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Bihar Inter Exam 2023: गणितज्ञ केसी सिन्हा का सलाह -'पिछले पांच साल का परीक्षा पत्र हल करें'

गणितज्ञ डॉ केसी सिन्हा (Mathematician Dr KC Sinha) ने बोर्ड और इंटर की परीक्षा देने वाले छात्रों को गणित के पेपर के लिए जरूरी टिप्स दिए हैं. उन्होंने कहा कि अभी के समय छात्र उन टॉपिक पर अपना समय बर्बाद ना करें, जिनमें उन्हें परेशानी है. बल्कि, पिछले पांच साल के परीक्षा पत्र को हल करें. जिससे उन्हें परीक्षा का पैटर्न समझ में आ जाएगा.

गणितज्ञ डॉ केसी सिन्हा
गणितज्ञ डॉ केसी सिन्हा
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Published : Jan 11, 2023, 9:22 PM IST

गणितज्ञ डॉ केसी सिन्हा ने टिप्स दिए

पटना: बिहार बोर्ड इंटरमीडिएट वार्षिक परीक्षा (Bihar Inter Exam 2023) और मैट्रिक वार्षिक परीक्षा फरवरी महीने से शुरू हो रही है. सीबीएसई बोर्ड की परीक्षाएं भी अगले माह से शुरू हो रही है. ऐसे में बोर्ड परीक्षाओं को लेकर काफी कम समय बच गया है. इंटरमीडिएट वार्षिक परीक्षा की बात करें तो पहले दिन 1 फरवरी को मैथमेटिक्स की परीक्षा है. ऐसे में देश के महान गणितज्ञ प्रोफेसर डॉ केसी सिन्हा ने बोर्ड की परीक्षा देने वाले परीक्षार्थियों को सलाह दी है कि पिछले 5 वर्षों के क्वेश्चन पेपर को प्रैक्टिस करें.

यह भी पढ़ें: BSEB Datesheet 2023: बिहार बोर्ड 10वीं, 12वीं का टाइमटेबल जारी, देखें कब होगी परीक्षा

'रिवीजन पर करें परीक्षार्थी फोकस': उन्होंने आगे कहा कि बोर्ड परीक्षा के दौरान पहले दिन मैथमेटिक्स की परीक्षा इसलिए आयोजित करा ली जाती है, क्योंकि माना जाता है कि मैथमेटिक्स काफी डिफिकल्ट विषय होता है. पहले दिन परीक्षार्थी का माइंड फ्रेश रहता है. ऐसे में छात्रों पर कम दवाब रहता है और पेपर ठीक ढंग से दे पाते हैं. उन्होंने कहा कि वह बोर्ड परीक्षा देने वाले बच्चों को सलाह देंगे कि इस समय जो कुछ पढ़ चुके हैं, उसी को रिवीजन करें और कुछ नया पढ़ने की कोशिश ना करें.

यह भी पढ़ें: Inter Exam 2024: 7 जनवरी तक लेट फीस के साथ करें ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन

"पिछले पांच साल का परीक्षा पत्र हल करें": उन्होंने छात्रों को परीक्षा की तैयारी के बारे में बताते हुए कहा कि बीते 5 वर्षों के बोर्ड परीक्षा में पूछे गए प्रश्नों के क्वेश्चन बैंक को प्रेक्टिस करें. दिन में जरूर एक क्वेश्चन सेट हल करें. प्रीवियस ईयर का क्वेश्चन हो तो और अच्छा है. प्रीवियस ईयर क्वेश्चन पेपर को सॉल्व करने से परीक्षा के पैटर्न का अंदाजा मिल जाता है. इससे तैयारी आसान हो जाती है.


इंटर परीक्षा में 44 फीसदी प्रश्न कैलकुलस: प्रोफेसर डॉक्टर के सी सिन्हा ने कहा कि जहां तक इंटरमीडिएट परीक्षा का सवाल है तो इंटरमीडिएट में मैथमेटिक्स में सबसे अधिक कैलकुलस से सवाल पूछे जाते हैं. लगभग 44 फ़ीसदी प्रश्न कैलकुलस से होते हैं. ऐसे में इंटर के परीक्षार्थियों का कैलकुलस पर कमांड होना जरूरी है. जबकि मैट्रिक परीक्षा की बात करें तो मैट्रिक में ज्योमेट्री और अलजेब्रा से प्रश्न अधिक होते हैं, इसलिए इन दोनों पर विद्यार्थियों को कमांड करने की आवश्यकता है.

