पटना: गोपालगंज के डीएम जी कृष्णैया की हत्या मामले में उम्र कैद की सजा काट रहे शिवहर के पूर्व सांसद आनंद मोहन की रिहाई की मांग तेज हो गई है. उनके समर्थक और आनंद मोहन की पत्नी लवली आनंद पति को जेल से निकलवाने के प्रयास में लगी हुई हैं. लिहाजा, लवली आनंद ने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि इस बारे में उन्होंने सीएम नीतीश कुमार से भी गुहार लगाई है.
शनिवार को पटना के बापू सभागार में फ्रेंड्स ऑफ आनंद के बैनर तले आनंद मोहन की लिखी किताब 'गांधी कैक्टस के फूल' का विमोचन किया गया. इस मौके पर आनंद मोहन की पत्नी पूर्व सांसद लवली आनंद समेत कई कार्यकर्ता मौजूद रहे. वहीं, मीडिया से बातचीत के दौरान लवली आनंद ने एक बार फिर अपने पति को निर्दोष बताते हुए कहा कि बिहार का बच्चा-बच्चा जानता है कि वो निर्दोष थे.
'जो जेल से निकालेगा, सरकार उसी की'
लवली आनंद ने कहा है कि इस बार बिहार की जनता ने मूड बना लिया है कि जो आनंद मोहन को जेल से बाहर निकालेगा. प्रदेश में उसी की सरकार बनेगी. उन्होंने कहा कि जिस मामले में आनंद मोहन बंद हैं. उस मामले के कई आरोपियों को बेल हो चुकी है. वहीं, आनंद मोहन निर्दोष होने के बावजूद लंबे समय से जेल में बंद हैं.
'केंद्र और राज्य सरकार को करनी चाहिए पहल'
वहीं, पटना के मिलर स्कूल ग्राउंड में हुए कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आनंद मोहन की रिहाई को लेकर कहा था कि वो उनके पुराने साथी रहे हैं. इस सवाल पर लवली आनंद ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अगर चाह लें, तो आनंद मोहन जेल से बाहर निकल सकते हैं. उन्हें पहल करनी चाहिए. लवली आनंद ने साफतौर से कहा है कि अब केंद्र सरकार और राज्य सरकार को मिलकर आनंद मोहन को जेल से निकालने का प्रयास करना चाहिए.
क्या बोले थे नीतीश कुमार?
दरअसल, महाराणा प्रताप की जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सीएम नीतीश कुमार संबोधित कर रहे थे. उसी दौरान वहां मौजूद आनंद मोहन की पार्टी बिहार पीपुल्स के समर्थकों ने आनंद मोहन की रिहाई को लेकर नारेबाजी करना शुरू कर दिया. वहीं, मंच पर आनंद समर्थकों ने एक पर्चा भी भिजवाया. इस पर्चे को पढ़कर नीतीश कुमार ने कहा, 'जिनके बारे में आप नारेबाजी कर रहे हैं वे हमारे पुराने साथी रहे हैं. हमलोगों का उनसे लगाव रहा था. मुझे उनकी चिंता नहीं है क्या? पर कुछ मामले ऐसे होते हैं, जिन पर हमारा वश नहीं. वैसे हमलोगों से जितना संभव हो सकेगा, वो हम करेंगे.'