पटना: बिहार के छपरा जहरीली शराबकांड (Bihar Hooch Tragedy ) में हुई मौत को लेकर बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल (BJP State President Sanjay Jaiswal ) के बयान पर मंत्री बिजेन्द्र यादव ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा है कि जायसवाल जी आएं और उनके ब्लड के साथ-साथ मुख्यमत्री नीतीश कुमार के खून की जांच करवा लें. लेकिन अपने ब्लड सैंपल को भी लैब में भेजें, अपने आप स्पष्ट हो जाएगा कि कौन क्या पीता? इस दौरान बिजेन्द्र यादव ने मुआवजे के मुद्दे पर भी बीजेपी को आड़े हाथों लिया.
''जायसवाल जी आएं मेरा ब्लड जांच करवाएं, मुख्मंत्री जी का भी खून टेस्ट करवाएं, सबसे पहले संजय जायसवा के ही ब्लड की जांच हो. पता चल जाएगा कि कौन क्या पीता है?'' - बिजेन्द्र यादव, ऊर्जा मंत्री, बिहार
'संजय जायसवाल भी हमारे साथ करवाएं ब्लड टेस्ट' : बिजेंद्र यादव (Minister Bijendra Yadav) ने कहा कि शराबबंदी को लेकर या शराब पीने को लेकर जिस तरह का बयान भारतीय जनता पार्टी के लोग दे रहे हैं वह कहीं से भी उचित नहीं है. उन्होंने कहा कि सुशील मोदी या संजय जयसवाल जो शराब पीने को लेकर बात कर रहे हैं, उसको लेकर हमारा सीधा-सीधा यही कहना है कि भाजपा के लोग भी ब्लड जांच कराएं और हम, हमारी पार्टी और सीएम नीतीश भी जांच करवाएं. खुद-ब-खुद स्थिति स्पष्ट हो जाएगी कि कौन क्या है? इसको लेकर हाय तौबा मचाने की बात क्या है?
शराबबंदी कानून में मुआवजे का प्रावधान नहीं: ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र यादव ने कहा कि बिहार में शराबबंदी कानून (Bihar Prohibition Law) में कहीं भी मुआवजा की चर्चा नहीं है. फिर भी बीजेपी के लोग ऐसे बोलते हैं, जिसका कोई जवाब नहीं है. उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश और हरियाणा में जहरीली शराब से सबसे ज्यादा लोगों की मौत हुई है. सब रिपोर्ट सामने है. क्या वहां लोगों को मुआवजा दिया गया है? इसका जवाब भारतीय जनता पार्टी के लोग देना नहीं चाहते हैं.
NDA में टूट की वजह विजय सिन्हा और संजय जायसवाल: इस दौरान उन्होंने कहा भाजपा नेता विजय सिन्हा और संजय जयसवाल पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि एनडीए अगर उस समय में टूटा था तो इसका सबसे बड़ा जिम्मेदार भी विजय सिन्हा और संजय जायसवाल हैं. ये लोग तरह-तरह के बयान एनडीए में रहकर मुख्यमंत्री को लेकर देते थे. आज हम लोगों की सरकार मात्र 5 महीना पहले बनी है. अभी से बयानबाजी कर रहे हैं, जो कि कहीं से भी उचित नहीं है.