पटना: जिले में टिड्डयों के संभावित आक्रमण को देखते हुए पटना के सभी प्रखंड अलर्ट किए गए हैं. इसी क्रम में विभिन्न जिलों में अग्निशमन वाहन से कीटनाशकों का छिड़काव किया गया. जिसमें लगभग 30,000 टिड्डयां मारी गई हैं. ये कार्रवाई जिला प्रशासन के आदेश के बाद की गई.
हिंदी भवन में जिलाधिकारी कुमार रवि की अध्यक्षता में टिड्डयों के संभावित आक्रमण को देखते हुए एक बैठक की गई. बैठक में अग्निश्मन विभाग की तरफ से जिलाधिकारी को ये जानकारी दी कि विगत 2 दिनों से मसौढ़ी प्रखंड के नदौल पंचायत एवं धनरूआ के बहराम पंचायत अंतर्गत पिपरामा ,अरमल, सिमराही ग्राम में अग्निशमन वाहन से कीटनाशकों का छिड़काव किया गया, जिसमें लगभग 30,000 टिड्डयां मारी गई है.
'जहानाबाद और नालंदा में है खतरा'
अग्निशमन विभाग के अधिकारियों ने बैठक में जनकारी दी कि हवा का रुख दक्षिण-पूर्व होने के कारण शेष टिड्डयां जहानाबाद और नालंदा की तरफ चली गई, जबकी हवा का रुख लगातार बदलने की वजह से पटना जिला के सभी प्रखंडों को खासकर नालंदा और जहानाबाद से सटे दनियावां धनरूआ मसौड़ी बख्तियारपुर को 24 घंटे अलर्ट रहने का निर्देश दिया गया है.
कृषि विभाग अलर्ट
जिलाधिकारी ने बताया कि पटना जिला के सभी प्रखंड के पदाधिकारियों के साथ कृषि समन्वयक किसान सलाहकार की प्रखंड स्तरीय टिड्डी बचाव दल का गठन किया गया है, जो टिड्डी के आगमन की दशा में तत्काल अपने प्रखंडों के लिए प्राधिकृत अग्निशमन वाहन के साथ आक्रमण स्थल पर कीटनाशकों का छिड़काव कराना सुनिश्चित करेंगे.
टिड्डियों को लेकर प्रशासन ने की अपील
टिड्डियों के आक्रमण की रोकथाम और प्रखंड स्तरीय टिड्डी बचाव दल से समन्वय स्थापित करने हेतु जिला स्तरीय कंट्रोल रूम का गठन किया गया है. जिसके प्रभारी पदाधिकारी पटना के जिला कृषि पदाधिकारी हैं. जिलाधिकारी ने कृषि विभाग के सभी अधिकारियों और कर्मियों को इस दिशा में सक्रिय रहने का निर्देश दिया गया है. वहीं, टिड्डियों के फसलों पर प्रकोप होने की दशा में स्थानीय लोगों के तरफ से ढोल, नगाड़ा, थाली आदि बजाकर भी भगाए जाने की अपील जिला प्रशासन ने आम लोगो से की है.