पटना: बिहार की राजधानी पटना में पिछले साल बाढ़-सूखा जैसी आपदा से लोग बेहाल रहे. इन आपदाओं के प्रकोप से राहत के लिए पटना के धनरुआ प्रखंड (Dhanarua Block) के काशीपुर गांव में लोगों ने महायज्ञ (Mahayagya) शुरू किया है. यह महायज्ञ के साथ अखंड कीर्तन समारोह 24 महीने तक लगातार निरंतर चलेगा. इस विशेष महायज्ञ में भगवान इंद्र की आराधना की जाएगी. ताकि यहां बाढ़, सुखा जैसी आपदाओं से जल्द से जल्द छुटकारा मिल सके.
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दरअसल, धनरुआ प्रखंड के छाती पंचायत के काशीपुर गांव समेत दर्जनों इलाकों में पिछले साल बाढ़ और सूखा जैसी आपदा को लेकर खेती नहीं हो पाई थी. जिसको लेकर सैकड़ों किसानों के चूल्हे तक नहीं जले थे. ऐसे में इन आपदाओं से बचने के लिए पांच गांव के सभी ग्रामीण मिलकर गांव में एक महायज्ञ कर रहे हैं. ताकि इस बार की खेती अच्छी हो. बाढ़ और सुखाड़ से भगवान उन्हें रक्षा करें. इसके साथ ही हजारों ग्रामीण इस बार गांव में शराब नहीं पीने का भी संकल्प ले रहे हैं.
पौराणिक परंपरा के अनुसार, गांव की सुख समृद्धि संपन्नता के लिए साल में एक बार महायज्ञ की परपंरा है. इस परंपरा का निरंतर क्रियान्वयन करते हुए धनरुआ प्रखंड के छाती पंचायत के काशीपुर गांव में पांच गांव के हजारों लोग आपदाओं से रक्षा करने को लेकर भगवान की पूजा अर्चना कर रहे हैं. पूरे इलाके में इन दिनों भक्ति में का माहौल चल रहा है. हर कोई श्रद्धालु इन दिनों भक्ति से सराबोर दिख रहे हैं. एक तरफ महिलाएं भगवान को खुश करने के लिए अपनी पूजा अर्चना कर रही हैं.
वहीं पुरुष भी गांव में विभिन्न विपदाओं से निपटने के लिए तैयारी में जुटे हैं. धनरुआ प्रखंड के पाकरतर गांव, मिल्की गांव, कोठिया गांव, मगदूमनी गांव और काशीपुर गांव के हजारों ग्रामीणों ने शराब नहीं पीने का संकल्प लिया है. यह महायज्ञ के साथ अखंड कीर्तन समारोह 24 महीने तक लगातार निरंतर चलेगा.
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