पटना: बिहार की राजधानी पटना में धूमधाम से दीपावली मनाई गई. इस मौके पर गंगा-जमुनी तहजीब की पुरानी परंपरा भी देखने को मिली. पटना के समनपुरा क्षेत्र में मुस्लिम समुदाय के बच्चों ने दीप जलाकर फुलझड़ियां जलाई और दीपावली मनाई (Minority society celebrated Deepawali in Patna) और कामना की कि ज्ञान की रोशनी से पूरा प्रदेश और देश जगमग हो. दीपावली के मौके पर पटना के समनपुरा क्षेत्र के वेस्ट प्वाइंट स्कूल में अल्पसंख्यक समाज के बच्चों और बच्चियों ने अपने हाथों से तैयार किए डिजाइनर दीये को जलाकर दीपावली का त्योहार मनाया. इस मौके पर स्कूल की प्राचार्य फौजिया खान और प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रन वेलफेयर एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष शमायल अहमद भी मौजूद रहे. बच्चों ने जब दीप जलाए और फुलझड़ियां उड़ाई उस समय कई बच्चियों के अभिभावक भी स्कूल कैंपस में मौजूद रहे.
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अल्पसंख्यक मोहल्लों में भी मनी दिवाली: इस मौके पर शमायल अहमद ने कहा कि यह देखकर बहुत खुशी हो रही है कि अल्पसंख्यक मोहल्ले में जहां सभी अल्पसंख्यक समाज के बच्चे हैं. वह एकत्रित हुए हैं और दीप जलाकर प्रेम और भाईचारे का संदेश दे रहे हैं. यह अपने आप में एक बड़ी चीज है. क्योंकि हिंदुस्तान में जो गंगा जमुनी तहजीब है. वह बरकरार है जो इतिहास हमलोगों ने पढ़ा था. इसमें हमने पढ़ा था कि इस हिंदुस्तान की जो बुनियाद है. वह गंगा जमुना की तहजीब से हुई है. यहां सभी धर्म के लोग एक साथ सभी पर्व और त्योहार मनाते हैं. उसकी बानगी यहां देखने को मिल रही है और इसके लिए वह वेस्ट प्वाइंट स्कूल की प्राचार्य फौजिया खान को बधाई देंगे कि अल्पसंख्यक समाज के बच्चे बड़े उल्लास से दीपावली का त्योहार मना रहे हैं और फुलझड़ियां छोड़ रहे हैं. यह दर्शाता है कि हिंदुस्तान के अंदर आज भी गंगा जमुना की तहजीब है और आगे भी रहेगी तभी हमारा हिंदुस्तान एक मजबूत राष्ट्र और विकसित राष्ट्र बनेगा.
दिवाली मनाकर भाईचारे का संदेश दियाः शमायल अहमद ने कहा कि भले ही विभिन्न प्रकार के लोग हेट स्पीच करें, लेकिन इनकी संख्या काफी कम है और ऐसे में इन बच्चों के बीच यह पैगाम पहुंचाना कि हम सब भारतीय हैं. हम सभी किस देश के नागरिक हैं और सभी त्यौहार एक साथ मनाते हैं यह महत्वपूर्ण है. इन बच्चों में यह संदेश जाएगा तो हेट स्पीच करने वाले लोगों से कोई फर्क नहीं पड़ेगा क्योंकि उनकी संख्या काफी कम रहेगी और हेट स्पीच इस गंगा जमुना तहजीब में गंगा नदी में बह जाएगी. आज भी देश में हर समाज के लोग एक दूसरे के पर्व त्यौहार में शरीक होते हैं और उल्लास से मनाते हैं. वहीं स्कूल की प्राचार्य फौजिया खान ने कहा कि स्कूल के बच्चों ने ही दीपावली को लेकर घरौंदा खुद से तैयार करके लाए थे. बच्चों नहीं दीपावली के एक दिन पूर्व स्कूल में दीयों को विभिन्न रंगों से रंग करके लाए थे और आज उन सभी दीयों को जलाकर दीपावली का त्योहार मना रहे हैं. वह कामना करती हैं कि बच्चों में जो उल्लास है उमंग है वह बना रहे. बच्चों के अंदर ज्ञान का दीप रोशन हो और अज्ञान रूपी अंधकार समाप्त हो.
"स्कूल के बच्चों ने ही दीपावली को लेकर घरौंदा खुद से तैयार करके लाए थे. बच्चों नहीं दीपावली के एक दिन पूर्व स्कूल में दीयों को विभिन्न रंगों से रंग करके लाए थे और आज उन सभी दीयों को जलाकर दीपावली का त्योहार मना रहे हैं. वह कामना करती हैं कि बच्चों में जो उल्लास है उमंग है वह बना रहे. बच्चों के अंदर ज्ञान का दीप रोशन हो और अज्ञान रूपी अंधकार समाप्त हो" - फौजिया खान, प्राचार्या, वेस्ट प्वाइंट स्कूल
"दीया जलाकर और पटाखा जलाकर बहुत अच्छा लगा. मैं यही कहना चाहूंगी सब खुश रहें और शांति से रहें. मैं दिवाली मनाकर बहुत खुश हूं. सब की विश पूरी हो" -खुशनुमा अहमद, छात्रा
अल्पसंख्यक समाज के बच्चो भी दिवाली को लेकर रहते हैं उत्साहितः फौजिया खान ने बताया कि यहां सभी अल्पसंख्यक समाज के बच्चे हैं और बड़ी उल्लास से दीपावली का त्योहार मना रहे हैं. यह देखकर काफी खुशी महसूस हो रही है कि समाज में अमन प्रेम और भाईचारा का संदेश जा रहा है जो एक मजबूत राष्ट्र के निर्माण में बेहद महत्वपूर्ण है. दीप जलाकर दीपावली का त्योहार मना रही छात्रा खुशनुमा अहमद ने बताया कि वह दीपावली मना कर बेहद खुश महसूस कर रही हैं और वह कामना करती है कि सभी की दुआएं कबूल हो. छात्रा सोफिया ने बताया कि वह दीप जलाकर दीपावली मनाते हुए बेहद उत्साहित हैं. उन्हें दीपावली का त्यौहार बेहद पसंद है. उन्होंने बताया कि वह अब दीए जला चुकी हैं, इसके बाद वह फुलझड़ी छोड़ेंगी, चक्री जलाएंगी और 1-2 पटाखे भी छोड़ेंगी.
"यह देखकर बहुत खुशी हो रही है कि अल्पसंख्यक मोहल्ले में जहां सभी अल्पसंख्यक समाज के बच्चे हैं. सभी एकत्रित हुए हैं और दीप जलाकर प्रेम और भाईचारे का संदेश दे रहे हैं. यह अपने आप में एक बड़ी चीज है. भले ही विभिन्न प्रकार के लोग हेट स्पीच करें, लेकिन इनकी संख्या काफी कम है और ऐसे में इन बच्चों के बीच यह पैगाम पहुंचाना कि हम सब भारतीय हैं. हम सभी किस देश के नागरिक हैं और सभी त्योहार एक साथ मनाते हैं यह महत्वपूर्ण है" - शमायल अहमद, राष्ट्रीय अध्यक्ष, प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रन वेलफेयर एसोसिएशन
" आज मैं बहुत ज्यादा खुश हूं आज. मैंने बहुत सारे पटाखे फोड़े. मुझे चकरी, फुलझड़ी, लहसुनिया पटाखा फोड़ना बहुत पसंद हैं. मैंने दीये भी पूरे घर में जलाया है. इस त्योहार को लेकर मैं बहुत ज्यादा उत्साहित हूं"-सोफिया, छात्रा