पटना: मंदिर को मानसिक गुलामी और पाखंड का प्रतीक बताने के साथ ही आरजेडी पर हमला शुरू हो गया है. 22 जनवरी को अयोध्या में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले मंदिरों के अस्तित्व पर सवाल उठाने पर बीजेपी पलटवार कर रही है. वहीं अब जेडीयू के सुर भी बदले-बदले हैं. जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने आरजेडी के विधायक पर हमला किया तो वहीं आरजेडी ने भी मोर्चा संभाल लिया है.
आरजेडी सांसद मनोज झा का बीजेपी पर हमला: आरजेडी सांसद मनोज झा ने सोमवार को प्रेस कांफ्रेंस की. उन्होंने इस दौरान बीजेपी पर जमकर हमला किया और कहा कि बीते एक हफ्ते से कोई मुद्दा नहीं था. महागठबंधन की सरकार रोज गिरायी जाती है. देश में पहली बार एक पार्टी में बदलाव होने की वजह से प्रोपेगेंडा फैलाया गया और बहुत कुछ कहा गया. लेकिन उसका नतीजा क्या निकला वह सबके सामने है.
"मुख्यमंत्री नीतीश कुमार वहीं हैं. उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव वहीं हैं. सब कुछ पहले की तरह ही बिहार में चल रहा है. बीजेपी के लोगों ने जो परसेप्शन लोगों के बीच परोसने का काम किया था, उस पर विराम लग गया. अब आज देखिए क्या हुआ हमारे एक विधायक ने सावित्रीबाई फुले की कुछ बातें पोस्टर के जरिए बताने की कोशिश की और उस पर राजनीति हो रही है."- मनोज झा, राजद सांसद
'राम के नाम पर राजनीति करने वालों के हाथ जलेंगे': उन्होंने आगे कहा कहा कि सावित्रीबाई फुले वंचित समाज की महिला थीं. उन्होंने जो कहा वह उनकी जयंती के अवसर पर कार्यक्रम जो राष्ट्रीय जनता दल के द्वारा आयोजित किया जा रहा है उस पोस्टर में लिखा गया है. अब उस पर राजनीति की जा रही है. भाजपा के लोग किस तरह की राजनीति करना चाहते हैं यह पता ही नहीं चल रहा है. राम के नाम पर अगर भाजपा के लोग राजनीति करेंगे तो निश्चित तौर पर उनके हाथ जल जाएंगे.
'श्री राम करेंगे बीजेपी से सवाल': मनोज झा ने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल सभी धर्म के लिए समभाव रखता है और हम भी राम को मानते हैं. हे राम वाले राम मर्यादा पुरुषोत्तम राम थे जिसे भाजपा बांटने की कोशिश कर रही है लेकिन ऐसा हो नहीं सकता है. मनोज झा ने कहा कि भाजपा के लोग राम को लेकर राजनीति कर रहे हैं. यह देश की जनता देख रही है. 22 जनवरी को राम मंदिर का उद्घाटन होने वाला है. हो ना हो अगर प्रभु श्री राम धरती पर आ जाएंगे तो सबसे पहले भाजपा के लोगों से ही सवाल करेंगे.
'वंचितों और दलितों की हक की बात करना अनुचित नहीं': बीजेपी से भगवान राम पूछेंगे कि देश में इतने युवा बेरोजगार क्यों हैं, इतनी महंगाई क्यों बढ़ गई है, देश सिर्फ पूंजी पतियों के हाथ में क्यों है. निश्चित तौर पर यह बात भी उन्हें समझना चाहिए और इसका भी जवाब उन्हें तैयार रखना चाहिए. तब धर्म के नाम पर वह राजनीति करें. मनोज झा ने साफ-साफ कहा कि सावित्रीबाई फुले ज्योतिबाई फुले भीमराव अंबेडकर ने जो बातें कही हैं, उस बात को कहीं भी दर्शाना और कहीं भी इस बात को बताना अनुचित नहीं है. इस पर जो लोग राजनीति कर रहे हैं वह पूरी तरह से गलत है.
ये भी पढ़ें-
बिहार के RJD विधायक फतेह बहादुर के फिर बिगड़े बोल, अब मां सरस्वती का किया अपमान