"आसान सवालों को पहले हल करें छात्र": उन्होंने कहा कि विद्यार्थी मन से तनाव को दूर कर परीक्षा हॉल में क्वेश्चन सॉल्व करने के लिए बैठे. जो टॉपिक अब तक नहीं पढ़े हैं, उसे अब पढ़ने के लिए परेशान ना हो, बल्कि जो टॉपिक पढ़ चुके हैं उस पर अपना कमांड मजबूत करें. बेफिक्र होकर निश्चिंत मन से परीक्षा की तैयारी करें. परीक्षा में सबसे पहले आसान सवालों को हल करें. फिर जिसमें लगता है कि सॉल्व करने में समय अधिक लेगा उसे बाद में हल करें.


गणितज्ञ डॉ केसी सिन्हा ने टिप्स दिए

पटना: बिहार बोर्ड इंटरमीडिएट वार्षिक परीक्षा (Bihar Inter Exam 2023) और मैट्रिक वार्षिक परीक्षा फरवरी महीने से शुरू हो रही है. सीबीएसई बोर्ड की परीक्षाएं भी अगले माह से शुरू हो रही है. ऐसे में बोर्ड परीक्षाओं को लेकर काफी कम समय बच गया है. इंटरमीडिएट वार्षिक परीक्षा की बात करें तो पहले दिन 1 फरवरी को मैथमेटिक्स की परीक्षा है. ऐसे में देश के महान गणितज्ञ प्रोफेसर डॉ केसी सिन्हा ने बोर्ड की परीक्षा देने वाले परीक्षार्थियों को सलाह दी है कि पिछले 5 वर्षों के क्वेश्चन पेपर को प्रैक्टिस करें.

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'रिवीजन पर करें परीक्षार्थी फोकस': उन्होंने आगे कहा कि बोर्ड परीक्षा के दौरान पहले दिन मैथमेटिक्स की परीक्षा इसलिए आयोजित करा ली जाती है, क्योंकि माना जाता है कि मैथमेटिक्स काफी डिफिकल्ट विषय होता है. पहले दिन परीक्षार्थी का माइंड फ्रेश रहता है. ऐसे में छात्रों पर कम दवाब रहता है और पेपर ठीक ढंग से दे पाते हैं. उन्होंने कहा कि वह बोर्ड परीक्षा देने वाले बच्चों को सलाह देंगे कि इस समय जो कुछ पढ़ चुके हैं, उसी को रिवीजन करें और कुछ नया पढ़ने की कोशिश ना करें.

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"पिछले पांच साल का परीक्षा पत्र हल करें": उन्होंने छात्रों को परीक्षा की तैयारी के बारे में बताते हुए कहा कि बीते 5 वर्षों के बोर्ड परीक्षा में पूछे गए प्रश्नों के क्वेश्चन बैंक को प्रेक्टिस करें. दिन में जरूर एक क्वेश्चन सेट हल करें. प्रीवियस ईयर का क्वेश्चन हो तो और अच्छा है. प्रीवियस ईयर क्वेश्चन पेपर को सॉल्व करने से परीक्षा के पैटर्न का अंदाजा मिल जाता है. इससे तैयारी आसान हो जाती है.


इंटर परीक्षा में 44 फीसदी प्रश्न कैलकुलस: प्रोफेसर डॉक्टर के सी सिन्हा ने कहा कि जहां तक इंटरमीडिएट परीक्षा का सवाल है तो इंटरमीडिएट में मैथमेटिक्स में सबसे अधिक कैलकुलस से सवाल पूछे जाते हैं. लगभग 44 फ़ीसदी प्रश्न कैलकुलस से होते हैं. ऐसे में इंटर के परीक्षार्थियों का कैलकुलस पर कमांड होना जरूरी है. जबकि मैट्रिक परीक्षा की बात करें तो मैट्रिक में ज्योमेट्री और अलजेब्रा से प्रश्न अधिक होते हैं, इसलिए इन दोनों पर विद्यार्थियों को कमांड करने की आवश्यकता है.

"आसान सवालों को पहले हल करें छात्र": उन्होंने कहा कि विद्यार्थी मन से तनाव को दूर कर परीक्षा हॉल में क्वेश्चन सॉल्व करने के लिए बैठे. जो टॉपिक अब तक नहीं पढ़े हैं, उसे अब पढ़ने के लिए परेशान ना हो, बल्कि जो टॉपिक पढ़ चुके हैं उस पर अपना कमांड मजबूत करें. बेफिक्र होकर निश्चिंत मन से परीक्षा की तैयारी करें. परीक्षा में सबसे पहले आसान सवालों को हल करें. फिर जिसमें लगता है कि सॉल्व करने में समय अधिक लेगा उसे बाद में हल करें.


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