पटना: बिहार के पटना में संस्कृत शिक्षा बोर्ड (Sanskrit Education Board Patna ) की बैठक हुई. यह बैठक बिहार राज्य संस्कृत शिक्षा बोर्ड कार्यालय में हुई. यह नवगठित बोर्ड की पहली बैठक हुई, जिसकी अध्यक्षता बोर्ड के अध्यक्ष भोला यादव ने की. बैठक में विस्तार से पूर्व की स्थिति पर समीक्षा की गई और बिहार के संस्कृत विद्यालयों की स्थिति पर विस्तार से चर्चा की गई.
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छात्रों के बीच रुझान जरूरीः बैठक में परीक्षा को नियमित करने के साथ ही संस्कृत विद्यालयों के प्रति छात्रों के बीच रुझान पैदा करने के लिए सार्थक कदम उठाए जाने पर गहन मंथन किया गया. बोर्ड के सचिव द्वारा राज्य के संस्कृत विद्यालयों की अद्यतन स्थिति से बोर्ड के सदस्यों को अवगत कराया गया. संस्कृत विद्यालयों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का केन्द्र के रूप में पहचान दिलाने हेतु विभिन्न सुझावों पर चर्चा हुई.
कार्यालय के विस्तार पर चर्चाः बोर्ड कार्यालय को विस्तारित करने की आवश्यकता महसूस करते हुए सरकार से बात करने के लिए अध्यक्ष को अधिकृत किया गया. बताया गया कि बोर्ड के कार्यालय का विस्तार होने से काम निपटाने में सहूलियत होगी. बुधवार को आयोजित बैठक से पहले बोर्ड के अध्यक्ष द्वारा सभी सदस्यों को शॉल एवं गुलदस्ता देकर सम्मानित किया गया.
पहली बैठक में ये लोग रहे मौजूदः बैठक में बोर्ड के अध्यक्ष भोला यादव, विधानसभा सदस्य विनय कुमार चौधरी एवं ललित नारायण मंडल, विधान परिषद सदस्य प्रेम चन्द्र मिश्रा, संस्कृत विश्वविद्यालय के वरिष्ठ शिक्षक श्रीपति त्रिपाठी, संस्कृत शिक्षक आचार्य सीयाराम प्रसाद यादव, श्रीनारायण महतो, चित्तरंजन गगन, मदन शर्मा, रामाशीष यादव एवं प्रतिमा कुमारी के साथ हीं बोर्ड के सचिव राजेश कुमार उपस्थित थे.