पटना : अब मलेमास समाप्त होने के बाद शुभ कार्य शुरू हो जाएंगे. 19 साल बाद इस साल ऐसा दुर्लभ संयोग बना था कि सावन 2 महीने का हो गया. इसका सबसे बड़ा कारण है अधिक मास यानी की मलमास का पड़ना. 18 जुलाई से शुरू हुआ मलमास आज 16 अगस्त को समाप्त हो गया है. मलमास के समापन को लेकर ज्योतिषाचार्य पंडित मनोज मिश्रा बताते हैं कि सावन महीना चल रहा है. सावन महीने में एक महीना अधिक होने के कारण यह मलमास के नाम से जाना जाता है.
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एक माह से शुभ काम पर लगा था रोक : मनोज मिश्र ने बताया कि एक महीना इंतजार करने के बाद आज 16 अगस्त को मलमास 1:02 मिनट पर समाप्त हो गया है. वैसे यह बनारस पंचांग के अनुसार है,अलग-अलग पंचांग का अलग-अलग समय है. मलमास के महीने में शुभ कार्य वर्जित होते हैं. मलमास महीना विष्णु जी को समर्पित है. मलमास महीने में मुंडन, विवाह, गृह प्रवेश, नए घर की खरीदारी, नामकरण ऐसे तमाम शुभ कार्य वर्जित माने जाते हैं. उन्होंने कहा कि मलमास के महीने में पूजा पाठ धर्म-कर्म का काम किया जाता है.
"शादी विवाह का सीजन नवंबर से शुरू होगा. चतुर्मास चल रहा है. चतुर्मास कार्तिक शुक्ल पक्ष के एकादशी तिथि तक रहेगी. इसलिए अभी भी शादी विवाह, गृह प्रवेश, भूमि पूजन, मुंडन कार्य वर्जित रहेंगे. मलमास 3 साल पर आता है. अब 2026 में मलमास लगेगा".- पंडित मनोज मिश्रा, ज्योतिषाचार्य
शादी-विवाह पर रहेगी रोक :आचार्य ने कहा कि अब मलमास खत्म हो गई है .ऐसे में इस दौरान जिन कार्यों पर रोक लगी थी वह पुनः शुरू हो जाएंगे. हालांकि उन्होंने कहा कि मलमास खत्म होने के बाद चातुर्मास के दौरान मांगलिक कार्य पर रोक लगी रहती है. इसलिए शादी विवाह, गृह प्रवेश जैसे कार्यों पर रोक लगी रहेगी. शादी विवाह के लिए बातचीत की जा सकती है. नए वस्त्र, गहने की खरीदारी की जा सकती है. जमीन की खरीदारी रजिस्ट्री की जा सकती है. मुंडन किया जा सकता है, परंतु शादी का जो लग्न है वह नवंबर से शुरू होगा.