ETV Bharat / state

नगर विकास मंत्री की अपील- लोग न हों कंफ्यूज, पटना में पीने का पानी बिल्कुल शुद्ध

गर विकास एवं आवास मंत्री सुरेश शर्मा ने कहा कि लोगों को भ्रम हुआ है. राजधानी में जो पीने का पानी है वो बिल्कुल शुद्ध है. उन्होंने कहा कि गंगा की सफाई को लेकर लगातार प्रयास जारी है. अभी ट्रीटमेंट प्लांट का काम पूरा नहीं हुआ है, इसलिए ऐसी रिपोर्ट आई है.

नगर विकास एवं आवास मंत्री सुरेश शर्मा
author img

By

Published : Nov 23, 2019, 10:52 AM IST

पटना: गंगा के पानी को लेकर हाल में प्रकाशित रिपोर्ट के बाद राजधानी समेत उन तमाम शहरों में खलबली मची है, जहां से गंगा नदी गुजरती है. राजधानी में भी इस बात को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है कि अगर गंगा का पानी प्रदूषित है तो यहां के लोग पीने और नहाने के लिए पानी कहां से लाएंगे. इस मुद्दे पर मंत्री और विशेषज्ञों ने अपनी-अपनी राय दी है.

बिहार प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. अशोक कुमार घोष ने कहा कि कन्फ्यूजन की स्थिति नहीं होनी चाहिए. हम जो पानी पी रहे हैं, वो दरअसल ग्राउंड वाटर है. अगर ये 200 फीट से ज्यादा गहराई से लिया गया है तो बिल्कुल शुद्ध है. उन्होंने कहा कि लैब टेस्ट के आधार पर ये जानकारी दी जा रही है कि पटना में जो पीने का पानी है, वो बिल्कुल शुद्ध है. अगर परेशानी है तो गंगा के पानी में है. लेकिन गंगा का पानी पीने के लिए कहीं सप्लाई नहीं होता है.

गंगा के पानी को लेकर मंत्री और विशेषज्ञ ने दी राय

'सिंचाई में इस्तेमाल हो गंगा का पानी'
डॉ. अशोक घोष ने कहा कि गंगा में यदि बाहर की गंदगी और ड्रेनेज सीवरेज का पानी डालना बंद हो जाए तो पानी शुद्ध हो जाएगा. वहीं, विशेषज्ञ और जाने-माने शिक्षाविद डॉ. डीएम दिवाकर ने कहा कि आस्था के कारण लोग गंगा नदी में पूजा सामग्री और अन्य चीजें डालते हैं, जो पानी ट्रीट होकर जा रहा है, वो बिल्कुल शुद्ध नहीं है. इसलिए ट्रीटमेंट के बाद पानी को गंगा में डालने की बजाय उसका उपयोग सिंचाई में होना चाहिए, क्योंकि ट्रीटमेंट किया हुआ पानी भी गंदा को शुद्ध नहीं कर पाता है.

ये भी पढ़ें- पूर्व CM मांझी ने की JNU में छात्रों पर लाठीचार्ज की निंदा, केंद्र सरकार को बताया तानाशाह

गंगा की सफाई को लेकर प्रयास जारी
इस बारे में नगर विकास एवं आवास मंत्री सुरेश शर्मा ने कहा कि लोगों को भ्रम हुआ है. राजधानी में जो पीने का पानी है वो बिल्कुल शुद्ध है. उन्होंने कहा कि गंगा की सफाई को लेकर लगातार प्रयास जारी है. अभी ट्रीटमेंट प्लांट का काम पूरा नहीं हुआ है, इसलिए ऐसी रिपोर्ट आई है. जैसे ही ट्रीटमेंट का काम हो जाएगा, गंगा का पानी बिल्कुल शुद्ध हो जाएगा.

पटना: गंगा के पानी को लेकर हाल में प्रकाशित रिपोर्ट के बाद राजधानी समेत उन तमाम शहरों में खलबली मची है, जहां से गंगा नदी गुजरती है. राजधानी में भी इस बात को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है कि अगर गंगा का पानी प्रदूषित है तो यहां के लोग पीने और नहाने के लिए पानी कहां से लाएंगे. इस मुद्दे पर मंत्री और विशेषज्ञों ने अपनी-अपनी राय दी है.

बिहार प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. अशोक कुमार घोष ने कहा कि कन्फ्यूजन की स्थिति नहीं होनी चाहिए. हम जो पानी पी रहे हैं, वो दरअसल ग्राउंड वाटर है. अगर ये 200 फीट से ज्यादा गहराई से लिया गया है तो बिल्कुल शुद्ध है. उन्होंने कहा कि लैब टेस्ट के आधार पर ये जानकारी दी जा रही है कि पटना में जो पीने का पानी है, वो बिल्कुल शुद्ध है. अगर परेशानी है तो गंगा के पानी में है. लेकिन गंगा का पानी पीने के लिए कहीं सप्लाई नहीं होता है.

