गोपालगंज: बिहार के गोपालगंज के उचकागांव थाना क्षेत्र के झिरवा गांव में पिछले दिनों पूर्व मुखिया व शिक्षक अरविंद यादव के हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. इस मामले में पुलिस ने मृतक पूर्व मुखिया अरविंद यादव के शूटर अभिषेक यादव और लाइनर रंजीत गोस्वामी को भी गिरफ्तार कर लिया है. हालांकि, हत्याकांड में इस्तेमाल किए गए हथियार को तलाशने गई पुलिस पर अपराधियों ने फायरिंग कर दी, जिसमें पुलिस को भी जवाबी कार्रवाई करनी पड़ी.
शिक्षक की हत्याकांड का खुलासा: पुलिस के इस जवाबी कारवाई में शूटर अभिषेक यादव के पैर में गोली लगी. जिसे सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है. पुलिस अधीक्षक अवधेश दीक्षित ने बताया बीते 10 जनवरी को पूर्व मुखिया व शिक्षक अरविंद यादव की उस समय हत्या कर दी गयी. जब वह घर से स्कूल जा रहे थे. हत्या के बाद एक एसआईटी का गठन हथुआ एसडीपीओ के नेतृत्व में किया गया था. एसआईटी ने तीन प्राथमिकी अभियुक्त को उसी दौरान गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था.
पूर्व मुखिया सह शिक्षक अरविन्द्र यादव हत्याकांड के शूटर एवं लाईनर हथियार के साथ गिरफ्तार@bihar_police @BiharHomeDept @IPRDBihar @DigSaran @Dist_Gopalganj #HainTaiyaarHum#biharpolice#Bihar #gopalganjpolice pic.twitter.com/f1KCPC3U4W
— Gopalganj Police (@GopalganjPolice) January 19, 2025
"मुखिया अरविंद यादव की हत्या जमीन विवाद के पंचायती में एकतरफा फैसला सुनाने की वजह से की गई है. पूर्व मुखिया अरविंद यादव दबंग प्रवृति के आदमी थे. जिनके रसूख की वजह से वे कई जमीन विवाद के मामले में एकतरफा फैसला सुनाते थे. जिसकी वजह से दूसरे पक्ष के लोग उनसे खुश नहीं थे."- अवधेश दीक्षित एसपी, गोपालगंज
20 लाख रुपए की रकम मांग: गोपालगंज एसपी अवधेश दीक्षित ने बताया कि इस हत्याकांड का शूटर अभिषेक यादव का मीरगंज बायपास रोड के पास बीके टाइल्स के बगल में विवादित जमीन है. इसी जमीन को लेकर पूर्व मुखिया अरविंद यादव के द्वारा पंचायती की जा रही थी. पंचायती में अरविंद यादव अपने रसूख का इस्तेमाल करते हुए अभिषेक यादव से 20 लाख रुपए की रकम मांग रहे थे. 20 लाख रुपए के बदले उसके पक्ष में फैसला सुनाने की बात कही गई थी.
स्कूल जाने के दौरान कर दी थी हत्या: बता दें कि 10 जनवरी को स्कूल में हाजिरी लगाने जाने के दौरान अरविंद यादव की सरेआम गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी. जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी. बता दें कि इस मामले में मृतक के परिजनों ने उचकागांव थाने में झिरवा पंचायत के मुखिया नाजिर आलम, उनके बेटे शकील उर्फ झुन्ना आलम और स्थानीय नीरज सिंह सहित पांच लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई थी. जिसमें पुलिस ने वर्तमान मुखिया, उनके बेटे और एक अन्य को पूर्व में ही गिरफ्तार कर लिया था. इस हत्याकांड में इस्तेमाल किया गया हथियार और बाइक को भी जब्त कर लिया गया है.
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