ETV Bharat / state

Nitish Vs Manjhi : 'नीतीश कुमार ने जीतनराम मांझी को तुम-ताम नहीं किया है', मंत्री रत्नेश सदा ने किया CM का बचाव

Bihar Assembly Winter Session : बिहार विधानमंडल में पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी पर भड़कने के बाद सीएम नीतीश कुमार का बीजेपी व अन्य विपक्षी पार्टियां पुरजोर विरोध कर रही है. वहीं जेडीयू के नेता अपने सीएम का बचाव करते दिख रहे हैं. इसी कड़ी में मंत्री रत्नेश सदा ने भी नीतीश कुमार का बचाव करते हुए कहा कि उन्होंने जीतन राम मांझी को रे-बे या तुम-ताम नहीं किया है. पढ़ें पूरी खबर..

मंत्री रत्नेश सदा
मंत्री रत्नेश सदा
author img

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Nov 10, 2023, 4:59 PM IST

मंत्री रत्नेश सदा से बातचीत

पटना : इस बार बिहार विधानसभा का शीतकालीन सत्र पहले दिन से ही हंगामेदार रहा है. हर दिन कोई न कोई नया सियासी विवाद सदन में उठ खड़ा हो रहा है. बीते दिन गुरुवार को भी सीएम नीतीश कुमार ने जिस प्रकार से जीतन राम मांझी पर भड़कते हुए तुम-ताम किया. उसके बाद से पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी आक्रोशित हैं. अब वह पूरे मामले को राज्यपाल के समक्ष उठाने की तैयारी में हैं. वहीं जेडीयू से बिहार सरकार में मंत्री रत्नेश सदा नीतीश कुमार के बचाव में उतर आए हैं.

'बीजेपी के जाल में फंस गए हैं जीतनराम मांझी' : रत्नेश सदा का कहना है जीतनराम मांझी बीजेपी के जाल में फंस गए हैं. बीजेपी ने मांझी को जातीय गणना के सर्वे पर उकसाया. यदि जीतन राम मांझी को अपना ब्रेन रहता तो एक जगह स्थिर रहते. वह कभी कांग्रेस में, तो कभी आरजेडी में, तो कभी जेडीयू में, तो कभी बीजेपी में घूमते रहे हैं. वह घुमंतु हैं. उसको अपना दिमाग ही नहीं है. इसलिए कहीं वह स्थिर ही नहीं रहता है.

"नीतीश कुमार ने जो कहा वह सही कहा. उसको रे-बे या तुम-ताम नहीं कहा. उसको सेंस रहता तो वह एक जगह स्थिर रहता. आज बीजेपी के लोग कहते हैं कि सीएम दलित विरोधी है. आज जगजीवन बाबू की संस्थाएं चल रही है. उसमें उनके नाम से जो छात्रवृति मिलती थी उस पर बीजेपी ने रोक लगा दी." - रत्नेश सदा, मंत्री, बिहार सरकार

'नीतीश कुमार जो बोले, सही बोले' : रत्नेश सदा ने कहा कि दलितों का अपमान तो बीजेपी कर रही है. हमलोग से जब अलग होकर जीतनराम मांझी बीजेपी के बहुत बड़े आका से मिलने जाते हैं और वहां उसका जूता खुलवाया गया. नीतीश कुमार ने तो उसको मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठाया. नीतीश कुमार ने तो दशरथ मांझी को भी सम्मान दिया. वहीं नीतीश कुमार के उस बयान पर जिसमें उन्होंने कहा था कि मेरी मूर्खता थी जो जीतन राम मांझी को मुख्यमंत्री बनाया, इस पर रतनेश सदा ने कहा कि उन्होंने सही कहा है. भावना में आकर उसको मुख्यमंत्री बना दिया था.

'प्रधानमंत्री दलित विरोधी हैं' : जेडीयू के मंंत्री ने कहा कि बीजेपी वालों का प्रधानमंत्री तो खुद दलित विरोधी है. जब नए संसद भवन के उद्घाटन में राष्ट्रपति द्रोपति मुर्मू को नहीं बुलाया. रामनाथ कोविंद को अपमानित किया और जगजीवन राम को भी बीजेपी ने अपमानित किया है. इस तरह जदयू के कोटे से मंत्री रत्नेश सदा नीतीश कुमार का बचाव करते दिखे. वहीं दूसरी तरफ जीतनराम मांझी ने न केवल राज्यपाल से, बल्कि राष्ट्रपति और गृह मंत्री से भी मिलने का ऐलान कर दिया है और बीजेपी जीतनराम मांझी के साथ मजबूती से खड़ी है.

