पटना: राज्यसभा सांसद बनने के बाद मीसा भारती ने 3 वर्षों में किसी भी योजना की अनुशंसा नहीं की थी, लेकिन जैसे ही लोकसभा चुनाव सामने आया. उन्होंने पाटलिपुत्र संसदीय क्षेत्र में 15 करोड़ की योजनाओं की अनुशंसा कर दी थी, जिसे चुनाव हारने के बाद उन्होंने रद्द कर दिया.
फंड को किया जाता है अनुशंसित
ऐसे में अब कई तरह के सवाल खड़े होने लगे हैं. वहीं आरजेडी ने इसे सांसद के विवेक का हवाला दिया है. आरजेडी के वरिष्ठ नेता और प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने मीसा भारती के इस फैसले पर कहा है कि क्षेत्र में विकास के लिए सांसद निधि का जो फंड होता है वह अनुशंसित किया जाता है.
फंड को लिया वापस
दरअसल, आम चुनावों से पहले मीसा ने पाटलिपुत्र लोकसभा क्षेत्र के तहत आने वाले पटना के ग्रामीण इलाके में विकास कार्य करने के लिए अपने फंड से उक्त राशि दी थी जिसे अब उन्होंने वापस ले लिया है. मीसा भारती को हालिया लोकसभा चुनावों में भाजपा नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री राम कृपाल यादव ने हराया था.
लगभग छह करोड़ रुपये की परियोजनाओं को मिली थी मंजूरी
योजना विभाग के एक अधिकारी ने अपने नाम का खुलासा नहीं करने की शर्त पर बताया कि अचानक लिए गए फैसले के कारण वे परेशानी में पड़ गए हैं. लगभग छह करोड़ रुपये की परियोजनाओं के लिए मंजूरी दी गई थी. अब हमें बहुत सारी कागजी कार्रवाई पर समय और ऊर्जा खर्च करनी होगी.
भाई वीरेंद्र का बयान
भाई वीरेंद्र ने कहा लेकिन मीसा भारती ने किस वजह से अनुशंसित राशि को रद्द किया है. यह हमें जानकारी नहीं है. उन्होंने कहा कि किन कारणों से उन्होंने फैसला किया है. उस पर हम कोई प्रतिक्रिया नहीं देना चाहते हैं.