पटनाः बिहार में पीएम नरेंद्र मोदी की रैली को लेकर सियासत शुरू हो गई है. इसको लेकर बिहार सरकार के मंत्री आलोक मेहता ने भाजपा पर निशाना साधा. मंत्री आलोक मेहता ने कहा कि बिहार में विपक्षी दलों की बैठक में कितनी ताकत है, यह इसी से पता चल रहा है कि बैठक के कुछ दिन के अंदर पीएम मोदी को भी बिहार आना पड़ रहा है.
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मोदी सरकार पर निशानाः मंत्री ने कहा कि यह लोकतंत्र की मांग है. जनता इनके धन प्रदर्शन को देख चुकी है. अब जनता इनके इवेंट मैनेजमेंट को नहीं देखना चाहती है. उन्होंने मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा. कहा कि सदन की खूबसूरती विपक्ष से होती है, लेकिन देश में विपक्ष को ही सदन से हटाने को साजिश मोदी सरकार कर रही है जो कहीं से भी उचित नहीं है. उन्होंने कहा की सदन में प्रधानमंत्री के बाद नेता प्रतिपक्ष को ही दर्जा दिया गया है, लेकिन मोदी सरकार उसको भी खत्म करना चाहती है.
लोकतांत्रिक मूल्य को भुनाने की कोशिशः आलोक मेहता ने कहा कि देश की जनता जानती है कि किस तरह से लोकतांत्रिक मूल्य को भुनाने की कोशिश की जा रही है. किस तरह देश की जनता को भ्रम में डालकर पूंजीपति को आगे बढ़ा रही है. विपक्षी एकता को लेकर जो मुहिम शुरु हुआ है, उसको देखकर भाजपा घबरा गई है. लोगों के बीच जाकर अपनी सरकार की बड़ाई खुद कर रही है. जबकि जनता के पास किस मुंह से यह जाएंगे, जनता के लिए तो कोई काम यह किए नहीं हैं. कुछ भी कह ले जनता इनकी सच्चाई समझ रही है. मोदी जी का कितना भी बिहार दौरा हो जाय, बिहार की जनता महागठबंधन के साथ है. रहेगी इन्हें अब जुमले वाजि करने से कोई फायदा नहीं है.
"बिहार में विपक्षी दलों की बैठक को लेकर भाजपा घबरा गई है. विपक्षी दलों की बैठक में कितनी ताकत है, यह इसी से पता चल रहा है कि बैठक के कुछ दिन के अंदर पीएम मोदी को भी बिहार आना पड़ रहा है. जनता के पास किस मुंह से यह जाएंगे, जनता के लिए तो कोई काम यह किए नहीं हैं. जनता इनकी सच्चाई समझ रही है. कितना भी दौरा कर लें, बिहार की जनता महागठबंधन के साथ है." -आलोक मेहता, मंत्री, बिहार सरकार