना रॉय के घर के गेट पर ही उसे गोलियों से भून दिया था. इस घटना के 5 दिनों के बाद इलाज के दौरान मोना राॉय की मौत हो गई थी. मामले में संलिप्त एक अपराधी को पुलिस ने आरा से गिरफ्तार किया है.
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इस पूरे हत्याकांड का खुलासा करते हुए सिटी एसपी सेंट्रल ने बताया है कि अनीता देवी से मॉडल बनी मोना रॉय के पीछे की कहानी काफी लंबी है. लगभग 9 सालों से अनीता उर्फ मोना रॉय का संबंध राजू राय नाम के एक जमीन के ब्रोकर से था और हाल के दिनों में यह संबंध और गहरा बनता गया. जब राजू राय, मोना रॉय के नाम अपनी जमीन और संपत्ति करने लगा तो यह बात राजू राय की पत्नी शारदा देवी और उसके बेटे को नागवार गुजरी और इन्हीं लोगों ने मिलकर मोना रॉय की हत्या की साजिश रच डाली.
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पुलिस ने बताया कि अनीता देवी शादी शुदा थीं. पिछले 9 साल से राजू राय के साथ मॉडल का संबंध था. पहले दोनों अगल-बगल ही रहते थे इसलिए इनकी नजदीकियां बढ़ती चली गई. मोना रॉय और राजू बिल्डर के घरवालों को दोनों के संबंध के बारे में पता था. सभी 9 साल से इस संबंध को झेल रहे थे. लेकिन बीते कुछ समय से मोना रॉय के परिवार का सारा खर्चा राजू ब्रोकर उठा रहा था. कैश भी दे रहा था, अलग से फ्लैट ले रखा था, उसका भी किराया दे रहा था. हाल फिलहाल में उसने मोना रॉय के नाम पर एक जमीन भी खरीदी थी. ये बातें राजू राय की पत्नी शारदा देवी को नागवार गुजर रही थी.
"शारदा देवी और उसके बेटे विकास कुमार ने अपने एक रिश्तेदार सुदेश कुमार को मोना रॉय को मरवाने के लिए अप्रोच किया था. इन्होंने अपने एक रिश्तेदार राहुल कुमार को 3 लाख रुपया हत्या करवाने के लिए दे भी दिया था. लेकिन वह हत्या नहीं करवा पाया. उसके बाद सुदेश ने अपने कुछ रिश्तेदारों शंकर, विश्वकर्मा और भीम को हत्या के लिए अप्रोच किया. ये सभी राजी हो गए थे. हत्या की प्लानिंग काफी दिनों से की जा रही थी."- अम्बरीष राहुल, सिटी एसपी सेंट्रल
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सिटी एसपी सेंट्रल ने बताया कि एक से डेढ़ महीने पहले ही हत्या के इरादे से सभी अपराधी पटना आए और एक किराए का मकान लिया और उसमें रह रहे थे. लगातार ये लोग राजीव नगर आकर रेकी करते रहे. राजू के बेटे विकास कुमार ने सभी को मोना रॉय को दिखाया, उसकी पूरी जानकारी गाड़ी का नंबर सब बताया. ब्लू रंग की स्कूटी की पहचान कराया. शूटर पर ये लोग काम करने का दबाव बना रहे थे. सप्तमी के दिन जब मोना रॉय पूजा करके लौट रही थी तो पहले से घात लगाए इन अपराधियों ने महिला को गोली मार दी.
सिटी एसपी सेंट्रल बताते हैं कि शारदा देवी और उसके बेटे ने अपने परिचित लोगों के द्वारा भोजपुर के शूटरों को हायर किया और इसके एवज में लाखों की सुपारी दी गई. इस मामले में कुल 7 लोगों को नामजद आरोपी बनाया गया है. फिलहाल पूरे हत्याकांड में मुख्य भूमिका निभाने वाले भीम नाम के अपराधी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. अन्य अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी जारी है.
नोट: अपराध से जुड़े मामलों की जानकारी के लिए पुलिस को इन नंबरों 100 , 18603456999 पर जानकारी दी जा सकती है.