ये भी पढ़ें :

'मेरी मूर्खता से यह आदमी बिहार का CM बना', जीतनराम मांझी पर भड़के नीतीश कुमार

'चिराग पासवान और जीतन राम मांझी दलित हैं तो नरेंद्र मोदी से इस्तीफा मांगे', सीएम नीतीश को भला-बुरा कहने पर भड़के मंत्री सुरेंद्र राम

Bihar Assembly Winter Session: हंगामा के बीच विधानसभा की कार्यवाही 2 बजे तक के लिए स्थगित

मंत्री रत्नेश सदा से बातचीत

पटना : इस बार बिहार विधानसभा का शीतकालीन सत्र पहले दिन से ही हंगामेदार रहा है. हर दिन कोई न कोई नया सियासी विवाद सदन में उठ खड़ा हो रहा है. बीते दिन गुरुवार को भी सीएम नीतीश कुमार ने जिस प्रकार से जीतन राम मांझी पर भड़कते हुए तुम-ताम किया. उसके बाद से पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी आक्रोशित हैं. अब वह पूरे मामले को राज्यपाल के समक्ष उठाने की तैयारी में हैं. वहीं जेडीयू से बिहार सरकार में मंत्री रत्नेश सदा नीतीश कुमार के बचाव में उतर आए हैं.

'बीजेपी के जाल में फंस गए हैं जीतनराम मांझी' : रत्नेश सदा का कहना है जीतनराम मांझी बीजेपी के जाल में फंस गए हैं. बीजेपी ने मांझी को जातीय गणना के सर्वे पर उकसाया. यदि जीतन राम मांझी को अपना ब्रेन रहता तो एक जगह स्थिर रहते. वह कभी कांग्रेस में, तो कभी आरजेडी में, तो कभी जेडीयू में, तो कभी बीजेपी में घूमते रहे हैं. वह घुमंतु हैं. उसको अपना दिमाग ही नहीं है. इसलिए कहीं वह स्थिर ही नहीं रहता है.

"नीतीश कुमार ने जो कहा वह सही कहा. उसको रे-बे या तुम-ताम नहीं कहा. उसको सेंस रहता तो वह एक जगह स्थिर रहता. आज बीजेपी के लोग कहते हैं कि सीएम दलित विरोधी है. आज जगजीवन बाबू की संस्थाएं चल रही है. उसमें उनके नाम से जो छात्रवृति मिलती थी उस पर बीजेपी ने रोक लगा दी." - रत्नेश सदा, मंत्री, बिहार सरकार

'नीतीश कुमार जो बोले, सही बोले' : रत्नेश सदा ने कहा कि दलितों का अपमान तो बीजेपी कर रही है. हमलोग से जब अलग होकर जीतनराम मांझी बीजेपी के बहुत बड़े आका से मिलने जाते हैं और वहां उसका जूता खुलवाया गया. नीतीश कुमार ने तो उसको मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठाया. नीतीश कुमार ने तो दशरथ मांझी को भी सम्मान दिया. वहीं नीतीश कुमार के उस बयान पर जिसमें उन्होंने कहा था कि मेरी मूर्खता थी जो जीतन राम मांझी को मुख्यमंत्री बनाया, इस पर रतनेश सदा ने कहा कि उन्होंने सही कहा है. भावना में आकर उसको मुख्यमंत्री बना दिया था.

'प्रधानमंत्री दलित विरोधी हैं' : जेडीयू के मंंत्री ने कहा कि बीजेपी वालों का प्रधानमंत्री तो खुद दलित विरोधी है. जब नए संसद भवन के उद्घाटन में राष्ट्रपति द्रोपति मुर्मू को नहीं बुलाया. रामनाथ कोविंद को अपमानित किया और जगजीवन राम को भी बीजेपी ने अपमानित किया है. इस तरह जदयू के कोटे से मंत्री रत्नेश सदा नीतीश कुमार का बचाव करते दिखे. वहीं दूसरी तरफ जीतनराम मांझी ने न केवल राज्यपाल से, बल्कि राष्ट्रपति और गृह मंत्री से भी मिलने का ऐलान कर दिया है और बीजेपी जीतनराम मांझी के साथ मजबूती से खड़ी है.

ये भी पढ़ें :

'मेरी मूर्खता से यह आदमी बिहार का CM बना', जीतनराम मांझी पर भड़के नीतीश कुमार

'चिराग पासवान और जीतन राम मांझी दलित हैं तो नरेंद्र मोदी से इस्तीफा मांगे', सीएम नीतीश को भला-बुरा कहने पर भड़के मंत्री सुरेंद्र राम

Bihar Assembly Winter Session: हंगामा के बीच विधानसभा की कार्यवाही 2 बजे तक के लिए स्थगित

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.