पटनाः कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की याचिका गुजरात हाईकोर्ट की ओर से खारिज होने के बाद बिहार में महागठबंधन के घटक दल के नेताओं का बयान लगातार आ रहा है. जदयू कोटे के मंत्री अशोक चौधरी ने कहा यह तो लीगल मामला है और राहुल गांधी के पास बड़ी लीगल टीम है वह अपना अगला कदम उठाएगी.
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"यह तो लीगल मामला है. राहुल गांधी के पास बड़ी लीगल टीम है, वह इसे दिखेगी. याचिका खारिज हुई तो उनकी लिगन टीम इस पर जो कुछ भी करना होगा आगे जाना होगा तो जाएगी"- अशोक चौधरी, भवन निर्माण मंत्री
इतनी बड़ी सजा नहीं होनी चाहिएः वहीं आरजेडी विधायक मुकेश रोशन ने कहा यह तो लीगल मामला है और लीगल मामले में हम लोग क्या बोल सकते हैं, लेकिन जिस तरह से राहुल गांधी के खिलाफ कार्रवाई हुई है, वो पूरा देश देखा रहा है आखिर सब को बोलने की आजादी है यदि कोई कुछ बोल दिया तो इतनी बड़ी सजा नहीं होनी चाहिए जनता सब देख रही है.
"पूरा देश देखा रहा है. सब को बोलने की आजादी है अगर कोई कुछ बोल दिया तो इतनी बड़ी सजा नहीं होनी चाहिए, जनता सब देख रही है. इसका जवाब देगी."- मुकेश रोशन, आरजेडी विधायक
कांग्रेस को लगा बड़ा झटकाः आपको बता दें कि गुजरात हाईकोर्ट के फैसले को लेकर कांग्रेस के तरफ से सदाकत आश्रम में एक तरफ धरना दिया जा रहा है तो वहीं घटक दल के नेता लीगल मामले में कुछ भी बोलने से बच रहे हैं लेकिन केंद्र सरकार पर कहीं ना कहीं निशाना भी साध रहे हैं. कांग्रेस नेताओं को उम्मीद थी कि गुजरात हाईकोर्ट से राहुल को राहत मिलेगी, लेकिन याचिका खारिज किए जाने के बाद कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है.
सुनाई गई 2 साल की सजाः दरअसल मोदी सर नेम मामले में सूरत की कोर्ट की तरफ से राहुल गांधी को 2 साल की सजा सुनाई गई थी और उसके बाद राहुल गांधी की संसद सदस्यता समाप्त हो गई. लेकिन अब गुजरात हाईकोर्ट से भी झटका लगने के बाद पार्टी के नेता नाराज हैं और अब आगे क्या हो सकता है, इस पर विचार कर रहे हैं.