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थानों की 'लैंडलाइन डेड': जनता की पुलिस से 'लाइन' रहेगी कट.. तो क्राइम पर कैसे होगा कंट्रोल? - ईटीवी भारत न्यूज

बिहार में आपराधिक मामले (Crime In Bihar) रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं, आम लोग इससे काफी परेशान हैं. वहीं क्राइम पर कंट्रोल करने की बात करने वाली बिहार पुलिस के कई थानों में लैंडलाइन फोन ही खराब पड़े हैं. आम लोग किसी भी मामले की सूचना आखिर किस माध्यम से पुलिस को दें..

थानों के लैंडलाइन फोन खराब
थानों के लैंडलाइन फोन खराब
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Published : Dec 20, 2021, 6:17 PM IST

पटनाः जिस माध्यम से लोग अपनी समस्याओं को थानों तक पहुंचाते हैं, जब संचार का वही माध्यम खराब होगा, तो लोग थानों तक अपनी समस्याओं को कैसे पहुंचाएंगे. बिहार के कई थानों में लगे लैंडलाइन फोन (police stations Landline phones Dead in Bihar) खराब पड़े हैं. हालांकि इस परेशानी को दूर करने की कवायद पुलिस मुख्यालय द्वारा की जा रही है. एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार (ADG Jitendra Singh Gangwar) ने कहा कि जल्द ही इस समस्या को दूर कर लिया जाएगा.

ये भी पढ़ेंः पटना सड़क हादसे में दो की मौत, एक की हालत गंभीर, सड़क जामकर की गई आगजनी

दरअसल जब मोबाइल फोन का जमाना नहीं था, तब लैंडलाइन फोन की अहमियत कुछ और ही थी. लेकिन इस समय बिहार के कई थानों में काफी सालों से लैंड लाइन फोन खराब पड़े हैं. जिससे आम लोगों का फोन थाने में नहीं लगता. अब थानों में लैंडलाइन फोन की जरूरत को देखते हुए पुलिस मुख्यालय फिर से मुहिम चलाकर सभी थानों में लैंडलाइन फोन लगवा रहा है. ज्यादातर थानों में लैंडलाइन फोन डेड होने का कारण टेलीफोन बिल समय पर नहीं भरना है. जिसकी वजह से कनेक्शन कट गया और इसकी अनदेखी की गई.

देखें वीडियो
इस मामले में पुलिस मुख्यालय एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने कहा कि बिहार के 1,248 थानों और ओपी में से अब तक लगभग 1,205 लैंडलाइन फोन लग चुका है. हालांकि कुछ जगहों से यह भी सूचना आ रही है कि लगने के तुरंत बाद यह खराब भी होने लगा है. वहीं, बिहार के दूर इलाकों में स्थित थाना या ओपी में लैंडलाइन फोन लगने में दिक्कत आ रही है. केबल की समस्या की वजह से दूरसंचार कंपनी द्वारा इसे लगाने में कठिनाई हो रही है. इन थानों को वायरलेस इंटरनेट से जुड़े फोन की सुविधा देने का निर्देश दिया गया है.

ये भी पढ़ेंः औरंगाबाद में सुबह-सुबह दर्दनाक सड़क हादसा, तीन की मौत, एक की हालत नाजुक

एडीजी मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार के मुताबिक लैंडलाइन फोन के साथ-साथ मोबाइल फोन भी थानों को दिया गया है. इसके अलावा वायरलेस भी है, लेकिन फिर भी सवाल ये उठता है कि लैंडलाइन फोन जिसका नंबर सभी लोगों के पास रहना चाहिए, ताकि वह किसी भी समय किसी भी समस्या से थानों को सूचित कर सके. थानों में लैंडलाइन फोन नहीं होना कहीं ना कहीं आम लोगों के लिए एक बड़ी समस्या बन गई है.

पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार की मानें तो बिहार में 40 से 50 थानों में लगे लैंडलाइन फोन खराब हैं. जिसे जल्द चेंज करवाने का निर्देश दिया गया है. थानों में लगे फोन खराब रहने का एक और बड़ा कारण माना जाता है कि थानों में लगे टेलीफोन का बिल भुगतान कौन करेगा. ज्यादातर थानों में केबल या बिल नहीं भरने की वजह से वहां का कनेक्शन संचार कंपनी द्वारा काट दिया जाता था. अब इसकी भी समस्या मुख्यालय ने दूर कर दी है. थानों में लगाए जा रहे टेलीफोन के बिल भुगतान को लेकर एकीकृत व्यवस्था पुलिस मुख्यालय स्तर पर की जा रहा है. कुछ जिलों में इसकी शुरुआत भी कर दी गई है.

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पटनाः जिस माध्यम से लोग अपनी समस्याओं को थानों तक पहुंचाते हैं, जब संचार का वही माध्यम खराब होगा, तो लोग थानों तक अपनी समस्याओं को कैसे पहुंचाएंगे. बिहार के कई थानों में लगे लैंडलाइन फोन (police stations Landline phones Dead in Bihar) खराब पड़े हैं. हालांकि इस परेशानी को दूर करने की कवायद पुलिस मुख्यालय द्वारा की जा रही है. एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार (ADG Jitendra Singh Gangwar) ने कहा कि जल्द ही इस समस्या को दूर कर लिया जाएगा.

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दरअसल जब मोबाइल फोन का जमाना नहीं था, तब लैंडलाइन फोन की अहमियत कुछ और ही थी. लेकिन इस समय बिहार के कई थानों में काफी सालों से लैंड लाइन फोन खराब पड़े हैं. जिससे आम लोगों का फोन थाने में नहीं लगता. अब थानों में लैंडलाइन फोन की जरूरत को देखते हुए पुलिस मुख्यालय फिर से मुहिम चलाकर सभी थानों में लैंडलाइन फोन लगवा रहा है. ज्यादातर थानों में लैंडलाइन फोन डेड होने का कारण टेलीफोन बिल समय पर नहीं भरना है. जिसकी वजह से कनेक्शन कट गया और इसकी अनदेखी की गई.

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इस मामले में पुलिस मुख्यालय एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने कहा कि बिहार के 1,248 थानों और ओपी में से अब तक लगभग 1,205 लैंडलाइन फोन लग चुका है. हालांकि कुछ जगहों से यह भी सूचना आ रही है कि लगने के तुरंत बाद यह खराब भी होने लगा है. वहीं, बिहार के दूर इलाकों में स्थित थाना या ओपी में लैंडलाइन फोन लगने में दिक्कत आ रही है. केबल की समस्या की वजह से दूरसंचार कंपनी द्वारा इसे लगाने में कठिनाई हो रही है. इन थानों को वायरलेस इंटरनेट से जुड़े फोन की सुविधा देने का निर्देश दिया गया है.

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एडीजी मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार के मुताबिक लैंडलाइन फोन के साथ-साथ मोबाइल फोन भी थानों को दिया गया है. इसके अलावा वायरलेस भी है, लेकिन फिर भी सवाल ये उठता है कि लैंडलाइन फोन जिसका नंबर सभी लोगों के पास रहना चाहिए, ताकि वह किसी भी समय किसी भी समस्या से थानों को सूचित कर सके. थानों में लैंडलाइन फोन नहीं होना कहीं ना कहीं आम लोगों के लिए एक बड़ी समस्या बन गई है.

पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार की मानें तो बिहार में 40 से 50 थानों में लगे लैंडलाइन फोन खराब हैं. जिसे जल्द चेंज करवाने का निर्देश दिया गया है. थानों में लगे फोन खराब रहने का एक और बड़ा कारण माना जाता है कि थानों में लगे टेलीफोन का बिल भुगतान कौन करेगा. ज्यादातर थानों में केबल या बिल नहीं भरने की वजह से वहां का कनेक्शन संचार कंपनी द्वारा काट दिया जाता था. अब इसकी भी समस्या मुख्यालय ने दूर कर दी है. थानों में लगाए जा रहे टेलीफोन के बिल भुगतान को लेकर एकीकृत व्यवस्था पुलिस मुख्यालय स्तर पर की जा रहा है. कुछ जिलों में इसकी शुरुआत भी कर दी गई है.

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