पटना: राजधानी में शनिवार के दिन लॉकडाउन के बाद पहली बार ऑनलाइन लोक अदालत का आयोजन किया गया. इस ऑनलाइन लोक अदालत में एक दिन में 600 से अधिक मामलों का निष्पादन किया गया.
कोरोना के कारण लागू हुए लॉकडाउन के बाद प्रदेश में लोक अदालत पूरी तरह से बंद पड़ गए थे. इसके बाद शनिवार के दिन जिला विधिक सेवा प्राधिकार की ओर से ऑनलाइन माध्यम में लोक अदालत का आयोजन किया गया. पटना जिले में लोक अदालत के लिए 21 बेंच बनाए गए थे. जिसमें 12 बेंच का गठन पटना सदर व्यवहार न्यायालय में किया गया. ऑनलाइन लोक अदालत जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव रत्नेश्वर कुमार सिंह के नेतृत्व में आयोजित किया गया. इस बेंच में एडीजे सुनील कुमार सिंह और सीजेएम विजय किशोर सिंह भी शामिल रहे.
कुल 600 मामलों को किया गया निष्पादन
जिला विधिक सेवा प्राधिकार पटना के सचिव रत्नेश्वर कुमार सिंह ने ऑनलाइन माध्यम से राष्ट्रीय लोक अदालत के सफलतापूर्वक आयोजन के बाद मीडिया से बातचीत की. उन्होंने बातचीत में कहा कि यह आयोजन काफी सफल रहा. काफी दिनों बाद लोक अदालत का आयोजन हुआ. जिसमें लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया. उन्होंने कहा कि इस ऑनलाइन राष्ट्रीय लोक अदालत में क्लेम के कुल 80 वाद सुलझाए गए, 138 एन आई एक्ट के कुल 374 वाद का निष्पादन किया गया. वहीं मनी रिकवरी के कुल 81 वाद, बैंक के कुल 1150 वाद, पारिवारिक विवाद के कुल 3 वाद, अपराधिक सुलहनीय वाद के कुल 63 वाद और विद्युत के कुल 21 वादों का निष्पादन किया गया. उन्होंने बताया कि इसके अलावा सबसे बड़ी उपलब्धि यह रही कि 600 से अधिक कोर्ट केस का निष्पादन हुआ.
क्या कहते हैं रत्नेश्वर कुमार सिंह
रत्नेश्वर कुमार सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (नालसा) नई दिल्ली के तत्वाधान में बिहार राज्य विधिक सेवा प्राधिकार पटना के निर्देशानुसार ऑनलाइन लोक अदालत का आयोजन किया गया. उन्होंने कहा कि इतने सारे वादों का निष्पादन हुआ. इसके लिए जिला विधिक सेवा प्राधिकार की टीम ने मेहनत की है. इसके निष्पादन की दिशा में टीम ने 1 दिसंबर से 11 दिसंबर तक सभी वादियों की पक्षों को ऑनलाइन माध्यम से सुनी है और रिकॉर्ड की है. उन्होंने कहा कि आगे आने वाले समय में जिस प्रकार से स्थिति बनी हुई है. उसके अनुसार ऑनलाइन माध्यम से ही लोक अदालत का आयोजन देखने को मिले.