पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में बिहार विधान मंडल शीतकालीन सत्र को लेकर महागठबंधन के घटक दल के सभी विधान मंडल सदस्यों की बैठक हुई. इस मीटिंग में उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और महागठबंधन के सभी घटक दल के प्रमुख नेता शामिल हुए. इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा बिहार में सफलता पूर्वक हुई जातीय गणना और इसकी रिपोर्ट के आधार पर लिए गए निर्णय से भाजपा घबराहट में है, भाजपा के पास कोई मुद्दा बचा नहीं है. उनके नेता अनाप-शनाप बयान दे रहे हैं.
महागठबंधन के घटक दलों का महामंथन : मुख्यमंत्री ने बुधवार को दिए अपने बयान पर भी चर्चा किया अपनी माफी मांगने की बात भी कही. भाजपा के लोग जातीय गणना और अन्य मसलों पर समर्थन दे रहे थे पर दिल्ली से बिहार के भाजपा नेताओं को निर्देश दिया गया, उसके बाद ही सदन में हंगामा शुरू हुआ. मुख्यमंत्री ने कहा जातीय गणना के आधार पर आगे का काम सरकार ने शुरू कर दिया है. आरक्षण का दायरा 50% से बढ़कर 65% किया जा रहा है. कैबिनेट की भी बैठक बुलाकर हमने स्वीकृति दे दी है, और विधानसभा में विधेयक भी लाया जाएगा.
सीएम नीतीश ने सदस्यों को दिए टिप्स : मुख्यमंत्री ने महागठबंधन के सभी विधायकों को भाजपा के खिलाफ मजबूती से जवाब देने के लिए कहा. 2024 के लिए पूरी तरह से तैयार रहने का निर्देश भी दिया. महागठबंधन की बैठक को उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव सहित सभी घटक दल के नेता और वरिष्ठ मंत्री ने भी संबोधित किया. इस दौरान बीजेपी के खिलाफ अभियान चलाने की बात कही गई.
बीजेपी को काउंटर करने की बनी रणनीति : बता दें कि जातीय गणना की रिपोर्ट जारी होने के बाद कहीं न कहीं महागठबंधन सरकार खुद को फील गुड कर रही है. साथ ही बीजेपी को काउंटर करने के लिए भी योजना बना चुकी है. जातीय गणना रिपोर्ट और आरक्षण के दायरे को बढ़ाने को लेकर बीजेपी के पास बोलने को कुछ नहीं है लेकिन सीएम नीतीश की आपत्तिजनक बयानबाजियों से विपक्ष को मौका दे दिया. हालांकि सीएम नीतीश ने दोनों सदनों में न सिर्फ माफी मांगी बल्कि उन्होंने खुद की निंदा भी की.
आपत्तिजनक बयान ने नीतीश की साख पर असर : सीएम नीतीश ने विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान जनसंख्या नियंत्रण पर बोलते हुए नीतीश कुछ ऐसा बोल गए जिससे हंगामा हो गया. उच्च सदन में तो नीतीश ने मर्यादा की सारी हदें पार कर दीं. सेक्स एजुकेशन का ज्ञान देते-देते नीतीश खुद ही बेकाबू हो गए. जिस ढंग से उन्होंने सदन के दोनों सदनों में 'लड़का-लड़की शादी के बाद रोज रात में..' बोलना शुरू हो गया आधे से ज्यादा माननीय सदस्य सकपका गए. महिला विधायकों के सामने असहज स्थिति पैदा हो गई. कार्यवाही के बाद महिला विधायकों ने इसको लेकर आपत्ति भी दर्ज कराई.
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