पटना: जिले में आज गंगा नदी पर महात्मा गांधी सेतु के पश्चिम प्रस्तावित समानांतर नए पुल के कार्यों का माननीय पथ निर्माण मंत्री मंगल पांडेय निरीक्षण करेंगे. उनके साथ क्षेत्रीय विधायक और पूर्व मंत्री नंदकिशोर यादव भी उपस्थित रहेंगे.
करोड़ों की लागत से पुल का निर्माण
गांधी सेतु के समानांतर चार लेन में बनने वाले पुल की कुल लागत 2926.2 करोड़ है. इस पुल को 2024 में पूरा कर लेना है. पुल 5.63 किलोमीटर लंबा होगा, इसके साथ एप्रोच रोड की कुल लंबाई 14.50 किलोमीटर होगी. पुराने और नए प्रस्तावित पुल के बीच की दूरी 29 मीटर होगी. पुल में कुल 37 पाया बनाए जाएंगे और दोनों तरफ के एप्रोच पथ की लंबाई 8 लेन की जाएगी. इसमें चार लेन पुल का होगा और चार लेन नए पुल का होगा.
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अधिग्रहण का काम हुआ है पूरा
गांधी सेतु के समानांतर पुल के लिए सबसे खास बात है कि जमीन अधिग्रहण का काम पहले ही पूरा हो चुका है. इस पुल के लिए 4.39 हेक्टेयर जमीन की आवश्यकता है इसका अधिग्रहण हो चुका है. जिस एजेंसी को पुल बनाने की जिम्मेवारी मिलेगी, उसे 10 साल तक मेंटेनेंस भी करना होगा. गांधी सेतु के समानांतर पुल पर कई तरह की सुविधा भी होगी और इसका लाइफ 100 वर्ष तय किया गया है.
कई जिलों को मिलेगी सहूलियत
प्रस्तावित महासेतु को गंगा नदी पर महात्मा गांधी सेतु के समानांतर बनाया जाना है. जिससे पटना, सारण और वैशाली जिलों को सहूलियत होगी. योजना के मुताबिक मुख्य सेतु के साथ चार अंडर पास, एक रेल उपरगामी पुल, 1.58 मार्ग सेतु, फ्लाइओवर, चार छोटे पुल, पांच बस पड़ाव और 13 रोड जंक्शन का निर्माण किया जाना है.