गंगा के पानी को लेकर मंत्री और विशेषज्ञ ने दी राय

'सिंचाई में इस्तेमाल हो गंगा का पानी'
डॉ. अशोक घोष ने कहा कि गंगा में यदि बाहर की गंदगी और ड्रेनेज सीवरेज का पानी डालना बंद हो जाए तो पानी शुद्ध हो जाएगा. वहीं, विशेषज्ञ और जाने-माने शिक्षाविद डॉ. डीएम दिवाकर ने कहा कि आस्था के कारण लोग गंगा नदी में पूजा सामग्री और अन्य चीजें डालते हैं, जो पानी ट्रीट होकर जा रहा है, वो बिल्कुल शुद्ध नहीं है. इसलिए ट्रीटमेंट के बाद पानी को गंगा में डालने की बजाय उसका उपयोग सिंचाई में होना चाहिए, क्योंकि ट्रीटमेंट किया हुआ पानी भी गंदा को शुद्ध नहीं कर पाता है.

ये भी पढ़ें- पूर्व CM मांझी ने की JNU में छात्रों पर लाठीचार्ज की निंदा, केंद्र सरकार को बताया तानाशाह

गंगा की सफाई को लेकर प्रयास जारी
इस बारे में नगर विकास एवं आवास मंत्री सुरेश शर्मा ने कहा कि लोगों को भ्रम हुआ है. राजधानी में जो पीने का पानी है वो बिल्कुल शुद्ध है. उन्होंने कहा कि गंगा की सफाई को लेकर लगातार प्रयास जारी है. अभी ट्रीटमेंट प्लांट का काम पूरा नहीं हुआ है, इसलिए ऐसी रिपोर्ट आई है. जैसे ही ट्रीटमेंट का काम हो जाएगा, गंगा का पानी बिल्कुल शुद्ध हो जाएगा.

Intro:गंगा के पानी को लेकर हाल में प्रकाशित रिपोर्ट के बाद पटना समेत उन तमाम शहरों में खलबली मची है जहां से गंगा नदी गुजरती है। पटना में भी इस बात को लेकर लगातार चर्चाओं का बाजार गर्म है कि अगर गंगा का पानी न पीने के लायक है ना नहाने के लायक तो फिर क्या होगा पटना वासियों का। हालांकि विशेषज्ञों ने इस बारे में अपनी राय दी है। पूरी जानकारी अमित वर्मा की इस रिपोर्ट में।


Body:दरअसल जब से रिपोर्ट आई है तब से इस बात को लेकर चर्चा हो रही है कि क्या गंगा का पानी अगर पीने लायक नहीं और नहाने लायक भी नहीं है तो फिर पटना वासी जो जलती रहे हैं उनका क्या होगा इस बारे में बिहार प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष डॉक्टर अशोक कुमार घोष ने कहा कि कन्फ्यूजन की स्थिति नहीं होनी चाहिए हम जो पानी पी रहे हैं वह दरअसल ग्राउंड वाटर है और अगर यह 200 फीट से ज्यादा गहराई से लिया गया है तो बिल्कुल शुद्ध है। उन्होंने कहा कि लैब टेस्ट के आधार पर वे यह जानकारी दे रहे हैं कि पटना में जो पीने का पानी है वह बिल्कुल शुद्ध है। अगर परेशानी है तो गंगा के पानी में है लेकिन गंगा का पानी पीने के लिए कहीं सप्लाई नहीं होता।
डॉ अशोक घोष ने कहा कि गंगा में सिर्फ अगर बाहर की गंदगी ड्रेनेज सीवरेज का पानी डालना बंद हो जाए और अगर हम गंदगी फेंकना छोड़ दे तो पानी शुद्ध हो जाएगा।
वहीं विशेषज्ञ और जाने-माने शिक्षाविद डॉ डीएम दिवाकर ने कहा की असल वजह गंगा में लोगों का भरोसा है जिसके कारण लोग इसमें पूजा सामग्री और अन्य चीजें भेजते रहते हैं। साथ ही जो पानी इसमें ट्रीट होकर भी जा रहा है वह बिल्कुल विश्वास के लायक नहीं। उन्होंने कहा कि ट्रीटमेंट के बाद पानी को गंगा में डालने की बजाय उसका उपयोग सिंचाई में होना चाहिए, क्योंकि ट्रीटमेंट किया हुआ पानी भी गंदा को शुद्ध नहीं कर पाता।
इस बारे में नगर विकास एवं आवास मंत्री सुरेश शर्मा ने कहा कि जो भी कुछ लोगों के दिमाग में है वह सिर्फ कन्फ्यूजन के कारण हुआ है। पीने का पानी जो पटना में है वह बिल्कुल शुद्ध है। लेकिन गंगा को लेकर लगातार प्रयास जारी है अभी ट्रीटमेंट प्लांट का काम पूरा नहीं हुआ इसलिए ऐसी रिपोर्ट आई है। जैसे ही ट्रीटमेंट क्या हुआ पानी गंगा में जाने लगेगा तो गंगा बिल्कुल अशुद्ध हो जाएगी।


Conclusion:डॉ अशोक कुमार घोष अध्यक्ष बिहार प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड
डॉ डीएम दिवाकर विशेषज्ञ
सुरेश कुमार शर्मा मंत्री नगर विकास एवं आवास विभाग

For All Latest Updates

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.