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पटना: AES के कारण लीची पर उठ रहे सवाल, कृषि मंत्री ने दिये जांच के आदेश - Agricultural Scientist

मुजफ्फरपुर में एईएस से अबतक 168 बच्चों की मौत हो गई है. लगातार हो रही मौत के लिए लीची भी एक प्रमुख कारण बताया जा रहा है. इसी कारण कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने अपने अधिकारियों को जांच के आदेश दिए हैं.

प्रेम कुमार, कृषि मंत्री
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Published : Jun 20, 2019, 2:19 PM IST

पटना: राज्य में खतरनाक बना एईएस के बाद मुजफ्फरपुर के शाही लीची पर सवाल उठने लगे हैं. बच्चों की मौत में लीची पर उठ रहे सवाल के बाद राज्य सरकार ने जांच कराने का फैसला लिया है. इस पर कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने अपने अधिकारियों और कृषि वैज्ञानिकों को जांच करने के निर्देश दिए हैं. वैज्ञानिकों की उच्चस्तरीय टीम मुजफ्फरपुर जाएगी और जांच कर एक सप्ताह में रिपोर्ट देगी. कृषि मंत्री ने हमारे संवाददाता अविनाश से एक्सक्लूसिव बातचीत में इसकी जानकारी दी.

प्रेम कुमार, कृषि मंत्री ईटीवी भारत से संवाददाता की खास बातचीत

मुजफ्फरपुर में एईएस से अबतक 168 बच्चों की मौत हो गई है. लगातार हो रही मौत के लिए लीची भी एक प्रमुख कारण बताया जा रहा है. इसी कारण कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने अपने अधिकारियों को जांच कराने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि हॉर्टिकल्चर विभाग के वैज्ञानिक इसकी जांच करेंगे और वह जांच में यह देखेंगे कि लीची की कोई भूमिका एईएस में है या नहीं. यदि बच्चों की मौत में लीची की कोई भूमिका होगी तो कृषि वैज्ञानिक उससे निपटने के उपाय करेंगे. लेकिन शाही लीची को लेकर जिस ढंग से बिहार और बिहार से बाहर सवाल उठ रहे हैं. सबसे पहले एईएस वैज्ञानिक उसका जवाब देंगे.

बच्चों की मौत से हम आहत हैं- कृषि मंत्री
कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने कहा कि बच्चों की मौत पर हमसब दुखी हैं. सरकार उसके बचाव के लिए कार्य कर रही है. लीची बिहार के किसानों का पारंपरिक फसल है. इसे बाहर भी भेजा जाता है. लेकिन हाल के दिनों में जो घटना घटी है और उसपर सवाल उठने लगे हैं. यह निश्चित तौर पर जांच का विषय है. हम वैज्ञानिकों की एक टीम भेजकर इसकी जांच करवायेंगे. शाही लीची किसानों के आमदनी का एक बड़ा स्त्रोत है. ऐसे में जांच रिपोर्ट आने के बाद हम उचित कार्रवाई करेंगे.

पटना: राज्य में खतरनाक बना एईएस के बाद मुजफ्फरपुर के शाही लीची पर सवाल उठने लगे हैं. बच्चों की मौत में लीची पर उठ रहे सवाल के बाद राज्य सरकार ने जांच कराने का फैसला लिया है. इस पर कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने अपने अधिकारियों और कृषि वैज्ञानिकों को जांच करने के निर्देश दिए हैं. वैज्ञानिकों की उच्चस्तरीय टीम मुजफ्फरपुर जाएगी और जांच कर एक सप्ताह में रिपोर्ट देगी. कृषि मंत्री ने हमारे संवाददाता अविनाश से एक्सक्लूसिव बातचीत में इसकी जानकारी दी.

प्रेम कुमार, कृषि मंत्री ईटीवी भारत से संवाददाता की खास बातचीत

मुजफ्फरपुर में एईएस से अबतक 168 बच्चों की मौत हो गई है. लगातार हो रही मौत के लिए लीची भी एक प्रमुख कारण बताया जा रहा है. इसी कारण कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने अपने अधिकारियों को जांच कराने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि हॉर्टिकल्चर विभाग के वैज्ञानिक इसकी जांच करेंगे और वह जांच में यह देखेंगे कि लीची की कोई भूमिका एईएस में है या नहीं. यदि बच्चों की मौत में लीची की कोई भूमिका होगी तो कृषि वैज्ञानिक उससे निपटने के उपाय करेंगे. लेकिन शाही लीची को लेकर जिस ढंग से बिहार और बिहार से बाहर सवाल उठ रहे हैं. सबसे पहले एईएस वैज्ञानिक उसका जवाब देंगे.

बच्चों की मौत से हम आहत हैं- कृषि मंत्री
कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने कहा कि बच्चों की मौत पर हमसब दुखी हैं. सरकार उसके बचाव के लिए कार्य कर रही है. लीची बिहार के किसानों का पारंपरिक फसल है. इसे बाहर भी भेजा जाता है. लेकिन हाल के दिनों में जो घटना घटी है और उसपर सवाल उठने लगे हैं. यह निश्चित तौर पर जांच का विषय है. हम वैज्ञानिकों की एक टीम भेजकर इसकी जांच करवायेंगे. शाही लीची किसानों के आमदनी का एक बड़ा स्त्रोत है. ऐसे में जांच रिपोर्ट आने के बाद हम उचित कार्रवाई करेंगे.

Intro:पटना-- कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने मुजफ्फरपुर के शाही लीची पर उठे सवाल के बाद अपने अधिकारियों और कृषि वैज्ञानिकों को जांच का निर्देश दिया है मुजफ्फरपुर में बच्चों की मौत में लीची पर उठ रहे सवाल के बाद जांच कराने का फैसला लिया है वैज्ञानिकों की उच्चस्तरीय टीम मुजफ्फरपुर जाएगी और एक सप्ताह में जांच रिपोर्ट देगी। कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने हमारे संवाददाता अविनाश से एक्सक्लूसिव बातचीत में इसकी जानकारी दी।


Body: मुजफ्फरपुर में AES से इस बार सवा सौ से अधिक बच्चों की मौत हो गई है लगातार मौत के लिए लीची भी एक प्रमुख कारण बताया जा रहा है और इसी कारण कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने अपने अधिकारियों को जांच कराने का निर्देश दिया।
हॉर्टिकल्चर विभाग के वैज्ञानिक इसकी जांच करेंगे। और जांच में यह देखेंगे कि लीची की कोई भूमिका AES में है कि नहीं। यदि बच्चों की मौत में लीची की कोई भूमिका होगी तो कृषि वैज्ञानिक फिर उससे निपटने के लिए भी उपाय करेंगे।
लेकिन शाही लीची को लेकर जिस ढंग से बिहार और बिहार से बाहर सवाल उठ रहे हैं सबसे पहलेAESवैज्ञानिक उसका जवाब देंगे कृषि मंत्री ने एक सप्ताह में रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है ऐसे में एक सप्ताह में यह पता चल जाएगा कि वाकई लीची की कोई भूमिका बच्चों की मौत में है या नहीं।


Conclusion:या फिर मुजफ्फरपुर की शाही लीची को बदनाम करने की कोशिश तो नहीं हो रही है। कृषि मंत्री प्रेम कुमार का कहना है कि शाही लीची किसानों के आमदनी का एक बड़ा स्त्रोत है और एक साजिश हो सकती है लेकिन हम पूरी जांच रिपोर्ट आने के बाद ही इस मामले में अपनी बात रखेंगे और सच्चाई सबके सामने लाएंगे।
अविनाश, पटना।
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