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JDU के खाते में कुढ़नी सीट, मनोज कुशवाहा होंगे महागठबंधन के संयुक्त प्रत्याशी

कुढ़नी उपचुनाव में मनोज कुशवाहा महागठबंधन के प्रत्याशी (Kurhani by election Manoj Kushwaha candidate) बने हैं. इसकी आधिकारिक घोषणा महागठबंधन के नेताओं ने मिलकर की. यह सीट पिछले चुनाव के आधार पर राजद के पास थी.

मनोज कुशवाहा
मनोज कुशवाहा
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Published : Nov 12, 2022, 3:45 PM IST

Updated : Nov 13, 2022, 8:57 AM IST

पटना: कुढ़नी विधानसभा सीट के लिए हो रहे उपचुनाव में महागठबंधन प्रत्याशी (mahagathbandhan candidate in Kurhani by election) पर सहमति बन गयी है. यह सीट जेडीयू के खाते में गयी है. मनोज कुशवाहा महागठबंधन के प्रत्याशी (Kurhani by election Manoj Kushwaha candidate) होंगे. राजद नेता अब्दुल बारी सिद्धकी ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि कुढ़नी सीट पर जदयू लड़ेगा. जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने जदयू के लिए सीट छोड़ने के लिए तेजस्वी यादव का आभार प्रकट किया है.

इसे भी पढ़ेंः AIMIM और BJP का है आपस में गठबंधन पर जीत महागठबंधन की ही होगी- दानिश रिजवान

राजद की सीटिंग सीट थीः बता दें कि यह सीट पिछले चुनाव के आधार पर राजद के पास थी. राजद के अनिल सहनी के अयोग्य घोषित किए जाने के बाद यहां उपचुनाव करवाया जा रहा है. कुढ़नी विधानसभा सीट पर चुनाव के लिए 17 नवंबर तक नामांकन किया जा सकता है. 18 नवंबर को नामांकन पत्रों की जांच होगी और 21 नवंबर तक नामांकन वापस लिया जाएगा. उसके बाद 5 दिसंबर मतदान होगा और 8 दिसंबर को मतगणना होगी. महागठबंधन के उम्मीदवार मनोज कुशवाहा 2005 से लेकर 2015 तक कुढ़नी सीट से विधायक रह चुके हैं.

क्यों हो रहा है उपचुनावः कुढ़नी विधानसभा क्षेत्र से आरजेडी विधायक अनिल सहनी पर राज्यसभा सांसद रहने के दौरान एलटीसी घोटाले का आरोप लगा है. इस आरोप पर सीबीआई जांच कर रही थी. अनिल सहनी जब राज्यसभा सांसद बने थे तो बिना यात्रा के लाखों रुपये का घोटाला हुआ था. एलटीसी घोटाला मामले में 31 अक्टूबर 2013 को सीबीआई ने केस दर्ज किया था. सीबीआई ने इस मामले में मनी लाउंड्रिंग एक्ट, धोखाधड़ी, सरकारी पद के दुरुपयोग की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था. दिल्ली के राऊज एवेन्यू कोर्ट ने अवकाश एवं यात्रा भत्ता घोटाला (LTC scam Case) मामले में उनको दोषी करार देते हुए 2 साल की सजा सुनाई थी.

"राष्ट्रीय जनता दल की सीटिंग सीट थी. तेजस्वी यादव ने जदयू के लिए सीट छोड़ा है, हम उनका आभार प्रकट करते हैं. जनता दल यूनाइटेड ने मनोज कुशवाहा को वहां उम्मीदवार बनाया है"-ललन सिंह, राष्ट्रीय अध्यक्ष, जदयू

इसे भी पढ़ेंः JDU प्रत्याशी ने CM नीतीश को लौटाया सिंबल, जानें पूरा मामला

कुढ़नी के विधायक रह चुके हैंः मनोज कुशवाहा 2005 से लेकर 2015 तक कुढ़नी सीट से विधायक रह चुके हैं. 2020 में ये सीट एनडीए कोटे से बीजेपी के खाते में चली गई थी. यहां से 2015 में बीजेपी केदार गुप्ता ने जीत हासिल की थी. 2020 के चुनाव में केदार गुप्ता काे राजद के अनिल कुमार सहनी से 712 मतों से हार का सामना करना पड़ा था. वर्ष 2020 में कुढ़नी से बीजेपी उम्मीदवार के चुनाव लड़ने के कारण मनोज कुशवाहा को मुजफ्फरपुर की मीनापुर से टिकट दिया गया था, लेकिन बाद में विरोध के बाद उन्होंने सिंबल लौटा दिया था.

