पटना: लोकसभा चुनाव के लिए दूसरे दौर का नामांकन भी शुरू हो गया है. लेकिन महागठबंधन में कांग्रेस और आरजेडी के बीच सीटों के बंटवारे का कोई नित्कर्ष नहीं निकल पाया है. कांग्रेस 11 सीटों पर अड़ी है, तो वहीं दूसरी तरफ राष्ट्रीय जनता दल कांग्रेस को 9 सीट से ज्यादा देने को तैयार नहीं है.
आरजेडी का ट्विस्ट
ऐसे में मामला सुलझने के बजाय अब बिगड़ता हुआ दिख रहा है. सूत्रों के मुताबिक अगर मंगलवार तक कुछ भी फाइनल नहीं हो पाया, तो बुधवार को राष्ट्रीय जनता दल सहयोगी दलों के साथ पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपने हिस्से की सीटों की घोषणा कर सकती है. अगर कांग्रेस से बात बनी तो कांग्रेस के लिए 9 सीटें छोड़कर घोषणा हो सकती है. वैसे बुधवार को यह भी देखना दिलचस्प होगा कि राजद के खेमे में कौन-कौन से दल हैं.
इधर कुछ ज्यादा फंसा है पेंच
राजद और कांग्रेस के बाद वाम दल भी इस इंतजार में बैठे हैं कि उन्हें उनके मुताबिक सीटें मिल जाए. लेकिन दरभंगा-बेगूसराय समेत कुछ सीटों पर मामला ऐसा फंसा है. ज्यादा उम्मीद है कि महागठबंधन में फेज के अनुसार ही सीटों और उम्मीदवारों की घोषणा हो सकती है.
ऐसे बदलेगा पूरा गेम !
पहले चरण में 11 अप्रैल को बिहार की 4 लोकसभा सीटों पर चुनाव होगा. यह 4 सीटें हैं गया, नवादा, औरंगाबाद और जमुई हैं. इनमें से गया सीट से जीतन राम मांझी का लड़ना तय है, जबकि जमुई सीट से उदय नारायण चौधरी के प्रत्याशी बनने की पूरी संभावना है. नवादा सीट को लेकर अभी संशय की स्थिति है, जबकि औरंगाबाद से निखिल कुमार के चुनाव लड़ने की पूरी संभावना दिखती है. लेकिन अगर कांग्रेस और राजद अलग-अलग चुनाव लड़ेंगे तो मामला बदल सकता है.