मधेपुरा: जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा स्थित माछिल इलाके में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में कैप्टन आशुतोष कुमार शहीद हो गए. आज उनका पार्थिव शरीर जिले के घैलाढ़ स्थित पैतृक गांव पहुंचा. उनका शव पैतृक गांव पहुंचते पूरे गांव के लोग उमड़ पड़े. वही शहीद जवान अमर रहे के नारों से पूरा गांव गूंज गया.
शहीद कैप्टन आशुतोष कुमार का राजकीय सम्मान के साथ दाह संस्कार उनके पैतृक गांव भतरंधा परमानंदपुर पंचायत के जागीर टोला स्थित वार्ड नंबर-17 में किया गया. शहीद को उनके पिता रविंद्र भारती ने मुखाग्नी दी. इस मौके पर शहीद कैप्टन आशुतोष कुमार के पार्थिव शरीर को पटना से लेकर आए सेना के उच्चाधिकारियों और जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया. वहीं, शहीद आशुतोष के दाह संस्कार में मधेपुरा के डीएम नवदीप शुक्ला, एसपी योगेंद्र कुमार, एसडीओ नीरज कुमार और एसडीपीओ अजय नारायण यादव सहित बड़ी संख्या में जिले के हजारों लोग शामिल हुए.
हम सभी हैं गौरवान्वित
इस मौके पर शहीद कैप्टन के परिजनों ने कहा कि हम सभी गौरवान्वित हैं कि मेरे घर का लाल देश के लिए शहीद हो गया. उसने हमारे साथ इस गांव और जिले का नाम रोशन कर दिया. उसके शहादत को देश हमेशा याद रखेगा.
9 महीने पहले ही हुई थी पोस्टिंग
बता दें कि शहीद कैप्टन आशुतोष कुमार दो साल पहले संघ लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित एनडीए की परीक्षा पास कर सेना में कैप्टन बने थे. वो प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद पिछले 9 महिने से जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा सेक्टर के माछिल में तैनात किए गए थे.