पटना: कुढ़नी विधानसभा सीट के लिए हो रहे उपचुनाव में महागठबंधन प्रत्याशी (mahagathbandhan candidate in Kurhani by election) पर सहमति बन गयी है. यह सीट जेडीयू के खाते में गयी है. मनोज कुशवाहा महागठबंधन के प्रत्याशी (Kurhani by election Manoj Kushwaha candidate) होंगे. राजद नेता अब्दुल बारी सिद्धकी ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि कुढ़नी सीट पर जदयू लड़ेगा. जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने जदयू के लिए सीट छोड़ने के लिए तेजस्वी यादव का आभार प्रकट किया है.

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राजद की सीटिंग सीट थीः बता दें कि यह सीट पिछले चुनाव के आधार पर राजद के पास थी. राजद के अनिल सहनी के अयोग्य घोषित किए जाने के बाद यहां उपचुनाव करवाया जा रहा है. कुढ़नी विधानसभा सीट पर चुनाव के लिए 17 नवंबर तक नामांकन किया जा सकता है. 18 नवंबर को नामांकन पत्रों की जांच होगी और 21 नवंबर तक नामांकन वापस लिया जाएगा. उसके बाद 5 दिसंबर मतदान होगा और 8 दिसंबर को मतगणना होगी. महागठबंधन के उम्मीदवार मनोज कुशवाहा 2005 से लेकर 2015 तक कुढ़नी सीट से विधायक रह चुके हैं.

क्यों हो रहा है उपचुनावः कुढ़नी विधानसभा क्षेत्र से आरजेडी विधायक अनिल सहनी पर राज्यसभा सांसद रहने के दौरान एलटीसी घोटाले का आरोप लगा है. इस आरोप पर सीबीआई जांच कर रही थी. अनिल सहनी जब राज्यसभा सांसद बने थे तो बिना यात्रा के लाखों रुपये का घोटाला हुआ था. एलटीसी घोटाला मामले में 31 अक्टूबर 2013 को सीबीआई ने केस दर्ज किया था. सीबीआई ने इस मामले में मनी लाउंड्रिंग एक्ट, धोखाधड़ी, सरकारी पद के दुरुपयोग की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था. दिल्ली के राऊज एवेन्यू कोर्ट ने अवकाश एवं यात्रा भत्ता घोटाला (LTC scam Case) मामले में उनको दोषी करार देते हुए 2 साल की सजा सुनाई थी.

"राष्ट्रीय जनता दल की सीटिंग सीट थी. तेजस्वी यादव ने जदयू के लिए सीट छोड़ा है, हम उनका आभार प्रकट करते हैं. जनता दल यूनाइटेड ने मनोज कुशवाहा को वहां उम्मीदवार बनाया है"-ललन सिंह, राष्ट्रीय अध्यक्ष, जदयू

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कुढ़नी के विधायक रह चुके हैंः मनोज कुशवाहा 2005 से लेकर 2015 तक कुढ़नी सीट से विधायक रह चुके हैं. 2020 में ये सीट एनडीए कोटे से बीजेपी के खाते में चली गई थी. यहां से 2015 में बीजेपी केदार गुप्ता ने जीत हासिल की थी. 2020 के चुनाव में केदार गुप्ता काे राजद के अनिल कुमार सहनी से 712 मतों से हार का सामना करना पड़ा था. वर्ष 2020 में कुढ़नी से बीजेपी उम्मीदवार के चुनाव लड़ने के कारण मनोज कुशवाहा को मुजफ्फरपुर की मीनापुर से टिकट दिया गया था, लेकिन बाद में विरोध के बाद उन्होंने सिंबल लौटा दिया था.

Last Updated : Nov 13, 2022, 8:57 AM IST

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